कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 5 एनसीईआरटी समाधान – भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 5 भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन एनसीईआरटी समाधान – सलूशन शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए पीडीएफ़ तथा विडियो में विद्यार्थी तिवारी अकादमी वैबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं। 7वीं कक्षा विज्ञान की पुस्तक के प्रश्न उत्तर को ऑफलाइन प्रयोग करने के लिए कक्षा 7 विज्ञान ऐप का प्रयोग करें जो बिलकुल मुफ्त है। सातवीं कक्षा विज्ञान के प्रश्न उत्तर हिंदी मध्यम तथा अंग्रेजी दोनों में दिए गए हैं। छात्र अपनी सुविधानुसार इसे प्रयोग कर सकते हैं।
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 5 के एनसीईआरटी समाधान नीचे दिए गए हैं:
भौतिक परिवर्तन से आप क्या समझते हैं?
पदार्थ के आकार, आमाप (साइज), रंग और अवस्था जैसे गुण उसके भौतिक गुण कहलाते हैं। वह परिवर्तन, जिसमें किसी पदार्थ के भौतिक गुणों में परिवर्तन हो जाता है, भौतिक परिवर्तन कहलाता है। भौतिक परिवर्तन सामान्यत: उत्क्रमणीय होता है। ऐसे परिवर्तन में कोई नया पदार्थ नहीं बनता है।
भौतिक परिवर्तन की विशेषताएँ:
- 1. भौतिक परिवर्तन केवल पदार्थों के भौतिक गुणों में ही परिवर्तन लाता है।
- 2. परिवर्तन द्वारा नए पदार्थ का निर्माण नहीं होता है।
- 3. भौतिक परिवर्तनों में ऊर्जा की मुक्ति या अवशोषण नहीं होता है।
- 4. ये परिवर्तन उत्क्रमीणीय तथा अस्थाई होते हैं।
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 5 के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
जब नींबू के रस में खाने का सोडा मिलाया जाता है, तो बुलबुले बनते हैं और गैस निकलती है। यह किस प्रकार का परिवर्तन है? समझाइए।
यह एक रासायनिक परिवर्तन है।
खाने का सोडा + नींबू का रस —-> नमक + कार्बन डाइऑक्साइड + पानी
जब अम्ल किसी कार्बोनेट के साथ क्रिया करता है, तो नमक, कार्बन डाइऑक्साइड और पानी बनता है।
जब कोई मोमबत्ती जलती है, तो भौतिक और रासायनिक परिवर्तन दोनों होते हैं। इन परिवर्तनों की पहचान कीजिए। ऐसे ही किसी ज्ञात प्रक्रम का एक और उदाहरण कीजिए, जिसमें भौतिक और रासायनिक परिवर्तन दोनों होते हैं।
भौतिक परिवर्तन: गर्म होने पर, मोमबत्ती का मोम पिघल जाता है, यह एक भौतिक परिवर्तन है। चूंकि यह ठंडा होने पर फिर से ठोस मोम में बदल जाता है।
रासायनिक परिवर्तन: लौ के पास का मोम जलता है और कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन कालिख, जल वाष्प, गर्मी और प्रकाश जैसे नए पदार्थ देता है।
भोजन पकाना, एक और उदाहरण है जहाँ भौतिक और रासायनिक दोनों परिवर्तन होते हैं।
आप यह कैसे दिखाएँगे कि दही का जमना एक रासायनिक परिवर्तन है।
दही का जमना एक रासायनिक परिवर्तन है क्योंकि इसमें एक नया पदार्थ (लैक्टिक अम्ल) बनता है जो मूल पदार्थ (वसा और प्रोटीन) यानी दूध से स्वाद में भिन्न होता है। इसके अलावा परिवर्तन अपरिवर्तनीय है (दही को दूध में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है)।
समझाइए कि लकड़ी के जलने और उसे छोटे टुकड़ों में काटने को दो भिन्न प्रकार के परिवर्तन क्यों माना जाता है।
लकड़ी जलाना एक रासायनिक परिवर्तन है क्योंकि जलने पर लकड़ी राख (कार्बन), कार्बन डाइऑक्साइड गैस, जल वाष्प, गर्मी और प्रकाश जैसे नए पदार्थों में परिवर्तित हो जाती है। इसके अलावा परिवर्तन अपरिवर्तनीय है। जबकि छोटे टुकड़ों में लकड़ी काटना एक भौतिक परिवर्तन है क्योंकि लकड़ी की मूल संरचना नहीं बदलती है। कोई नया पदार्थ नहीं बनता है।
कॉपर सल्फेट के क्रिस्टल कैसे बनते हैं, इनका वर्णन कीजिए।
कॉपर सल्फेट के क्रिस्टल निम्नानुसार तैयार किए जाते हैं:
- 1.एक बीकर में पानी ले लो और सल्फ्यूरिक अम्ल की कुछ बूँदें डालें।
- 2. पानी गर्म करें। जब यह उबलने लगे तो इसमें लगातार कॉपर सल्फेट पाउडर डालें।
