एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 रसायन अध्याय 9 एमीन
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 9 एमीन के अभ्यास तथा पाठ्यनिहित प्रश्नों के उत्तर सभी सवाल जवाब सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से निशुल्क प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 12 रसायन शास्त्र पाठ 9 के उत्तर विद्यार्थी यहाँ से हिंदी और अंग्रेजी मीडियम में ऑनलाइन पढ़ सकते हैं, जो चरण-दर-चरण हल किए गए हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 9
कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 9 एमीन के प्रश्न उत्तर
ऐमीन तथा ऐमीनों की संरचना
ऐमीन, अमोनिया अणु से एक अथवा अधिक हाइड्रोजन परमाणुओं के ऐल्किल अथवा ऐरिल समूहों द्वारा विस्थापन से प्राप्त कार्बनिक यौगिकों का एक महत्वपूर्ण वर्ग बनाती हैं। प्रकृति में ये प्रोटीन, विटामिन, ऐल्केलॉइड तथा हॉर्मोनों में पाए जाती हैं।
अमोनिया की भाँति, ऐमीन का नाइट्रोजन परमाणु त्रिसंयोजी है एवं इस पर एक असहभाजित इलेक्ट्रॉन युगल है। ऐमीन में नाइट्रोजन के कक्षक sp³ संकरित होते हैं तथा ऐमीन की आकृति पिरैमिडी होती है। नाइट्रोजन के तीनों sp³ संकरित कक्षकों में से प्रत्येक ऐमीन के संगठन के अनुसार हाइड्रोजन अथवा कार्बन के कक्षकों से अतिव्यापन करता है। सभी ऐमीनों में नाइट्रोजन के चौथे कक्षक में एक असहभाजित इलेक्ट्रॉन युगल स्थित रहता है। असहभाजित इलेक्ट्रॉन युगल की उपस्थिति के कारण C–N–E कोण (जहाँ E = Cअथवा H है), 109.5° से कम होता है। उदाहरण के लिए यह कोण ट्राईमेथिलऐमीन में 108° होता है।
कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 9 एमसीक्यू
निम्नलिखित में से कौन-सा 3° ऐमीन है?
CH₂ = CHCH₂ NHCH₃ का सही आईयूपीएसी नाम क्या है?
जलीय विलयन में निम्नलिखित में से प्रबलतम क्षार है:
ऐरिल नाइट्रो यौगिक को अपचयन के द्वारा ऐमीन में परिवर्तित करने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा अभिकर्मक अच्छा चयन नहीं होगा?
ऐमीनों का वर्गीकरण
अमोनिया अणु में ऐल्किल अथवा ऐरिल समूहों द्वारा प्रतिस्थापित हाइड्रोजन परमाणुओं की संख्या के आधार पर ऐमीनों का वर्गीकरण, प्राथमिक (1°), द्वितीयक (2°) तथा तृतीयक (3°) में किया जाता है। यदि अमोनिया में एक हाइड्रोजन परमाणु R अथवा Ar से प्रतिस्थापित हो तो हमें प्राथमिक (1°) एमीन R-NH₂ अथवा Ar-NH₂ प्राप्त होती है। यदि अमोनिया के दो हाइड्रोजन परमाणु अथवा R-NH₂ के एक हाइड्रोजन का प्रतिस्थापन अन्य ऐल्किल/ऐरिल (R’) समूह से होता है तब आप क्या प्राप्त करेंगे? आपको द्वितीयक एमीन, R-NH-R’ प्राप्त होगी। दूसरा एल्किल/ऐरिल समूह समान अथवा भिन्न हो सकता है। एक और हाइड्रोजन परमाणु का विस्थापन ऐल्किल/ऐरिल समूह से होने पर तृतीयक ऐमीन बनती है। यदि सभी ऐल्किल अथवा ऐरिल समूह समान हों तो ऐमीन को ‘सरल’ तथा भिन्न होने पर ‘मिश्रित’ कहते हैं।
कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 9 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
बेन्जीन के नाइट्रोकरण में प्रयुक्त होने वाले नाइट्रोकरण मिश्रण में HNO₃ की क्या भूमिका है?
नाइट्रोकरण मिश्रण में HNO₃ एक क्षार का काम करता है और इलेक्ट्रॉनरागी, NO₂⁺ उपलब्ध कराता है।
नाइट्राइल को प्राथमिक ऐमीन में परिवर्तित करने के लिए कौन-सा अभिकर्मक सर्वोत्तम होता है?
नाइट्राइलों का सोडियम/ऐल्कोहॉल अथवा LiAlH₄ द्वारा अपचयन प्राथमिक ऐमीन देता है।
स्पष्ट कीजिए कि MeNH₂; MeOH से अधिक प्रबल क्षार क्यों होता है?
