कक्षा 7 हिंदी दूर्वा अध्याय 4 गुब्बारे पर चीता के प्रश्न उत्तर

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी दूर्वा अध्याय 4 गुब्बारे पर चीता के प्रश्न उत्तर तथा अभ्यास के लिए अतिरिक्त प्रश्नों के हल शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए विद्यार्थी यहाँ से निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। सीबीएसई के साथ-साथ राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए भी सातवीं कक्षा हिंदी पाठ 4 के प्रश्नों के उत्तर अध्ययन में मदद करते हैं।

हेडमास्टर साहब ने बच्चों को सरकस में जाने से क्यों मना किया होगा?

सरकस के विज्ञापन में तरह-तरह के जंगली जानवरों को अजीब-अजीब काम करते दिखाया गया था। इसलिए हेडमास्टर साहब ने लड़कों को वहाँ जाने की मनाही कर दी थी।

स्कूल में तुम्हें क्या-क्या करने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है?
स्कूल में हमें क्लास से बाहर जाने और पानी पीने तथा किसी मित्र से कुछ पूछने के लिए अनुमति लेनी पडती है।

सरकस के बारे में कौन-कौन सी अफवाहें फैली हुई थी?

सरकस के बारे में यह अफवाहें फैली हुई थी कि ‘आइए और तमाशे का आनंद उठाइए। बड़े-बड़े खेलों के अतिरिक्त एक खेल और भी दिखाया जाएगा, जो न किसी ने देखा होगा और न सुना होगा।’

क्या तुमने अपने आस-पास के जानवरों की दुर्दशा देखी है? उसके बारे में बताओ।
हमने अपने आसपास भी कई जानवरों की दुर्दषा देखी है। कइ लोग तो जानवरों को बेवजह मारते हैं। उनके साथ बुरा बर्ताव करते हैं। वे ऐसा मानते है कि उनके अंदर जान ही नहीं है। उन्हें दर्द भी नहीं होता है।

बलदेव सरकस में जाकर निराश क्यों हो गया?

जानवरों की दुर्दशा देखकर बलदेव निराश हो गया क्योंकि वहाँ सभी जानवर कमजोर और सुस्त थे।

सरकस में जानवरों के करतब दिखाए जाते हैं। उनके प्रति क्रूरता बरती जाती है। क्या ऐसे सरकस को मनोरंजन का साधन माना जा सकता है? सरकस को स्वस्थ मनोरंजन का साधन बनाने के लिए क्या किया जाना चाहिए ?
उत्तर:
सरकस में जानवरों के साथ क्रूरता बहुत कष्ट देने वाली होती है और इस प्रकार की क्रूरता को मनोंरंजन का साधन नहीं माना जा सकता को सरकस को स्वस्थ मनोरंजन का साधन बनानें के लिए हमें जानवरों के अलावा और कोई विकल्प ढूंढ़ना चाहिए।

बलदेव और चीता दोनों गुब्बारे पर ऊपर उठते जा रहे थे। फिर भी चीते ने बलदेव को कोई नुकसान क्यों नहीं पहुँचाया?

चीता जो बलदेव के साथ गुब्बारे से ऊपर उठ रहा था, उसे अपनी जान की फिक्र हो रही थी उसे भी ऊॅंचाई से डर लग रहा था इसलिए चीते ने बलदेव को नुकसान नहीं पहुँचाया।

मुहावरे: नीचे लिखे वाक्य पढ़ो। उनमें इस्तेमाल हुए मुहावरों को अपने ढंग से इस्तेमाल करके कुछ और वाक्य बनाओ।
बलदेव के तो होश उड़े हुए थे।
जब मैंने जंगल में शेर को खुले में घूमते देखा तो मेरे तो होश ही उड़ गए।

बलदेव के दिल में जो बात बैठ जाती उसे पूरा करके ही छोड़ता।
रवि के दिल में यह बात अच्छी तरह बैठ चुकी है कि वह कुछ भी कर ले अच्छा खिलाड़ी नहीं बन सकता।

वह इतना डरा कि उसके हाथ-पाँव फूल गए।
घर में अचानक सांप को निकला हुआ देख कर मेंरे तो होश ही उड़ गए।

ऐसा लगा जैसे किसी ने चीता का खून चूस लिया हो।
मालिक ने नौकर से इतना काम करवाया मानो उसका सारा खून ही चूस लिया हो।

बलदेव का दिल काँप उठा।
अपने घर के पास हो रही लड़ाई को देखकर बलदेव का दिल कांप उठा।

कहानी के इस वाक्य पर ध्यान दो।
इतने में उसे एक बड़ा भारी गुब्बारा दिखाई दिया, तुम्हें क्या लगता है कि गुब्बारा भारी होता है? लेखक ने उसे भारी क्यों कहा है?
उत्तर:
लेखक ने गुब्बारे को भारी इसलिए कहा है क्योंकि वह बहुत बड़ा था और देखने में भारी लग रहा था।

गुब्बारे में से हवा निकलने पर वह नीचे क्यों आने लगता है?

गुब्बारे से हवा निकलने पर वह इसलिए नीचे आने लगता है क्योंकि धरती हर वस्तु को अपनी ओर खींचती है।

कक्षा 7 हिंदी दूर्वा अध्याय 4 गुब्बारे पर चीता के प्रश्न उत्तर
कक्षा 7 हिंदी दूर्वा अध्याय 4 गुब्बारे पर चीता