- 3. संतृप्ति स्तर तक कॉपर सल्फेट पाउडर डालना जारी रखें।
- 4. घोल को छान लें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
- 5. हम कुछ घंटों के बाद कॉपर सल्फेट के क्रिस्टल का निरीक्षण कर सकते हैं।
समझाइए कि लोहे के गेट को पेन्ट करने से उसका जंग लगने से बचाव किस कारण से होता है।
जंग लगने के लिए, ऑक्सीजन और पानी (या जल वाष्प) दोनों की उपस्थिति की आवश्यकता होती है। पेंट की परत हवा और ऑक्सीजन के साथ लोहे के सीधे संपर्क को रोक कर जंग लगने से बचाता है।
समझाइए कि रेगिस्तानी क्षेत्रों की अपेक्षा समुद्र तटीय क्षेत्रों में लोहे की वस्तुओं में जंग अधिक क्यों लगती है।
जंग लगने के लिए, ऑक्सीजन और नमी (जल वाष्प) दोनों की उपस्थिति की आवश्यकता होती है। तटीय क्षेत्रों में रेगिस्तान क्षेत्रों (कम आर्द्र) की तुलना में हवा में नमी की मात्रा अधिक (अत्यधिक नम) होती है, इसलिए तटीय क्षेत्रों में जंग अधिक लगती है।
भौतिक परिवर्तनों के उदाहरण:
- 1. विद्युत बल्ब का जलना।
- 2. कागज का फटना।
- 3. बर्फ का पिघलना।
- 4. ठंडा तथा गर्म करने पर पदार्थों का संकुचन तथा प्रसार होना।
- 5. वाष्पीकरण।
- 6. पदार्थों का क्रिस्टलीकरण।
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 5 के प्रश्न उत्तर विस्तार से
रसायनिक परिवर्तन किसे कहते हैं?
वह परिवर्तन, जिसमें एक अथवा एक-से अधिक नए पदार्थ बनते हैं, रासायनिक परिवर्तन कहलाता है। रासायनिक परिवर्तन को
रासायनिक अभिक्रिया भी कहते हैं। एक रासायनिक परिवर्तन द्वारा नए यौगिकों का निर्माण होता है। नए निर्मित यौगिकों के नए गुण, वास्तविक पदार्थ से भिन्न होते हैं। रासायनिक परिवर्तन स्थाई होते हैं। इन परिवर्तनों को साधारण भौतिक विधियों द्वारा उत्क्रमित करना संभव नहीं होता है। रासायनिक परिवर्तन में प्राय: अधिक मात्रा में ऊर्जा की मुक्ति या अवशोषण होता है।
उदाहरण:
- कागज, कोयला, अन्य कोई र्इंधन, एल.पी.जी., पेट्रोलियम आदि का जलना।
- पटाखों का जलना।
- दूध से दही का बनना।
- लोहे में जंग लगना।
- भोजन का पाचन।
कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 5 के प्रमुख प्रश्न उत्तर
वाष्पीकरण से आप क्या समझते हैं?
यह एक भौतिक परिवर्तन है। यह सभी तापमानों पर जल का उसके वाष्पों में परिवर्तित होना है। इस वाष्प को पुन: द्रव रूप में ठंडा करने पर (संघनन) परिवर्तित किया जा सकता है। अत: यह एक उत्क्रमणीय परिवर्तन है। वाष्पीकरण को प्रभावित करने वाले कारक हैं द्रव्य का सतही क्षेत्रफल (वाष्पीकरण एक सतही प्रक्रिया है), चारों ओर का तापमान तथा वायु की गतिशीलता। जितना अधिक सतही क्षेत्रफल होगा, उतना ही अधिक वाष्पीकरण होगा। उदाहरण प्रकृति में जल-चक्र।
घुलनशीलता किसे कहते हैं?
जब कोई पदार्थ, जैसे चीनी अथवा कॉपर सल्फेट, जल जैसे घोलक में घुल जाए तब इसे घुलनशीलता कहते हैं।
क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया क्या होती है?
धीरे-धीरे गर्म करने से घुले हुए पदार्थ को पुन: ठोस रूप में प्राप्त किया जा सकता है। इसे क्रिस्टलीकरण कहते हैं।
कागज का जलना किस प्रकार का परिवर्तन है?
जब कागज जलता है, राख (कार्बन) उत्पन्न होती है जिसे वापस कागज में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है। ताप के साथ-साथ प्रकाश भी उत्पन्न होता है। सेल्यूलोस से निर्मित कागज के जलने पर कार्बन तथा धुआँ उत्पन्न होता है। अत: यह एक रासायनिक परिवर्तन है।
दूध का जमना भौतिक परिवर्तन है या रसायनिक?
द्रव दूध से दही का जमना, एक रासायनिक परिवर्तन है। यह परिवर्तन दही बनाने वाले जीवाणुओं द्वारा संभव होता है। इसमें प्रोटीन, वसा तथा आर्गेनिक अम्लों में रासायनिक क्रियाएँ सम्मिलित हैं जिनके द्वारा नए उत्पादन का निर्माण होता है। दही को पुन: उत्क्रमित कर दूध नहीं प्राप्त किया जा सकता, अत: यह एक अनुत्क्रमणीय परिवर्तन है।
रासायनिक परिवर्तन को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?
