एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 राजनीति विज्ञान अध्याय 6 अंतर्राष्ट्रीय संगठन
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 राजनीति विज्ञान अध्याय 6 अंतर्राष्ट्रीय संगठन भाग 1 पाठ 6 के अभ्यास के प्रश्न उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 12 राजनीति विज्ञान के पाठ 6 के उत्तर हिंदी और अंग्रेजी में विडियो और पीडीएफ के रूप में विद्यार्थी यहाँ से पढ़ सकते हैं। ये समाधान तिवारी अकादमी वेबसाइट तथा ऐप दोनों पर निशुल्क उपलब्ध हैं।
कक्षा 12 राजनीति विज्ञान अध्याय 6 एनसीईआरटी समाधान
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 राजनीति विज्ञान अध्याय 6 अंतर्राष्ट्रीय संगठन
निषेधाधिकार (वीटो) के बारे में नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। इनमें प्रत्येक के आगे सही या गलत का चिह्न लगाएँ:
(क) सुरक्षा परिषद के सिर्फ स्थायी सदस्यों को ‘वीटो’ का अधिकार है।
उत्तर:- सही
(ख) यह एक तरह की नकारात्मक शक्ति है।
उत्तर:- सही
(ग) सुरक्षा परिषद के फैसलों से असंतुष्ट होने पर महासचिव ‘वीटो’ का प्रयोग करता है।
उत्तर:- गलत
(घ) एक ‘वीटो’ से भी सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव नामंजूर हो सकता है।
उत्तर:- सही
संयुक्त राष्ट्र के कार्यों के बारे में निम्न कथनों में से प्रत्येक के खिलाफ सही या गलत को चिह्नित करें:
(क) सुरक्षा और शांति से जुड़े सभी मसलों का निपटारा सुरक्षा परिषद् में होता है।
उत्तर:- सही
(ख) मानवतावादी नीतियों का क्रियान्वयन विश्वभर में फैली मुख्य शाखाओं तथा एजेंसियों के मार्फत होता है।
उत्तर:- गलत
(ग) सुरक्षा के किसी मसले पर पाँच स्थायी सदस्य देशों का सहमत होना उसके बारे में लिए गए फैसले के क्रियान्वयन के लिए जरूरी है।
उत्तर:- सही
(घ) संयुक्त राष्ट्रसंघ की महासभा के सभी सदस्य संयुक्त राष्ट्रसंघ के बाकी प्रमुख अंगों और विशेष एजेंसियों के स्वतः सदस्य हो जाते है।
उत्तर:- गलत
निम्नलिखित में से कौन-सा तथ्य सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के प्रस्ताव को ज्यादा वजनदार बनता है?
परमाणु प्रौद्योगिकी के शांतिपूर्ण उपयोग और उसकी सुरक्षा और संबद्ध संयुक्त राष्ट्रसंघ की एजेंसी का नाम है?
विश्व व्यापार संगठन निम्नलिखित में से किस संगठन का उत्तराधिकारी है?
