एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 रसायन अध्याय 7 एल्कोहल, फिनॉल एवं ईथर
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 7 एल्कोहल, फिनॉल एवं ईथर के सवाल जवाब हिंदी और अंग्रेजी में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त करें। कक्षा 12 रासायनिक शास्त्र पाठ 7 के अभ्यास तथा पाठ्यनिहित प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के लिए यहाँ दिए गए हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 7
कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 7 एल्कोहल, फिनॉल एवं ईथर के प्रश्न उत्तर
ऐल्कोहॉल, फ़ीनॉल एवं ईथर
जब ऐलिफ़ैटिक और ऐरोमैटिक हाइड्रोकार्बन का कोई हाइड्रोजन परमाणु हाइड्रॉक्सिल समूह द्वारा प्रतिस्थापित होता है तो क्रमशः ऐल्कोहॉल तथा फ़ीनॉल बनते हैं।
ऐल्कॉक्सी अथवा ऐरिलॉक्सी (R–O/ArO) समूह द्वारा हाइड्रोजन के प्रतिस्थापन से यौगिकों का एक दूसरा वर्ग प्राप्त होता है जिन्हें ईथर कहते हैं। उदाहरणार्थ, CH₃OCH₃ (डाइमेथिल ईथर)। आप यह भी कल्पना कर सकते हैं कि ईथर वह यौगिक हैं जो किसी ऐल्कोहॉल अथवा फ़ीनॉल के हाइड्रॉक्सिल समूह की हाइड्रोजन के, किसी एल्किल या एरिल समूह द्वारा विस्थापन से बनती हैं।
कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 7 एमसीक्यू
टॉलूईन के सूर्य के प्रकाश में मोनोक्लोरीनन के पश्चात जलीय NaOH द्वारा अपघटन से _________ बनेगा।
अणु सूत्र C₄H₁₀O वाली कितनी ऐल्कोहॉल प्रकृति में काइरल होंगी?
ऐल्किल हैलाइडों को ऐल्कोहॉलों में परिवर्तित करने की प्रक्रिया में __________ निहित होती है।
m-क्रीसॉल का आईयूपीएसी नाम है:
ऐल्कोहॉल, फ़ीनॉल एवं ईथर का वर्गीकरण
यौगिकों के वर्गीकरण से उनका अध्ययन क्रमबद्ध एवं सरल हो जाता है। ऐल्कोहॉलों, फ़ीनॉलों एवं ईथरों को निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है:
ऐल्कोहॉलों का वर्गीकरण (मोनो, डाइ, ट्राइ एवं पॉलीहाइड्रिक एल्कोहॉल)
ऐल्कोहॉलों को उनके यौगिकों में उपस्थित एक (मोनो-), दो (डाइ-), तीन (ट्राइ-) अथवा अधिक हाइड्रॉक्सिल (–OH) समूहों की संख्या के अनुसार क्रमशः मोनो, डाइ, ट्राइ अथवा पॉलीहाइड्रिक यौगिकों में वर्गीकृत किया जाता है।
कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 7 के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
विकृत ऐल्कोहॉल क्या होता है?
जब ऐल्कोहॉल को कुछ कॉपर सल्फेट और पिरीडिन मिलाकर पीने के लिए अनुपयुक्त बना दिया जाता है तो उसे विकृत एल्कोहॉल कहते हैं।
निम्नलिखित यौगिकों को अम्लता के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित कीजिए और उपयुक्त स्पष्टीकरण लिखिए। फ़ीनॉल, o-नाइट्रोफ़ीनॉल, o-क्रीसॉल
अम्लता का बढ़ता हुआ क्रम- o-क्रीसॉल < फ़ीनॉल < o-नाइट्रोफ़ीनॉल [संकेत– प्रतिस्थापित फ़ीनॉलों में इलेक्ट्रॉन अपनयक समूहों की उपस्थिति फ़ीनॉल की अम्ल प्रबलता बढ़ा देते हैं जबकि इलेक्ट्रॉन विमोचित करने वाले समूह फ़ीनॉल की अम्ल प्रबलता घटाते हैं।
नाइट्रोकरण ऐरोमेटिक इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन का एक उदाहरण है और इसकी दर बेन्जीन वलय पर पहले से ही उपस्थित समूह पर निर्भर करती है। बेन्जीन और फ़ीनॉल में से कौन-सा अधिक आसानी से नाइट्रोकृत होगा और क्यों?