रासायनिक परिवर्तन को प्रभावित करने वाले कारक:
- तापमान: बहुत-सारे परिवर्तन केवल गर्म करने पर ही संभव होते हैं। जैसे – आयरन (लोहा) तथा सल्फर (गंधक) रासायनिक तौर पर मिलकर, गर्म करने पर एक नए यौगिक, आयरन सल्फाइड का निर्माण करते हैं।
- प्रकाश: हरे पेड़-पौधों में प्रकाश संश्लेषण, प्रकाश की उपस्थिति में भोजन बनाना है। फोटोग्राफी भी प्रकाश की उपस्थिति में
कार्य करती है। ये प्रकाश-रासायनिक परिवर्तन कहलाते हैं। - संपर्क: एक परिवर्तन को लाने के लिए क्रियाकारकों का आपस में सपंर्क होना चाहिए।
- विद्युत: अम्लीय जल से विद्युत प्रवाहित करने पर जल रासायनिक रूप से हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन में टूट जाता है।
- माध्यम: बहुत सारी रासायनिक क्रियाओं द्वारा परिवर्तन तभी संभव होता है जब वे किसी माध्यम जैसे जल में विद्यमान होते हैं।
- उत्प्रेरक: उत्प्रेरक एक ऐसा पदार्थ होता है जो परिवर्तन लाने के लिए रासायनिक क्रिया की गति को तीव्र कर देता है तथा क्रिया
के पश्चात भी अपरिवर्तित रहता है। जैसे पोटैशियम क्लोरेट को उत्प्रेरक मैंगनीज डाइ-ऑक्साइड की उपस्थिति में गर्म करने पर ऑक्सीजन प्राप्त होती है।
रासायनिक समीकरण क्या होता है?
पदार्थों के परमाणुओं द्वारा अणुओं का निर्माण होता है जो अन्य अणुओं के साथ क्रिया द्वारा रासायनिक परिवर्तन लाते हैं।
रासायनिक क्रिया में परमाणुओं की पुन: व्यवस्था द्वारा विभिन्न गुणों वाले नए यौगिकों का उत्पादन होता है। पदार्थों के संकेतों तथा सूत्रों के प्रयोग द्वारा रासायनिक क्रियाओं को प्रदर्शित किया जाता है। एक रासायनिक क्रिया के लघुतम प्रदर्शन को रासायनिक समीकरण कहते हैं।
रासायनिक क्रियाओं के विभिन्न प्रकार पर आधारित प्रश्न
संयोजन क्रिया किसे कहते हैं?
वह क्रिया, जिसमें एक यौगिक का निर्माण तत्वों अथवा अधिक सरल यौगिकों द्वारा होता है, सरल संयोजन क्रिया कहलाती है।
अपघटन क्रिया के लिए आवश्यक परिश्थितियाँ क्या हैं?
अपघटन क्रिया में एक पदार्थ दो या दो से अधिक पदार्थों में टूट जाता है। ये क्रियाएँ, विभिन्न परिस्थितियों जैसे ताप, प्रकाश, विद्युत आदि द्वारा भी संभव कराई जाती है।
विस्थापन क्रिया से आप क्या समझते हैं?
इस क्रिया में एक तत्व अथवा आयन एक यौगिक में से दूसरे को स्थानांतरित करता है। एक नए यौगिक का निर्माण करता है। अधिक क्रियाशील तत्व, कम क्रियाशील तत्व को स्थानांतरित कर देता है।
द्वि-विस्थापन क्रिया क्या है?
द्वि-विस्थापन क्रिया में दो यौगिक, अपने मूलकों के फेर-बदल द्वारा क्रिया करते हैं।
उदासीनीकरण क्रिया क्रिया में क्या उत्पाद बनते हैं?
उदासीनीकरण क्रिया में अम्ल, क्षार से क्रिया करके लवण तथा जल का निर्माण करता है।
उपचयन एवं अपचयन क्रियाएँ क्या होती हैं?
उपचयन एवं अपचयन क्रियाओं में ऑक्सीजन का जुड़ना अथवा हाइड्रोजन का हटना अभिक्रिया का एक मुख्य भाग है।
रासायनिक परिवर्तन की हमारे दैनिक जीवन में उपयोगिता
रासायनिक परिवर्तन हमारे जीवन में अत्यधिक उपयोगी हैं। सभी नए पदार्थ रासायनिक परिवर्तनों के परिणामस्वरूप ही बनते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी अयस्क में से धातु का निष्कर्षण करना हो, जैसे लौह अयस्क से लोहे का, तो हमें निश्चित क्रम में रासायनिक परिवर्तन करने पड़ते हैं। औषधि भी रासायनिक अभिक्रियाओं कीशृंखला का अन्त्योउत्पाद होती है। उपयोगी नए पदार्थ जैसे प्लास्टिक और अपमार्जकों (डिटर्जेंट्स) को रासायनिक अभिक्रियाओं द्वारा ही बनाया जाता है। वास्तव में, प्रत्येक नए पदार्थ की खोज रासायनिक परिवर्तनों का अध्ययन करके ही की गई है।