कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 11 नीलकंठ के प्रश्न उत्तर
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 11 नीलकंठ के प्रश्न उत्तर, अभ्यास के लिए अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से निशुल्क प्राप्त किए जा सकते हैं। 7वीं कक्षा में छात्र हिंदी के पाठ 11 को यहाँ दी गई अध्ययन सामग्री के माध्यम से आसानी से समझ सकते हैं।
कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 11 नीलकंठ के प्रश्न उत्तर
मोर-मोरनी के नाम किस आधार पर रखे गए?
मोर की गर्दन नीली होती है उसके इसी रंग के कारण उसका नाम नीलकंठ रखा गया। मोरनी सदा उसके साथ ऐसे रहा करती थी जैसे राधा भगवान कृष्ण के साथ रहा करती थी इसलिए मोरनी का नाम राधा रखा गया।
जालीघर में रहनेवाले सभी जीव एक-दूसरे के मित्र बन गए थे, पर कुब्जा के साथ ऐसा संभव क्यों नहीं हो पाया?
कुब्जा लड़ाकू स्वभाव की थी वह किसी से बात करना और मिलना पसंद नहीं करती थी उसे केवल नीलकंठ का साथ अच्छा लगता था वह उसी के साथ अकेले रहना चाहती थी । इसी लिए जालीघर के सभी प्राणियों में मित्रता के बाद भी वह अकेली थी।
जाली के बड़े घर में पहुँचने पर मोर के बच्चों का किस प्रकार स्वागत हुआ?
जाले के बड़े घर में जब मोर के बच्चे पहॅंचे तो उनके स्वागत में अंदर के सभी पशु-पक्षी चारों तरफ घूम-घूमकर उनका निरीक्षण करने लगे लक्का कबूतर अपना नाच-गाना छोड़कर उनके चारों ओर घूमकर गुटर-गूं करने लगा, छोटे खरगोश भी उनके चारों ओर उछल-कूद कर नाचने लगे। इस प्रकार उन दोनों का स्वागत करने में चारों तरफ उत्सव का सा माहौल हो गया।
नीलकंठ ने खरगोश के बच्चे को साँप से किस तरह बचाया? इस घटना के आधार पर नीलकंठ के स्वभाव की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
जब सांप ने खरगोष के बच्चे को अपने मुंह में दबा लिया तो उसकी चीं-चीं की आवाज सुनकर पेड़ पर बेठा नीलकंठ उसके पास आया और उस बच्चे को बचाने के लि उसने साँप के फन के कुछ पीछे अपनी चोंच से वार किए जिससे कुछ ही देर में साँप ने खरगोष के बच्चे को छोड़ दिया, उसके बाद उसने साँप को मार डाला और सहमे हुए खरगोष के बच्चे को अपने पंखों में छुपाकर उसे सहारा देता रहा। उसके इस व्यवहार से यह पता चलता है कि वह वीर, साहसी और संकट में अपने मित्रों का साथ देने वाला था।
लेखिका को नीलकंठ की कौन-कौन सी चेष्टाएँ बहुत भाती थीं?
जब मोर गर्दन ऊॅंची करके देखता, गर्दन को नीची करके पानी पीता और गर्दन को टेढ़ी करके कुढ़ सुनने की कोशिश करता तथा पंख फैलाकर झूमकर नाचता तो उसकी ये सभी चेष्टायें लेखिका को बहुत भाती थी।
यह पाठ एक ‘रेखाचित्र’ है। रेखाचित्र की क्या-क्या विशेषताएँ होती हैं? जानकारी प्राप्त कीजिए और लेखिका के लिखे किसी अन्य रेखाचित्र को पढ़िए।
रेखाचित्र में किसी के जीवन के महत्वपूर्ण चित्रों के द्वारा उसके पूरे जीवन की जानकारी मिल जाती है जिसमें भावनात्मकता और संवेदना प्रधान होती है। लेखिका के अन्य रेखाचित्र सोना और गिल्लू आदि हैं जिन्हें बच्चे अपने पुस्तकालय से लकर रेखाचित्रों के बारे में और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
‘इस आनंदोत्सव की रागिनी में बेमेल स्वर कैसे बज उठा’। वाक्य किस घटना की ओर संकेत कर रहा है?
नीलकंठ और राधा आपस में खुशी से रह रहे थे लेकिन उनकी यह खुशी ज्यादा दिन तक न रह सकी उन दोनों के बीच कुब्जा नाम की एक मोरनी आ गई उससे दोनों की यह खुशी देखी नहीं गई और उसने राधा को परेशान करना शुरू कर दिया वह उसे नीलकंठ के पास तक नहीं जाने देती थी और उस पर चोंच से प्रहार करती थी। वह हर समय नील कंठ के नजदीक रहता चाहती थी और किसी को भी उसके नजदीक नहीं आने देती थी। नीलकंठ उससे दूर रहना चाहता था ओर राधा के समीप रहना चाहता था पर कुब्जा के रहते हुए ऐसा संभव नहीं था। नील कंठ इस माहौल में दुखी रहने लगा जिसका अंत उसकी मृत्यु के रूप में हुआ।
वसंत ऋतु में नीलकंठ के लिए जालीघर में बंद रहना असहनीय क्यों हो जाता था?
वसंत ऋतु में प्रकृति में चारों ओर हीरयाली छा जाती है प्रकृति अपने नए रूप में सामने आती है और मोर एक प्रकृति प्रेमी जीव ठहरा उसे पेड़ों की ऊॅंची डाले पर बैठना और खुले में प्रकृति का आनंद लेना अच्छा लगता था। ऐसे में उसे पिंजड़े में रोकना काफी मुश्किल था इसीलिए उसे जालीघर में से छोड़ना पड़ता था।