कक्षा 6 नागरिक शास्त्र अध्याय 7 एनसीईआरटी समाधान – ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 नागरिक शास्त्र अध्याय 7 ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका के सभी प्रश्न उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से निशुल्क प्राप्त किए जा सकते हैं। एनसीईआरटी कक्षा 6 राजनीति विज्ञान पाठ 7 में, आप ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन यापन के महत्वपूर्ण तरीकों के बारे में जानेंगे। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आय का एक स्थिर स्रोत प्राप्त करने में आने वाली कठिनाइयों और लोगों की स्थितियों को बदलने के लिए सरकार द्वारा की जा रही विभिन्न कार्रवाइयों के बारे में भी जान सकेंगे। भारत में लगभग दो-पांचवें प्रांतीय परिवार कृषि श्रमिक हैं। इसमें कुछ लोग शामिल हैं जिनके पास छोटे भूखंड हैं, जबकि अन्य के पास जमीन नहीं है। बड़ी संख्या में किसानों ने साहूकार, व्यापार, छोटे कारखाने आदि का सहारा लिया।

कक्षा 6 नागरिक शास्त्र अध्याय 7 के लिए एनसीईआरटी समाधान

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ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका

आजीविका के कुछ साधन सभी गावों में एक जैसे होते हैं जैसे खेती के कार्य। लेकिन कुछ दूसरे कार्य गाँव की क्षेत्रीय स्थिति पर निर्भर करते हैं। बागवानी, मिट्टी के बर्तन बनाना, लोहे के औजार बनाना, बांस की टोकरियाँ बनाना, जूट की रस्सी, बुनकर, आदि बहुत सारे कार्य हैं जो ग्रामीण इलाकों में लोगों को आजीविका का साधन उपलब्ध कराता है।

क्या ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सालभर आजीविका मिलती है?

कार्य की प्रकृति के आधार हम इसे दो भागों में बाँट सकते हैं: मौसम के अनुसार जैसे खेती के कार्य पर निर्भर, दूसरे जो साल भर होते हैं जैसे बढ़ई, बुनकर, सामान विक्रेता। खेती का कार्य हर समय नहीं होता है दो-तीन अवसर होते हैं जब कार्य की अधिकता होती है बुवाई, निराई और कटाई के समय तो भरपूर काम मिलता है लेकिन बीच के समय में लोग खाली बैठे रहते हैं।

भारत का किसान कर्ज के जाल में क्यों फसता जा रहा है?

हमारे देश में खेती का कार्य लाभ का धंधा नहीं रह गया है लागत के हिसाब से उपज के सही दाम नहीं मिल पाते जिससे किसान कर्ज के जाल में फंस जाता है। कई बार अतिवृष्टि, ओलावृष्टि, सूखा जैसे प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है जिसमें किसान के हाथ में कुछ भी नहीं आता। ऐसी स्थिति में किसान साहूकार या बैंको के कर्ज में फंस जाता है जिससे बाहर निकलना मुश्किल होता है। यह किसानों के आत्महत्या करने का सबसे बड़ा कारण है।

किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने का क्या उपाय है?

किसानों को कर्ज की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार समय-समय पर कदम उठाती रहती है। जैसे कर्जमाफी पर यह एक आधा अधूरा कार्य है क्योंकि बहुत सारे किसान साहूकारों से उधार लेते हैं सरकार केवल बैंको के ऋण माफ़ करती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए किसानों में जागरूकता पैदा करने की जरुरत है तथा उन्हें प्रशिक्षित करें कि एक फसल पर निर्भरता के बजाय मिश्रित खेती को अपनाना चाहिए जिसमें एक भाग नकदी फसलों का भी होना चाहिए।

तटीय क्षेत्रों के मछुवारों की समस्या

हमारे देश तीन तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है। समुद्र तटीय क्षेत्रों के लोग आजीविका के लिए मछली पकड़ने के व्यवसाय पर निर्भर हैं। सभी के पास बड़ी और उन्नत ईंजन वाली नावें नहीं हैं। मच्छुवारे छोटी नावों में सवार होकर समुद्र में निकल जाते हैं। नाव छोटी होने के कारण एक तो ज्यादा मच्छली नहीं पकड़ पाते दूसरे कई बार समुद्री तूफ़ान से भी अपनी रक्षा नहीं कर पाते हैं जिसमें कई बार जान से हाथ धोना पड़ता है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार को गरीब मच्छुवारों की सहायता करनी चाहिए। उन्हें आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध करवाना चाहिए जिससे वे लोग बड़ी मोटर वोट खरीद सकें। इससे उनकी आय भी बढ़ेगी और तूफ़ान से सुरक्षा भी मिलेगी।

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