कक्षा 7 नागरिक शास्त्र अध्याय 6 एनसीईआरटी समाधान – संचार माध्यमों को समझना

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 नागरिक शास्त्र अध्याय 6 संचार माध्यमों को समझना के अभ्यास के प्रश्न उत्तर तथा पाठ पर आधारित अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 7 नागरिक जीवन के पाठ 6 के सभी प्रश्नों के उत्तर पीडीएफ और विडियो में सरलता से समझाकर लिखे गए हैं ताकि सभी विद्यार्थियों को ये आसानी से समझ आ सके और परीक्षा के समय कोई दिक्कत न हो।

कक्षा 7 नागरिक शास्त्र अध्याय 6 के लिए एनसीईआरटी समाधान

सातवीं कक्षा के लिए ऐप

iconicon

संचार माध्यम

संचार का मतलब होता है फैलाना, किसी घटना, विवरण, विषय के बारे में जानकारी को एक जगह से दूसरी जगह तक प्रसारित या फैलाने के लिए माध्यम की जरुरत पड़ती है। आजकल प्रसारण के अनेक माध्यम हैं। इसका तात्पर्य उन विभिन्न तरीकों से है, जिनके द्वारा हम समाज में विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। मीडियम का अर्थ है माध्यम। संचार माध्यमों के छह अलग-अलग प्रकार हैं। जैसे – फ़ोन पर बात करने से लेकर टी.वी. पर शाम के समाचार सुनने तक को मीडिया कहा जा सकता है। टी.वी., रेडियो और अखबार-संचार माध्यमों के ऐसे रूप हैं, जिनकी पहुँच लाखों लोगों तक है, देश और विदेश के जनसमूह तक है, इसीलिए इन्हें जनसंचार माध्यम या ‘मास-मीडिया’ कहते हैं।

संचार माध्यम और तकनीक

पुराने समय में संचार के सीमित साधन थे लेकिन तकनीक के लगातार विकास से संचार माध्यमों में बदलाव के साथ उनकी संख्या भी बढ़ती जा रही है। जहां पहले रेडियो और अखबार संचार के मुख्य साधन थे वहीं बाद में टी. वी. इसमे शामिल हो गया। लेकिन नए दौर में इंटरनेट और मोबाइल फ़ोन एक क्रांति के रूप में माने जा सकते हैं।

संचार माध्यम और धन

जनसंचार द्वारा उपयोग में लायी जाने वाली विभिन्न तकनीकें अत्यंत खर्चीली हैं। एक उदाहरण के द्वारा इसको समझने का प्रयास करते हैं। ज़रा टी.वी. स्टूडियो के बारे में सोचिए, जहाँ पर समाचारवाचक बैठता है। इसमें लाइटें, कैमरे, ध्वनि रिकॉर्ड करने के यंत्र, संप्रेषण के लिए सेटेलाइट आदि हैं। इन सभी का मूल्य बहुत अधिक है। समाचार के स्टूडियो में केवल समाचारवाचक को ही वेतन नहीं दिया जाता, बल्कि और बहुत सारे लोग हैं जो प्रसारण में सहायक होते हैं। इसमें वे लोग सम्मिलित हैं, जो कैमरे व प्रकाश की व्यवस्था करते हैं। जैसाकि आपने अभी पढ़ा, जनसंचार माध्यम निरंतर बदलते रहते हैं। इसीलिए नवीनतम तकनीक जुटाने पर भी बहुत धन व्यय होता है। इन खर्चों के कारण जनसंचार माध्यमों को अपना काम करने के लिए बहुत अधिक धन की आवश्यकता होती है। परिणामतः अधिकांश टी.वी. चैनल और समाचारपत्र किसी बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान का भाग होते हैं।

समाचार पत्रों और टेलीविज़न पर चलने वाले विज्ञापन क्यों दिखाये जाते हैं?

