एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 भूगोल अध्याय 2 भूमि मृदा जल प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 भूगोल अध्याय 2 भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन के प्रश्न उत्तर हिंदी और अंग्रेजी में सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। सीबीएसई के साथ-साथ राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए भी यहाँ दिए गए आठवीं कक्षा के भूगोल के समाधान लाभकारी हैं।
कक्षा 8 भूगोल अध्याय 2 भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति के प्रश्न उत्तर
भूमि का उपयोग कौन से कारकों द्वारा निर्धारित किया जाता है?
भूमि का उपयोग भौतिक कारकों द्वारा निर्धारित किया जाता है, जैसे स्थलाकृति, मृदा, जलवायु, खनिज और जल की उपलब्धता। मानवीय कारक जैसे जनसंख्या और प्रौद्योगिकी भी भूमि उपयोग प्रतिरूप के महत्त्वपूर्ण निर्धारक हैं। इन्ही कारकों के आधार पर भूमि का उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है, जैसे—कृषि, वानिकी, खनन, सड़क निर्माण, उद्योगों की स्थापना इत्यादि।
भूमि को महत्त्वपूर्ण संसाधन क्यों माना जाता है?
भूमि विभिन्न प्रकार के पौधों और जानवरों को आवास प्रदान करती है। इसका उपयोग मानव द्वारा कृषि, खनन, वन संसाधन तथा मकान एवं सड़क निर्माण में भी किया जा रहा है। इसीलिए इसे एक महत्वपूर्ण संसाधन माना जाता है।
जल उपलब्धता की समस्याएँ क्या है?
विश्व के कई प्रदेशों में जल की कमी है। अधिकांश अफ्रीका, पश्चिमी एशिया, दक्षिणी एशिया, पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका के भाग, उत्तर-पश्चिमी मैकस्किो, दक्षिण अमेरिका के भाग और संपूर्ण आस्ट्रेलिया अलवणीय जल की आपूर्ति की कमी का सामना कर रहे हैं। ये देश ऐसे जलवायु प्रदेशों में स्थित हैं जहाँ अकसर सूखा पड़ता है। उनमें जलाभाव की अधिक समस्या बनी रहती है। इस प्रकार जल का अभाव मौसमी अथवा वार्षिक वर्षण में विविधता के परिणामस्वरूप हो सकता है अथवा अति उपयोग और जल स्रोतों के संदूषण के कारण भी जल का अभाव हो सकता है।
जल संरक्षण के तीन तरीके बताइए।
जल संरक्षण के लिए सुझाव इस प्रकार हैं:
वर्षा जल संचयन।
वनीकरण को बढ़ावा देकर भूजल की पूर्ति करना।
पानी की बर्बादी को कम करना, लोगों को अधिक जागरूक करना।
प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन का संरक्षण कैसे किया जा सकता है?
प्राकृतिक वनस्पति को संरक्षित करने के लिए सामाजिक वानिकी और वनमोहोत्सव जैसे जागरूकता कार्यक्रमों को क्षेत्रीय और सामुदायिक स्तर पर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। बड़े पैमाने पर पेड़ों को काटना, वनोन्मूलन रोकना चाहिए। बंजर, बेकार पड़ी भूमि पर अधिक-से-अधिक पेड़-पौधे लगाकर वन लगाने/उगाने चाहिएँ। स्थानीय लोगों को वन प्रबंधन तथा वनों को उपयोग करने के अधिकार दिए जाने चाहिएँ। इमारती लकड़ी के व्यापार के लिए बिना अनुमति के पेड़ों को काटना रोका जाना चाहिए।
वन्यजीवों की रक्षा के लिए कई अभयारण्य, राष्ट्रीय उद्यान और जैव-रिज़र्व बनाए गए हैं और प्रोजेक्ट टाइगर और प्रोजेक्ट हाथी जैसी परियोजनाएं शुरू की गई हैं। आग से वनों एवं वन्यजीवों की हानि होती है इसलिए, वनों को आग से बचाना चाहिए।
मृदा निर्माण के लिए उत्तरदायी दो मुख्य जलवायु कारक कौन-से हैं?