रिक्त स्थान भरें।
(क) संयुक्त राष्ट्रसंघ का मुख्य उद्देश्य __________ है।
(ख) संयुक्त राष्ट्रसंघ का सबसे जाना-पहचाना पद ____________ का है।
(ग) संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में ________ स्थायी और _________ गैर स्थायी सदस्य हैं।
(घ) _________ संयुक्त राष्ट्रसंघ के वर्तमान महासचिव हैं।
(ङ) मानवधिकारों की रक्षा में सक्रिय दो स्वयंसेवी संगठन _________ और ____________ हैं।
उत्तर:
(क) शांति और सुरक्षा बनाए रखना
(ख) सचिवालय
(ग) 5, 10
(घ) एंटोनियो गुटरेस
(ङ) ह्यूमन राइट्स वॉच , एमनेस्टी इंटरनेशनल
संयुक्त राष्ट्रसंघ की मुख्य शाखाओं और एजेंसियों का सुमेल उनके काम से करें:
संस्था का नाम | संस्था के कार्य |
---|---|
(1) आर्थिक एवं सामाजिक परिषद | (क) सचिवालय वैश्विक वित्त-व्यवस्था की देखरेख। |
(2) अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय | (ख) अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा का संरक्षण। |
(3) अंतर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेंसी | (ग) सदस्य देशों के आर्थिक और सामाजिक कल्याण की चिंता। |
(4) सुरक्षा परिषद | (घ) परमाणु प्रौद्योगिकी का शांतिपूर्ण उपयोग और सुरक्षा। |
(5) संयुक्त राष्ट्रसंघ शरणार्थी उच्चायोग | (ङ) सदस्य देशों के बीच मौजूद विवादों का निपटारा। |
(6) विश्व व्यापार संगठन | (च) आपातकाल में आश्रय तथा चिकित्सीय सहायता मुहैया करना। |
(7) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष | (छ) वैश्विक मामलों पर बहस-मुबाहिसा |
(8) आम सभा | (ज) संयुक्त राष्ट्रसंघ के मामलों का समायोजन और प्रशासन |
(9) विश्व स्वास्थ्य संगठन | (झ) सबके लिए स्वास्थ |
(10) सचिवालय | (ञ) सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार की राह आसान बनाना। |
उत्तर:
संस्था का नाम | संस्था के कार्य |
---|---|
(1) आर्थिक एवं सामाजिक परिषद | (ग) सदस्य देशों के आर्थिक और सामाजिक कल्याण की चिंता। |
(2) अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय | (ङ) सदस्य देशों के बीच मौजूद विवादों का निपटारा। |
(3) अंतर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेंसी | (घ) परमाणु प्रौद्योगिकी का शांतिपूर्ण उपयोग और सुरक्षा। |
(4) सुरक्षा परिषद | (ख) अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा का संरक्षण। |
(5) संयुक्त राष्ट्रसंघ शरणार्थी उच्चायोग | (च) आपातकाल में आश्रय तथा चिकित्सीय सहायता मुहैया करना। |
(6) विश्व व्यापार संगठन | (ञ) सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार की राह आसान बनाना। |
(7) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष | (क) वैश्विक वित्त-व्यवस्था की देखरेख। |
(8) आम सभा | (छ) वैश्विक मामलों पर बहस-मुबाहिसा |
(9) विश्व स्वास्थ्य संगठन | (झ) सबके लिए स्वास्थ |
सचिवालय | (ज) संयुक्त राष्ट्रसंघ के मामलों का समायोजन और प्रशासन |
सुरक्षा परिषद के कार्य क्या हैं?
सुरक्षा परिषद के कार्य: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का गठन 1945 सुरक्षा हुआ। परिषद संयुक्त राष्ट्र की अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा का प्रमुख अंग माना जाता है। सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र का सबसे शक्तिशाली निकाय है। इसमें पाँच स्थायी सदस्य देश अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन हैं। इसके कार्य निम्नलिखित हैं:
• सुरक्षा परिषद किसी भी मामले में जाँच के आदेश दे सकती हैं।
• यह युद्ध विराम के लिए भी निर्देश दे सकता है।
• नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करना तथा विश्व में शांति कायम रखना भी इसके महत्वपूर्ण कार्य है।
• चार्टर के अनुच्छेद 4 के तहत यह नए सदस्यों को महासभा सुरक्षा परिषद की सिफारिश से ही संयुक्त राष्ट्रसंघ का सदस्य बनाती है।
भारत के नागरिक के रूप में सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के पक्ष का समर्थन आप कैसे करेंगे? अपने प्रस्ताव का औचित्य सिद्ध करें।
भारत के नागरिक के रूप में, मैं सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करता हूँ। भारत प्रारंभ से ही संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य रहा है। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत हमेशा से ही एक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के पक्ष में रहा है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राजनीति के मामले में भारत अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण सामरिक रूप से बेहद उपयोगी है। भारत अभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का दो साल के लिए अस्थायी सदस्य है। भारत विश्व की उभरती हुई महाशक्ति है। वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते कदम भारत के दावों को और मजबूत किया है। वर्तमान समय में विश्व में भारत की अर्थव्यवस्था छठवें स्थान पर है तथा सैन्य शक्ति, आर्थिक तथा व्यापार संगठन की दृष्टि से भारत का नाम प्रभावशाली देशों में गिना जाता है।
उपरोक्त कारणों से सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी के पक्ष में तर्क है।
संयुक्त राष्ट्रसंघ के ढाँचे को बदलने के लिए सुझाए गए उपायों के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाइयों का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें।
संयुक्त राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए सुझाए गए सुधारों को लागू करने में निम्नलिखित कठिनाइयाँ है:
1. मानवाधिकार एवं लोकतंत्र से संबंधित परिषद के सदस्य के रूप में प्रभावी होने की गारंटी नहीं है।
2. विकासशील देशों के सदस्यों को अधिक सीटों का नहीं दिया जाना।
3. एक राष्ट्र की क्षमता की जगह भूगोल को न्यायसंगत प्रतिनिधित्व का मुद्दा क्यों तय किया जाना चाहिए?