जनसंचार माध्यम लगातार धन कमाने के विभिन्न तरीकों के बारे में सोचते रहते है। एक तरीका जिसके द्वारा जनसंचार माध्यम धन अर्जित करते हैं, विभिन्न वस्तुओं के विज्ञापन का है, जैसे – कारें, चॉकलेट, कपड़े, मोबाइल फ़ोन, आदि। आपने ध्यान दिया होगा कि अपने प्रिय टेलीविजन कार्यक्रम को देखते हुए आपको ऐसे अनेक विज्ञापन देखने पड़ते हैं। टेलीविजन पर क्रिकेट का मैच देखते हुए भी हर ओवर के बाद बार-बार वही विज्ञापन दिखाए जाते हैं। इस तरह प्रायः बार-बार आप उन्हीं छवियों को देखते हैं। इसका कारण होता है कि विज्ञापन आपको प्रेरित करता है कि आप उस वस्तु के बारे में जानें और उसे खरीदें।

संचार माध्यम और लोकतंत्र

लोकतंत्र में देश और संसार के बारे में समाचार देने और उनमें होने वाली घटनाओं पर चर्चा करने में संचार माध्यमों की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, संचार माध्यमों से नागरिक जान सकते हैं कि सरकार किस प्रकार काम कर रही है। यदि लोग चाहें, तो इन समाचारों के आधार पर कार्रवाई भी कर सकते हैं। ऐसा वे संबंधित मंत्री को पत्र लिखकर, सार्वजनिक विरोध आयोजित करके, हस्ताक्षर अभियान आदि चलाकर सरकार से पुनः उसके कार्यक्रम पर विचार करने का आग्रह करके कर सकते हैं। जानकारी देने के संबंध में संचार माध्यम की महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

संचार माध्यम किस प्रकार समाज में जागरूकता फैलाते हैं?

दुनिया भर में बहुत सारी खोज चलती रहती है और समय-समय पर उनकी रिपोर्ट अलग-अलग माध्यम से प्रकाशित होती रहती है। ऐसी ही एक जानकारी जो कि हमारे स्वास्थ्य से सम्बंधित है इस प्रकार है। अभी हाल ही में संचार माध्यमों ने कोला पेयों में कीटनाशकों का स्तर खतरे के स्तर तक बढ़े हुए होने की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने कीटनाशकों के अत्यधिक मात्रा में होने की रिपोर्ट प्रकाशित की थी और इस तरह हमें कोला पेयों को अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता व सुरक्षा मापदंडों के अनुसार नियमित रूप से नियंत्रित करने की आवश्यकता महसूस कराई। उन्होंने सरकार के दबाव के बावजूद निडरतापूर्वक घोषणा की कि कोला पीना सुरक्षित नहीं है। इस वृत्तांत को पेश करके संचार माध्यमों ने निश्चित रूप से हमारा ध्यान ऐसे विषय पर केंद्रित करने की कोशिश की है, जिस पर यदि उनकी रिपोर्ट न आती, तो हमारा ध्यान भी न जाता।

हमारे जीवन में संचार माध्यम क्यों महत्त्वपूर्ण हैं?

प्रजातंत्र के नागरिक के रूप में हमारे जीवन में संचार माध्यम बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि संचार माध्यमों के द्वारा ही हम सरकार के कामों से संबंधित विषयों के बारे में सुनते हैं। संचार माध्यम निश्चित करते हैं कि किन बातों पर ध्यान केंद्रित किया जाना है और इस तरह वह एजेंडा निश्चित कर देते हैं। यदि कभी सरकार चाहे, तो संचार माध्यम को किसी घटना की खबर छापने से रोक सकती है। इसे सेंसरशिप कहा जाता है। आजकल संचार माध्यम और व्यापार का घनिष्ठ संबंध होने से प्रायः संतुलित रिपोर्ट का प्रकाश में आना कठिन है। इसे ध्यान में रखते हुए हमारे लिए यह सजगता महत्त्वपूर्ण है कि समाचार से प्राप्त तथ्यात्मक जानकारी’ भी प्रायः पूर्ण नहीं होती है और एकपक्षीय हो सकती है। इसकी सत्यता की पुष्टि करने के लिए अन्य श्रोतों से भी पता करना चाहिए।

कक्षा 7 नागरिक शास्त्र अध्याय 6 एनसीईआरटी समाधान
कक्षा 7 नागरिक शास्त्र अध्याय 6