तापमान और वर्षा मिट्टी के निर्माण के लिए जिम्मेदार दो मुख्य जलवायु कारक हैं।
भूमि निम्नीकरण के कोई दो कारण लिखिए।
वनों की कटाई और कृषि भूमि में रसायनों (कीटनाशकों और उर्वरकों) का बढ़ता उपयोग भूमि क्षरण के लिए जिम्मेदार दो कारक हैं।
किन्हीं दो सोपानों के नाम बताइए जिन्हें सरकार ने पौधों और प्राणियों के संरक्षण के लिए आरंभ किया है।
सरकार द्वारा उठाए गए निम्नलिखित दो महत्वपूर्ण कदम हैं:
सरकार ने प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य और बायोस्फीयर रिजर्व की स्थापना की।
इसने शेर, बाघ, हिरण, ग्रेट इंडियन बस्टर्ड और मोर की हत्या पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इसने अंतर्राष्ट्रीय समझौतों CITES के तहत संरक्षित पौधों और जानवरों की प्रजातियों के व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सही उत्तर को चिह्नित कीजिए
(i) निम्नलिखित में से कौन-सा कारक मृदा निर्माण का नहीं है?
(क) समय (ख) मृदा का गठन (ग) जैव पदार्थ
(ii) निम्नलिखित में से कौन-सी विधि तीव्र ढालों पर मृदा अपरदन को रोकने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है?
(क) रक्षक मेखला (ख) मलचिंग (ग) वेदिका कृषि
(iii) निम्नलिखित में से कौन-सा प्रकृति के संरक्षण के अनुकूल नहीं है?
(क) बल्ब को बंद कर देना चाहिए जब आवश्यकता न हो।
(ख) नल को उपयोग के बाद तुरंत बंद कर देना चाहिए।
(ग) खरीददारी के बाद पॉली पैक को नष्ट कर देना चाहिए।
उत्तर:
(i) (बी) मिट्टी की बनावट
(ii) (सी) सीढ़ीदार खेती
(iii) (सी) खरीदारी के बाद पॉलीपैक का निपटान करें।
निम्नलिखित कथनों में से सत्य अथवा असत्य बताइए। यदि सत्य है तो उसके कारण लिखिए
(i) भारत का गंगा, ब्रह्मपुत्र का मैदान अत्यधिक आबाद प्रदेश है।
(ii) भारत में प्रति व्यक्ति जल की उपलब्धता कम हो रही है।
(iii) तटीय क्षेत्रों में पवन गति रोकने के लिए वृक्ष कतार में लगाए जाते हैं, जिसे बीच की फसल उगाना कहते हैं।
(iv) मानवीय हस्तक्षेप और जलवायु परिवर्तन पारितंत्र को व्यवस्थित रख सकते हैं।
उत्तर:
(i) सत्य
कारण: मैदानी एवं नदी घाटी क्षेत्र सदैव कृषि के लिए अच्छे होते हैं। तो, ये दुनिया के घनी आबादी वाले क्षेत्र हैं।
(ii) सत्य
कारण: जनसंख्या में वृद्धि के कारण पानी की मांग और वनों की कटाई भी बढ़ जाती है जिससे ताजे पानी के भंडार (जैसे नदियाँ और भूजल) कम हो जाते हैं। अतः जल की उपलब्धता में कमी आ रही है।
(iii) असत्य
कारण: तटीय क्षेत्रों में लगाए गए पेड़ों की पंक्तियों को आश्रय बेल्ट कहा जाता है। यह मिट्टी को बारिश के पानी से बहने से बचाता है।
(iv) असत्य
कारण: मानवीय हस्तक्षेप और जलवायु परिवर्तन पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।