एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 ईवीएस अध्याय 8 मच्छरों की दावत
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 ईवीएस अध्याय 8 मच्छरों की दावत पर्यावरण अध्ययन के अभ्यास के प्रश्न उत्तर हिंदी में सवाल जवाब सीबीएसई सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 5 पर्यावरण पाठ 8 के प्रश्नों के उत्तर हिंदी और अंग्रेजी में यहाँ से मुफ्त प्राप्त किए जा सकते हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 ईवीएस अध्याय 8
कक्षा 5 ईवीएस अध्याय 8 मच्छरों की दावत एक प्रश्नों के उत्तर
कक्षा 5 ईवीएस पाठ 8 परिचय – मच्छरों की दावत
प्रस्तुत पाठ में मलेरिया और अनीमिया नामक बीमारियों के बारे में बताया गया है। इस प्रकार बीमारियाँ क्यों फैलती हैं, उनके लक्षण और उपचार क्या हैं। इन बीमारियों से कैसे बचा जा सकता है और रोकथाम के उपाय क्या हैं।
मलेरिया और उसका उपचार
मलेरिया नामक बीमारी है, जो मादा मच्छर के काटने से होती है। इस मच्छर को एनाफ़िलिस भी कहते है। मलेरिया के इलाज करने के लिए खून टेस्ट करवाना पड़ता है। खून की जाँच काँच की स्लाइड पर खून की बूँद रख कर सूक्ष्मदर्शी द्वारा की जाती है। इसे माइक्रोस्कोप भी कहते हैं। इसमें एक चीज़ हज़ार गुना बड़ी दिखती है। इसलिए खून के अंदर की बारीकियाँ सांफ दिखाई देती है।
खून में मलेरिया के जीवाणु इसमें बड़े आसानी से दिख जाते हैं। मलेरिया होने पर तेज बुखार रहता है। पूरा शरीर थकावट महसूश करता है। कई बार तो तेज बुखार आने पर ठंड लगने लगती है और पूरे शरीर में कंपकपी चढ़ जाती है। मलेरिया की दवाई बहुत पुराने समय से सिनकोना पेड़ की छाल से बनाई जाती रही है।
मच्छरों द्वारा फैलने वाली बीमारियाँ और बचाव
मच्छरों द्वारा मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया नामक बीमारियां होती हैं। इसके लिए हमें अपने आस-पास पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। गड्डों को भर देना चाहिए ताकि उसमें बारिश का पानी जमा न हो। पानी के बर्तन, टंकी, कूलर साफ़ रखें, और हर हफ़्ते सुखाएँ और नालियों में मिटटी के तेल का छिड़काव करना चाहिए। नहीं तो मच्छर पानी में बैठ कर अंडे देते है इन्हीं अंडो से लारवे निकलते है। इन्हें हैड लेंस से देखा जा सकता हैं। मक्खियाँ भी खाने की चीजों पर बैठ कर गंदगी फैलाती हैं। इसलिए हमें खाने की चीजों को ढक कर रखना चाहिए, जिसे हम बीमारी और पेट ख़राब होने से बचे रहे।
अनीमिया और उसके लक्षण
अनीमिया एक बीमारी है जो खून में हिमोग्लोबिन और आयरन की कमी के कारण होती है। अनीमिया से शरीर सुस्त और कमज़ोरी से घिरा रहता है। मनुष्य के शरीर में हिमोग्लोबिन की नाँर्मल रेज 12 से 16 होती है। अनीमिया के उपचार के लिए डॉक्टर हमेशा खूब हरी सब्जीयाँ और पालक खाने की सलाह देते हैं। जिसे हमारे शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा तेज़ी से बढ़े। अनीमिया की जाँच भी खून को स्लाइड पर रख कर सूक्ष्मदर्शी द्वारा की जाती है। 17 नवंबर 2007 को दिल्ली नगर-निगम के बहुत से स्कूलों में बच्चे अनीमिया के शिकार हो गए थे। इससे बच्चों की शारीरिक और दिमागी तंदुरुस्ती पर गहरा असर पड़ा था।