कक्षा 6 नागरिक शास्त्र अध्याय 1 एनसीईआरटी समाधान – विविधता की समझ

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 नागरिक शास्त्र अध्याय 1 विविधता की समझ – सामाजिक और राजनीतिक जीवन के प्रश्न उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए विद्यार्थी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 6 नागरिक जीवन का पहला पाठ, विविधता को समझना, इस देश में मौजूद विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक और व्यक्तिगत मतभेदों के बारे में विवरण देता है। हमारे समाज में मौजूद विविधता के प्रति सम्मान की इस जागरूकता को विकसित करना महत्वपूर्ण है। कक्षा 6 नागरिक शास्त्र पाठ 1 के सभी प्रश्नों के उत्तर पीडीएफ तथा विडियो के रूप में उपलब्ध हैं।

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जाति व्यवस्था और असमानता

जाति व्यवस्था असमानता का एक बहुत बड़ा कारण और उदाहरण है। इस व्यवस्था में समाज को अलग-अलग समूहों में बाँटा गया। इस बँटवारे का आधार था कि लोग किस-किस तरह का काम करते हैं। लोग जिस जाति में पैदा होते थे, उसे बदल नहीं सकते थे। उदाहरण के लिए अगर आप कुम्हार के घर में पैदा हो गई तो आपकी जाति कुम्हार ही होती और आप बस वही बन सकती थीं। कोई व्यक्ति जाति से जुड़ा अपना पेशा भी नहीं बदल सकता था इससे गैर-बराबरी पैदा हुई।

भारत में पायी जाने वाली सामाजिक विविधता का वर्णन कीजिए।

भारत में विविधता भारत विविधताओं का देश है। हम विभिन्न भाषाएँ बोलते हैं। विभिन्न प्रकार का खाना खाते हैं, अलग-अलग त्योहार मनाते हैं और भिन्न-भिन्न धर्मों का पालन करते हैं। लेकिन गहराई से सोचें तो वास्तव में हम एक ही तरह की चीज़ें करते हैं केवल हमारे करने के तरीके अलग हैं।

किसी स्थान विशेष पर मिली-जुली संस्कृति का जन्म कैसे होता है?

लोग जब नई जगह में बसना शुरू करते थे तो उनके रहन-सहन में थोड़ा बदलाव आ जाता था। कुछ चीज़ें वे नई जगह की अपना लेते थे और कुछ चीज़ों में वे पुराने ढर्रे पर ही चलते रहते थे। इस तरह उनकी भाषा, भोजन, संगीत, धर्म आदि में नए और पुराने का मिश्रण होता रहता था। उनकी संस्कृति और नई जगह की संस्कृति में आदान-प्रदान होता और धीरे-धीरे एक मिश्रित यानी मिली-जुली संस्कृति उभरती।

किसी क्षेत्र की विविधता पर वहां के भौगोलिक और ऐतिहासिक कारकों का क्या प्रभाव पड़ता है?

केरल और लद्दाख की भौगोलिक स्थितियाँ एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, हम यह भी देखते हैं कि दोनों क्षेत्रों के इतिहास में एक ही प्रकार के सांस्कृतिक प्रभाव हैं। दोनों ही क्षेत्रों को चीन और अरब से आनेवाले व्यापारियों ने प्रभावित किया। जहाँ केरल की भौगोलिक स्थिति ने मसालों की खेती संभव बनाई, वहीं लद्दाख की विशेष भौगोलिक स्थिति और ऊन ने व्यापारियों को अपनी ओर खींचा। इस तरह पता चलता है कि किसी भी क्षेत्र के सांस्कृतिक जीवन का उसके इतिहास और भूगोल से प्राय: गहरा रिश्ता होता है।

विविधता में एकता

भारत की विविधता या अनेकता को उसकी ताकत का स्रोत माना गया है। जब अंग्रेज़ों का भारत पर राज था तो विभिन्न धर्म, भाषा और क्षेत्र की महिलायों ने अंग्रेजों के खिलाप़ मिलकर लड़ाई लड़ी थी। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अलग-अलग परिवेशों के लोग शामिल थे। उन्होंने एकजुट होकर आंदोलन किया, इकट्ठे जेल गए और अंग्रेज़ों का अलग-अलग तरीकों से विरोध किया। अंग्रेज़ों ने सोचा था कि वे भारत के लोगों में फूट डाल सकते हैं क्योंकि उनमें काफी विविधताएँ हैं और इस तरह उनका राज चलता रहेगा। मगर लोगों ने दिखला दिया कि वे एक-दूसरे से चाहे कितने ही भिन्न हों, अंग्रेज़ों के खिलाप़ लड़ी जाने वाली लड़ाई में वे सब एक थे।

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