कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 15 आश्रम का अनुमानित व्यय के प्रश्न उत्तर

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 15 आश्रम का अनुमानित व्यय के लिए अभ्यास के प्रश्न उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए सत्र 2024-25 के अनुसार यहाँ दिए गए हैं। सातवीं कक्षा में हिंदी वसंत पाठ 15 को यहाँ दिए गए अध्ययन सामग्री के माध्यम से सरलता से समझाया गया है।

हमारे यहाँ बहुत से काम लोग खुद नहीं करके किसी पेशेवर कारीगर से करवाते हैं। गाँधी जी छेनी, हथौड़े, बसूले क्यों खरीदना चाहते होंगे?

गाँधी जी हर छोटा-बड़ा कार्य स्वयं करते थे और दूसरों को भी यही समझाया करते थे कि हमें अपना हर कार्य स्वयं ही करना चाहिए। कोई भी काम किसी के लिए छोटा या बड़ा नहीं होता, यह केवल हमारी सोच पर निर्भर करता है। हर काम स्वयं करने से हमारे अंदर आत्मनिर्भरता आती है। गाँधी जी छेनी, हथौड़े, बसूला आदि इसलिए खरीदना चाहते थे क्योंकि वह लोगों को यह बताना चाहते थे कि ये घर में रोजमर्रा के काम की चीजें हैं उन्हें हमें अपने घर में रखना चाहिए।

इस अनुमानित बजट को गहराई से पढ़ने के बाद आश्रम के उद्देश्यों और कार्यप्रणाली के बारे में क्या-क्या अनुमान लगाए जा सकते हैं?

गाँधीजी एक बड़े आंदोलन का संचालन कर रहे थे और उनसे मिलने आश्रम में लोंगों के आने का तांता लगा रहता था। उन सब की आवभगत ओर आश्रम के संचालन के लिए एक बजट अनिवार्य था। गाँधीजी ने लोगों को स्वावलम्बी बनाने पर जोर दिया उनका एक ही उद्देष्य था कि हम स्वावलम्बी बनें ओर अपने काम स्वयं करें जब हम अपना काम स्वयं करेंगे तो हम तन और मन दोनों से स्वस्थ रहेंगे।

आपको कई बार लगता होगा कि आप कई छोटे-मोटे काम, जैसे घर की पुताई, दूध दुहना, खाट बुनना करना चाहें तो कर सकते हैं। ऐसे कामों की सूची बनाइए, जिन्हें आप चाहकर भी नहीं सीख पाते। इसके क्या कारण रहे होंगे? उन कामों की सूची भी बनाइए, जिन्हें आप सीखकर ही छोड़ेंगे।

हर छात्र की रुचि अलग-अलग होती है कोई किसी काम को अच्छी तरह सीख सकता है कोई उसी काम को सीख ही नहीं सकता इसलिए छात्र अपनी रुचि के अनुरूप ऐसे प्रश्न के अनुसार कार्यों की सूची तैयार करेंगे।

कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 15 आश्रम का अनुमानित व्यय के प्रश्न उत्तर