कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 2 हिमालय की बेटियाँ के प्रश्न उत्तर

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 2 हिमालय की बेटियाँ अभ्यास के प्रश्न उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के लिए सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। 7वीं कक्षा में हिंदी पाठ 2 के उत्तर सरल भाषा में दिए गए हैं ताकि विद्यार्थियों को कोई असुविधा न हो।

नदियों को माँ मानने की परंपरा हमारे यहाँ काफी पुरानी है। लेकिन लेखक नागार्जुन उन्हें और किन रूपों में देखते हैं?

नदियों को माँ मानने वाली परंपरा के देश में लेखक को गंगा और यमुना ऊपर तो दुबली -पतली बच्चियों सी लगती हैं लेकिन वही मैदान में आकर अपनी बाल सुलभ चंचलता को दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़तीं।

सिंधु और ब्रह्मपुत्र की क्या विशेषताएँ बताई गई हैं?

सिंधु और ब्रह्मपुत्र ये दो ऐसे नाम हैं जिनके सुनते ही एक विशाल नदी की छवि आँखों के सामने आ जाती है। अपनी इसी विशालता के कारण इसे नद की संज्ञा दी गई है। वास्तव में सिंधु और ब्रह्मपुत्र स्वयं कुछ नहीं हैं। दयालु हिमालय के पिघले हुए दिल की एक-एक बूँद न जाने कब से इकट्ठा हो-होकर इन दो महानदों के रूप में समुद्र की ओर प्रवाहित होती रहती है।

काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता क्यों कहा है?

काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता इसलिए कहा है क्योंकि वे धरती के प्राणियों की रक्षा और उनका लालन-पालन एक माँ की तरह करती हैं। प्यासी धरती जब पानी पीती है तो उसमें से उगी फसल किसान को प्रसन्न करती है और लोंगों की भूख मिटाती है।

हिमालय की यात्रा में लेखक ने किन-किन की प्रशंसा की है?

हिमालय की या़त्रा में लेखक ने वहाँ से निकलने वाली नदियों, बर्फीली पहाड़ियों, घाटियों, झरनों, गुफाओं, वनों, सागरों आदि की प्रशंसा की है।

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