एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 रसायन अध्याय 6 साम्यावस्था
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 रसायन अध्याय 6 साम्यावस्था के प्रश्न उत्तर अभ्यास के सवाल जवाब हिंदी और अंग्रेजी मीडियम में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 11 रसायन विज्ञान के पाठ 6 के समाधान सीबीएसई और राजकीय बोर्ड दोनों ही प्रकार के छात्रों के लिए लाभदायक हैं।
कक्षा 11 रसायन अध्याय 6 के लिए एनसीईआरटी समाधान
कक्षा 11 रसायन अध्याय 6 साम्यावस्था के प्रश्न उत्तर
ठोस-द्रव साम्यावस्था
वायुमंडलीय दाब पर किसी शुद्ध पदार्थ के लिए वह ताप, जिसपर ठोस एवं द्रव प्रावस्थाएँ साम्यावस्था में होती हैं, पदार्थ का ‘मानक गलनांक’ या ‘मानक हिमांक’ कहलाता है।
इससे निम्नलिखित निष्कर्ष प्राप्त होते हैं:
(i) दोनों विरोधी प्रक्रियाएँ साथ-साथ होती हैं।
(ii) दोनों प्रक्रियाएँ समान दर से होती हैं। इससे बर्फ़ एवं जल का द्रव्यमान स्थिर रहता है।
निम्नलिखित में से कौन से लूइस अम्ल है?
लुईस अम्ल वे अम्ल होते हैं जो इलेक्ट्रॉन युग्म को ग्रहण कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, BF3, H+, और लुईस अम्ल हैं।
द्रव-वाष्प साम्यावस्था
किसी शुद्ध द्रव के लिए एक वायुमंडलीय दाब (1.013 bar) पर वह ताप, जिसपर द्रव एवं वाष्प साम्यावस्था में हों, ‘द्रव का सामान्य क्वथनांक’ कहलाता है। द्रव का क्वथनांक वायुमंडलीय दाब पर निर्भर करता है। यह स्थान के उन्नतांश (ऊँचाई) पर भी निर्भर करता है। अधिक उन्नतांश पर द्रव का क्वथनांक घटता है।
निम्नलिखित स्पीशीज को लूइस अम्ल तथा क्षारक में वर्गीकृत कीजिए तथा बताइए कि ये किस प्रकार लुईस अम्ल-क्षारक के समान कार्य करते है?
(क) OH⁻
(ख) F⁻
(ग) H⁺
(घ) BCl₃
उत्तर:
(क) OH⁻ एक लुईस-क्षारक है क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनों की अपनी अकेली जोड़ी दान कर सकता है।
(ख) F⁻ एक लुईस क्षारकहै क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनों की एक जोड़ी दान कर सकता है।
(ग) H⁺ एक लुईस अम्ल है क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनों की एक जोड़ी को स्वीकार कर सकता है।
(घ) BCl₃ एक लुईस अम्ल है क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनों की एक जोड़ी को स्वीकार कर सकता है।
ब्रोमोएसीटिक अम्ल की आयनन की मात्र 0.132 है। 0.1M अम्ल की pH तथा pKₐ का मान ज्ञात कीजिए।
आयनीकरण की श्रेणी, α = 0.132
सांद्रता, c = 0.1 M
इस प्रकार, H3O⁺ की सान्द्रता
= c.α = 0.1 × 0.132
= 0.0132
pH = –log [H+]
= – log (0.0132)
= 1.879: 1.88
तब, Kα = Cα2 = 0.1×(0.132)2 = .0017
pKα = 2.75