नाइट्रोजन ऑक्सीजन से कम विद्युतऋणात्मक होती है इसलिए नाइट्रोजन का एकल इलेक्ट्रॉन युगल दान देने के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाता है अतः MeNH₂, MeOH से अधिक क्षारकीय होता है।
कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 9 बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर
ऐल्किलहैलाइड से कार्बन श्रृंखला में CH₂ समूह जोड़ते हुए 1° ऐमीन का विरचन करने के लिए वह अभिकर्मक जो नाइट्रोजन के स्रोत की तरह प्रयुक्त होता है।
ऐमीन के गैब्रिएल संश्लेषण के लिए नाइट्रोजन का स्रोत है:
2-फ़ेनिलप्रोपेनेमाइड को 2-फ़ेनिलप्रोपेनेमीन में परिवर्तित करने के लिए सर्वोत्तम अभिकर्मक है
मेथिलऐमीन की नाइट्रस अम्ल के साथ अभिक्रिया में निकलने वाली गैस है:
ऐमीनों की नामपद्धति
सामान्य पद्धति में ऐलिफैटिक ऐमीन का नामकरण ऐमीन शब्द में पूर्वलग्न ऐल्किल लगाकर एक शब्द में, यानी ऐल्किलऐमीन के रूप में किया जाता है, जैसे- मेथिलऐमीन। द्वितीयक एवं तृतीयक ऐमीनों में जब दो अथवा अधिक समूह समान होते हैं तब ऐल्किल समूह के नाम से पहले पूर्वलग्न डाइ अथवा ट्राइ का प्रयोग किया जाता है। आईयूपीएसी पद्धति में ऐमीनों का नामकरण ऐल्केनेमीन के रूप में होता है। उदाहरणार्थ CH₃-NH₂ का नाम मेथेनेमीन है। यदि मुख्य श्रंखला में एक से अधिक स्थानों पर ऐमीन समूह उपस्थित हों तब ऐमीन समूहों की स्थिति कार्बन परमाणु की संख्या जिससे ये जुड़े हों, से व्यक्त कर डाइ, ट्राइ आदि उपयुक्त पूर्वलग्न लगाकर निर्दिष्ट की जाती है। हाइड्रोकार्बन भाग का अनुलग्न बनाए रखा जाता है। उदाहरणार्थ- H₂N–CH₂–CH₂–NH₂ का नाम एथेन-1, 2-डाइऐमीन है।
द्वितीयक तथा तृतीयक ऐमीन में N को छोटे एल्किल समूह के साथ जोड़कर विस्थापक के रूप में प्रयुक्त करते हैं। उदाहरणार्थ: CH₃NH CH₂CH₃ का नाम है N-मेथिलऐथनामीन तथा (CH₃CH₂)₃N का नाम है N, N-डाइएथिलऐथनामीन।
ऐरिल ऐमीनों में –NH₂ समूह बेन्जीन वलय से सीधे जुड़ा रहता है। ऐरिल ऐमीन का सबसे सरल उदाहरण C₆H₅NH₂ है। सामान्य पद्धति में इसे ऐनिलीन कहते हैं।
कक्षा 12 रसायन शास्त्र अध्याय 9 में छात्र किन-किन मुख्य विषयों का अध्ययन करते हैं?
कक्षा 12 रसायन विज्ञान के पाठ 9 के मुख्य विषय के रूप में अमीन कार्बनिक यौगिक हैं जिनमें नाइट्रोजन होता है। यह अमोनिया का व्युत्पन्न है और यह तब प्राप्त होता है जब अमोनिया के एक या अधिक हाइड्रोजन परमाणुओं को एल्काइल और एरिल कार्यात्मक समूहों द्वारा प्रतिस्थापित किया जाता है। छात्र इस अध्याय का अध्ययन करते हुए एमीन की संरचना, वर्गीकरण, गुणों को अधिक आसानी से समझ सकते हैं। बारहवीं कक्षा के अध्याय 9 में याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु है कि ऐमीन अमोनिया के व्युत्पन्न हैं और यह हाइड्रोजन परमाणु के लिए एक एल्किल या एरिल समूह को प्रतिस्थापित करके निर्मित होता है। प्रतिस्थापित हाइड्रोजन परमाणुओं की संख्या के आधार पर ऐमीनों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया जाता है अर्थात प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक ऐमीन मुख्य हैं।
कक्षा 12 में एनसीईआरटी रसायन के पाठ 9 में ऐमीन की तीन मुख्य श्रेणियाँ क्या हैं?
कक्षा 12 में अध्याय 9 मुख्यतः अभिक्रियाओं और समीकरणों से निहित है। इसमें कार्बनिक समूहों द्वारा अमोनिया से प्रतिस्थापित हाइड्रोजन परमाणुओं की संख्या के आधार पर एमीन को प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। जब एक हाइड्रोजन परमाणु को प्रतिस्थापित किया जाता है, तो एक प्राथमिक अमीन बनता है। जब दो या तीन हाइड्रोजन परमाणुओं को प्रतिस्थापित किया जाता है, तो द्वितीयक और तृतीयक ऐमीन बनते हैं। सीबीएसई परीक्षा में उपस्थित होने वाले छात्र इस वर्गीकरण से संबंधित कई प्रश्नों की अपेक्षा कर सकते हैं। इसलिए छात्रों को एमीन का वर्गीकरण स्पष्ट रूप से पता होना चाहिए। वे इस विषय के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 रसायन शास्त्र की भी मदद ले सकते हैं। चित्रों, आरेखों, अभिक्रियाओं और उचित समीकरणों के साथ विस्तृत स्पष्टीकरण उन्हें आसानी से समझने में मदद करते हैं।
कक्षा 12 रसायन में अध्याय 9 की तैयारी बोर्ड परीक्षा में कैसे करें?
कक्षा 12 रसायन का अध्याय 9 एमीन, बोर्ड और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। इस अध्याय की तैयारी करते समय छात्रों को अमीन श्रेणी पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें विभिन्न यौगिकों के आईयूपीएसी नाम भी सीखने चाहिए। इसके अलावा, रूपांतरण और अभिक्रियाएँ इस अध्याय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। छात्रों को एमीन के रासायनिक गुणों को भली-भांति समझना चाहिए। उचित मार्गदर्शन के बिना इन सभी विषयों को सीखना मुश्किल हो सकता है। छात्र विषय की स्पष्ट समझ बनाने में मदद के लिए कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 9 के लिए यहाँ दिए गए एनसीईआरटी समाधान की सहायता ले सकते हैं।