कक्षा 5 हिंदी व्याकरण अध्याय 2 वर्ण विचार
कक्षा 5 हिंदी व्याकरण अध्याय 2 वर्ण विचार और इससे संबंधित पठन सामग्री सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड छात्र-छात्राओं के लिए सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ दी गई हैं। कक्षा 5 के छात्र हिंदी ग्रामर के पाठ 2 को यहाँ दी गई अभ्यास पुस्तिका के माध्यम से आसानी से तैयार कर सकते हैं।
कक्षा 5 हिंदी व्याकरण अध्याय 2 वर्ण विचार के लिए पठन सामग्री
वर्ण-विचार: वर्णमाला
वर्णों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहते हैं।
हिंदी की वर्णमाला
स्वर
अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ
आयोगवाह अं अः
अनुनासिक चंद्रबिदु
व्यंजन
क ख ग घ घ (क वर्ग)
च छ ज झ × (च वर्ग)
ट ठ ड ढ ण (ट वर्ग)
त थ द ध न (त वर्ग)
प फ ब भ म (प वर्ग)
य र ल व
श ष स ह
क्ष त्र ज्ञ श्र (संयुक्त व्यंजन)
कुछ अन्य वर्ण
ड़, ढ़, ज, फ़, ऑ
मात्राएँ
व्यजंनों के साथ जोड़ने पर स्वरों को पूरा नहीं लिखा जाता, बल्कि उनके निश्चित चिह्न लिखे जाते हैं, जिन्हें ‘मात्रा’ कहते हैं। अतः स्वरों के चिह्नों को मात्राएँ कहते हैं।
हिंदी में स्वर दो प्रकार से लिखे जाते हैं:
1- अपने मूल रूप में।
जैसे: अ, आ, ई, औ आदि।
2- किसी व्यंजन के साथ मिलाकर।
जैसे: प् + आ = पा, न् + ई = नी, र् + ओ = रो, क् + ए = के आदि।
हलंत चिह्न
सभी व्यंजनों में ‘अ’ की ध्वनि मिली होती है। जब कोई व्यजंन बिना स्वर के लिखा जाता है, तो उसके नीचे हल-चिह्न लगा देते हैं। इसे हलंत कहते हैं, जैसे: क्, ख्, ग्, घ् आदि।
संयुक्त व्यंजन
स्वर के अभाव में जब व्यंजनों को परस्पर मिलाकर लिखे या बोले जाते हैं, तो वे संयुक्त व्यंजन कहलाते हैं।
व्यंजन | व्यंजन | संयुक्त व्यंजन |
---|---|---|
क् | ष | क्ष |
त | र | त्र |
श् | र | श्र |
ज् | ञ | ज्ञ |
वर्ण-विच्छेद
हम जानते हैं कि वर्णों के साथ मेल से शब्द बनते हैं। किसी शब्द के वर्णों को अलग-अलग करना वर्ण-विच्छेद कहलाता है।
शब्द | वर्ण |
---|---|
लोग | ल् + ओ + ग + अ |
तेनाली | त् + ए + न् + आ + ल् + ई |
रूपया | र् + उ + प् + अ + आ |
कृष्ण | क् + ट्ट + ष् + अ |
कच्चा | क् + अ + च् + च् + आ |