4. बहस का विषय यह भी है कि यूएनएचसी की सदस्यता पाने के लिए आर्थिक एवं सैन्य शक्ति कितनी बड़ी हो सकती है।
उपर्युक्त सभी मानदंड जिन्हें अपनाया गया था परंतु स्वीकार नहीं किया गया। इसी वजह से इस प्रक्रिया में बहुत सारी कठिनाइयाँ है।
हालांकि संयुक्त राष्ट्रसंघ युद्ध और इससे उत्पन्न विपदा को रोकने में नाकामयाब रहा है लेकिन विभिन्न देश अभी भी इसे बनाए रखना चाहते हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ को एक अपरिहार्य संगठन मानने के क्या कारण हैं?
यह कथन सत्य है कि संयुक्त राष्ट्र संघ विश्व के विभिन्न भागों में व्याप्त संघर्ष तथा युद्धों को पूरी तरह से समाप्त नहीं कर पाया है। प्रत्येक युद्ध के दुष्परिणाम से लोगों को जान-माल की हानि भी हुई है जिसे संयुक्त राष्ट्र नहीं रोक पाया है।
संयुक्त राष्ट्र संघ को एक अपरिहार्य संगठन मानने के निम्न कारण है:
• संयुक्त राष्ट्र संघ विश्व की महाशक्तियाँ तथा अन्य देशों के मध्य शांतिपूर्ण वार्ता करवाने में सक्षम है।
• संयुक्त राष्ट्र संघ का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, सुरक्षा, सामाजिक एवं आर्थिक विकास तथा विश्व शांति कायम रखने का है।
• संयुक्त राष्ट्र संघ को हथियारों के निर्माण तथा जैविक हथियारों के प्रयोग को रोकने में सफलता मिली। संयुक्त राष्ट्र संघ अपने पूर्ववर्ती संगठन राष्ट्र संघ की तरह द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद असफल नहीं रहा।
उपरोक्त कारणों से स्पष्ट है कि संयुक्त राष्ट्र को एक अपरिहार्य संगठन माना जाना चाहिए क्योंकि यह विश्व में शांति एवं बंधुत्व के लिए बहुत आवश्यक है।
संयुक्त राष्ट्र के सुधार का अर्थ है सुरक्षा परिषद के ढाँचे में बदलाव। इस कथन का सत्यापन करें।
हम इस तर्क से पूर्णतः सहमत हैं। सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र का अतिमहत्वपूर्ण भाग है। अतः इसके ढाँचे में परिवर्तन ही संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार करना है।
• सुरक्षा परिषद में स्थायी तथा अस्थायी सदस्यों की श्रेणियों में सुधार लाना अति आवश्यक है।
• सुरक्षा परिषद के ढाँचे में परिवर्तन करना आवश्यक है। वर्तमान में सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य हैं जिनमें से 10 अस्थायी तथा 5 स्थायी सदस्य हैं। विश्व की बदलती हुई परिस्थितियों में सुरक्षा परिषद में परिवर्तन होना आवश्यक है। सुरक्षा परिषद को स्थायी स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शांति सेना बनाए रखनी चाहिए। आर्थिक सहयोग के लिए संयुक्त राष्ट्र कोष बनाया जाना चाहिए।
• विकासशील देशों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण तथा उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए।