कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 9 एनसीईआरटी समाधान – गति एवं समय
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 9 गति एवं समय एनसीईआरटी समाधान – सलूशन पर आधारित पठन सामाग्री तथा अभ्यास के प्रश्न उत्तर यहाँ से प्राप्त करें। सातवीं कक्षा विज्ञान के अध्याय 9 के सभी प्रश्नों को पुनः संशोधित करके इसे सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए बनाया गया है। 7वीं कक्षा विज्ञान के सभी अध्यायों के समाधान कक्षा 7 विज्ञान ऑफलाइन ऐप में भी दिए गए हैं जो प्ले स्टोर पर निशुल्क उपलब्ध है।
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 9 के एनसीईआरटी समाधान नीचे दिए गए हैं:
विरामावस्था तथा गति में अंतर
जब हम वस्तुओं की विरामावस्था अथवा गतिशीलता की बात करते हैं तो यह समझ जाना चाहिए कि संपूर्ण ब्रह्माण्ड में कुछ भी पूर्ण विरामावस्था में नहीं है। विरामावस्था तथा गति वास्तव में सापेक्षिक होती हैं। एक वस्तु एक निर्देशित बिन्दु की तुलना में विरामावस्था में हो सकती है, तथा अन्य की तुलना में समान बिन्दु पर गति में हो सकती है। गतिशील रेलगाड़ी के एक डिब्बे में बैठे लोगों का उदाहरण इस कथन की व्याख्या करता है। यहाँ लोग; प्लेटफार्म, वृक्षों के सापेक्ष; डिब्बे के बाहर गतिशील प्रतीत होते हैं परंतु भीतर बैठे लोगों के सापेक्ष विरामावस्था में होते हैं।
- कुछ वस्तुएँ समय के अनुसार अपनी स्थिति में परिवर्तन नहीं करती हैं जैसे इमारतें, सड़कें आदि। इन्हें ‘विरामावस्था’ में कहा जाता है।
- अन्य समय के अनुसार अपनी स्थिति में परिवर्तन करती हैं। उदाहरण- उड़ता हुआ पक्षी अथवा हवाई जहाज। ऐसी वस्तुओं को ‘गतिशील’ अवस्था में कहा जाता है।
- कुछ वस्तुएँ, एक समय पर विरामावस्था में हो सकती हैं तथा अन्य समय पर वे गतिशील हो सकती हैं।
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 9 के प्रश्न उत्तर विस्तार से
चाल तथा वेग मे अंतर
चाल | वेग |
---|---|
गतिशील वस्तु द्वारा समय की प्रत्येक इकाई में तय की गई दूरी। | प्रत्येक इकाई में एक निश्चित दिशा में तय की गई दूरी। |
यह एक अदिश राशि है। | यह एक सदिश राशि है। |
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 9 के कुछ प्रमुख प्रश्न और उत्तर
सन-डायल तथा सैन्ड क्लॉक क्या हैं?
समय मापन की प्रारंभिक विधियों में उपकरण जैसे सन-डायल तथा सैन्ड क्लॉक हैं। सन-डायल का प्रयोग दिन के समय को मापने के लिए किया जाता है जो इस सिद्धांत पर आधारित था कि वस्तु की छाया की लंबाई दिन के समय के अनुसार परिवर्तित होती रहती है। ऐसे डायलों को दिल्ली और जयपुर के जंतर-मंतर में देखा जा सकता है। सैन्ड क्लॉक (ैंदक बसवबा) का प्रयोग सबसे पहले रोमन लोगों ने किया था जो इस सिद्धांत पर आधारित थी कि एक निश्चित समय अंतराल में रेत की एक निश्चित मात्रा एक संकरे रास्ते से गुजरती है।
छोटे समय अंतराल को हम किस प्रकार माप सकते हैं?
निरंतर गतिशील दीवार तथा हाथ की घड़ियाँ बिल्कुल सही समय बताती हैं। इनके द्वारा लंबे समय अतंराल का भी मापन किया जा सकता है जैसे कि एक घंटे में कार ने कितने कि.मी. का सफर तय किया अथवा एक बल्लेबाज ने शतक लगाने मे कितना समय लिया। छोटे समय अंतरालों का सही मापन घड़ियों द्वारा हो सकता है जो आरंभ अथवा बंद एक निश्चित समय पर होती हैं। ऐसी घड़ियों को विराम घड़ी कहते हैं, बहुत-सी आधुनिक डिजिटल घड़ियाँ भी एक ही शैली पर कार्य करती हैं, बहुत सारी घड़ियाँ समय का प्रदर्शन ‘अंकों’ में करती हैं न कि घंटे, मिनट अथवा सेकिण्ड क सुइयों द्वारा।
किसी पिंड की समान गति से क्या तात्पर्य है?
जब कोई वस्तु एक सीधी रेखा मे एक समान दूरी एक समान समय अंतराल में, तय करती है तो उसे ‘समान गति’ में कहा जाता है। अर्थात गतिमान वस्तु की चाल तथा दिशा में समय के साथ कोई परिवर्तन नहीें होता है।
चाल किसे कहते हैं?
किसी वस्तु द्वारा किसी समय की इकाई में तय दूरी को चाल कहते हैं।
दूरी-समय रेखाचित्रण क्या दर्शाता है?
एक समान गति के लिए अगर एक वस्तु एकसमान गति से गतिमान है और उसके द्वारा तय की गई दूरी तथा लगे समय का
रेखाचित्रण बनाया जाए, तो वह एक सीधी रेखा जो सीधी उपर की ओर बढ़ रही है प्रदर्शित होगा। ढलान गतिमान वस्तु की चाल
है। ऐसा रेखाचित्रण एकसमान गति का दूरी-समय रेखाचित्रण कहलाता है।
विस्थापन किसे कहते हैं?
एक निश्चित दिशा में गतिशील वस्तु की स्थिति में परिवर्तन, विस्थापन कहलाता है। इसे अक्षर d या x द्वारा चिह्नित किया जाता है। विस्थापन एक सदिश राशि है जिसमें परिमाण तथा दिशा दोनों होते हैं। इसका मूल्यांकन धनात्मक (+), शून्य (0)
अथवा ऋणात्मक (-) हो सकता है। अत: विस्थापन गतिशील वस्तु की प्रारंभिक तथा अंतिम स्थितियों के मध्य की लघुतम दूरी
(सीधी दूरी) है। यह एक अंक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है जिसके मात्रक तथा दिशा होती है।