एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 संस्कृत पाठ 12 विमानयानं रचयाम
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 संस्कृत अध्याय 12 विमानयानं रचयाम पाठ्यपुस्तक रुचिरा भाग 1 अभ्यास के सभी उत्तर, शब्दों के अर्थ, खाली स्थानों को भरना आदि प्रकार के प्रश्नों को यहाँ से प्राप्त करें। कक्षा 6 संस्कृत पाठ 12 के सभी प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए पुनः संशोधित किए गए हैं ताकि छात्र नवीनतम पाठ्यक्रम के माध्यम से अपना अध्ययन कर सके। पाठ को हिंदी मीडियम में समझाने के लिए पाठ का हिंदी अनुवाद भी दिया गया है।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 संस्कृत अध्याय 12 विमानयानं रचयाम
कक्षा 6 संस्कृत अध्याय 12 के लिए एनसीईआरटी समाधान
संस्कृत वाक्य | हिन्दी अनुवाद |
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राघव! माधव! सीते! ललिते! | राघव! माधव! सीता! ललिता! |
विमानयानं रचयाम । | हम सब मिलकर विमान (हवाई जहाज) बनाएँ। |
नीले गगने विपुले विमले वायुविहारं करवाम | बहुत विस्तृत और स्वच्छ नीले आकाश में वायु विहार (भ्रमण) करेंगे।। |
उन्नतवृक्षं तुङंग भवनं क्रान्त्वाकाशं खलु याम। | ऊंचे वृक्ष, ऊचे मकान को निश्चय से पार करके आकाश में जाएँ। |
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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कृत्वा हिमवन्तं सोपानं चन्दिरलोकं प्रविशाम ॥2॥ | बर्फ की सीढ़ी बना करके उसको पार करके चन्द्रलोक में प्रवेश करें। |
शुक्रश्चन्द्र: सूर्यो गुरुरिति ग्रहान् हि सर्वान् गणयाम। | हम शुक्र, चन्द्र, सूर्य और गुरु आदि सभी ग्रहों की निश्चित रूप से गणना करने में सफल होंगे। |
विविधा: सुन्दरताराश्चित्वा मौक्तिकहारं रचयाम ॥3॥ | इन सभी चमकते हुए ग्रहों को चुन-चुनकर मोतियों के जैसे सुन्दर हार बनायेंगे। |
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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अम्बुदमालाम् अम्बरभूषाम् आदायैव हि प्रतियाम। | (हम) निश्चय से बादलों की माला (पंक्तियों) को और आकाश की शोभा को लेकर वापस लौटें। |
दु:खित-पीडित-कृषिकजनानां गृहेषु हर्षं जनयाम ॥4॥ | दुख पीड़ा से युक्त किसानों के घरों में खुशी उत्पन्न करें। |