फ़ीनॉल, बेन्जीन से अधिक आसानी से नाइट्रोकृत होता है क्योंकि फ़ीनॉल में -OH समूह की उपस्थिति बेन्जीन वलय की ऑर्थो और पैरा स्थितियों पर +R प्रभाव द्वारा इलेक्ट्रॉन घनत्व बढ़ा देती है। नाइट्रोकरण अभिक्रिया इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन होने के कारण उस स्थान पर अधिक आसानी से होती है जहाँ इलेक्ट्रॉन घनत्व अधिक होता है।
फ़ीनॉलों का वर्गीकरण (मोनो, डाइ, ट्राइ एवं पॉलीहाइड्रिक फ़ीनॉल)
फ़ीनॉलों को भी हाइड्रॉक्सिल समूह की संख्या के अुनसार मोनो, डाई एवं ट्राई हाइड्रिक फ़ीनॉलों में वर्गीकृत किया जाता है।
ईथरों का वर्गीकरण (मोनो, डाइ, ट्राइ एवं पॉलीहाइड्रिक फ़ीनॉल)
ईथरों में यदि ऑक्सीजन परमाणु से जुड़े दोनों ऐल्किल अथवा ऐरिल समूह एक समान हों तो उन्हें सरल अथवा सममित ईथर और यदि ये दोनों समूह भिन्न-भिन्न हों तो इन्हें मिश्रित अथवा असममित ईथर में वर्गीकृत करते हैं।
C₂H₅OC₂H₅ एक सममित ईथर है जबकि C₂H₅OCH₃ तथा C₂H₅OC₆H₅ असममित ईथर हैं।
कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 7 बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर
निम्नलिखित में से कौन-सा यौगिक सोडियम हाइड्रॉक्साइड के जलीय विलयन के साथ अभिक्रिया करेगा?
फ़ीनॉल ________ से कम अम्लीय है।
निम्नलिखित यौगिकों को बढ़ते हुए क्वथनांक के क्रम में व्यवस्थित कीजिए। प्रोपेन-1-ऑल, ब्यूटेन-1-ऑल, ब्यूटेन-2-ऑल, पेन्टेन-1-ऑल
फ़ीनॉल और ऐथेनॉल में ________ के साथ अभिक्रिया द्वारा विभेद किया जा सकता है।
ऐल्कोहॉल के लिए नामपद्धति
ऐल्कोहॉल के सामान्य नाम को व्युत्पन्न करने के लिए, हाइड्रॉक्सिल समूह से जुड़े ऐल्किल समूह के सामान्य नाम के साथ ऐल्कोहॉल शब्द जोड़ा जाता है। उदाहरणार्थ, CH₃OH मेथिल ऐल्कोहॉल है।
पॉलिहाइड्रिक ऐल्कोहॉलों का नामकरण करने के लिए ऐल्केन के अंग्रेजी के नाम का अंतिम e उसी प्रकार रखकर अंत में ‘ऑल’ जोड़ दिया जाता है। –OH समूहों की संख्या को ‘ऑल’ से पहले गुणात्मक पूर्वलग्न, डाइ, ट्राइ आदि लगाकर इंगित किया जाता है। –OH समूह की स्थिति को उपयुक्त स्थितिसूचक द्वारा इंगित करते हैं। उदाहरणार्थ- HO–CH₂ –CH₂–OH का नाम एथेन-1, 2-डाइऑल है।
फ़ीनॉल के लिए नामपद्धति
बेन्जीन का सबसे सरलतम हाइड्रॉक्सिल व्युत्पन्न फ़ीनॉल है। यह इसका सामान्य नाम तथा आईयूपीएसी द्वारा अनुमत नाम भी है। चूँकि फ़ीनॉल की संरचना में बेन्जीन वलय होती है अतः इसके प्रतिस्थापित यौगिकों में ऑर्थो (1, 2 द्विप्रतिस्थापित), मेटा (1, 3 द्विप्रतिस्थापित) तथा पैरा (1, 4 द्विप्रतिस्थापित) भी प्रायः सामान्य नाम में प्रयुक्त होते हैं।
बेन्जीन के डाइहाइड्रॉक्सी व्युत्पन्नों को बेन्जीन 1, 2-, 1, 3-, या 1, 4-, डाइऑल कहते हैं।
ईथर के लिए नामपद्धति
ईथरों के साधारण नाम की व्युत्पत्ति के लिए ऐल्किल अथवा ऐरिल समूहों के नामों को अग्रेजी वर्णमाला के वर्णात्मक क्रम में अलग-अलग लिखकर अंत में ‘ईथर’ शब्द लिखा जाता है। उदाहरण के लिए CH₃OC₂H₅ एथिल मेथिल ईथर है। यदि दोनों ऐल्किल समूह समान हों तो ऐल्किल समूह से पूर्वलग्न ‘डाइ’ लगाते हैं।
उदाहरणार्थ- CH₃-CH₂-O-CH₂-CH₃ डाइएथिल ईथर
कक्षा 12 रसायन शास्त्र अध्याय 7 के मुख्य विषय कौन-कौन से हैं?
कक्षा 12 रसायन विज्ञान पाठ 7 एनसीईआरटी समाधान एल्कोहल, फ़ीनॉल और ईथर के बीच अंतर का विवरण देता है। इनके गुणों में अंतर को समझने के बाद, छात्रों के लिए क्रमशः कीटोन्स, एल्डिहाइड, बेंजीन, सल्फोनिक एसिड, क्यूमिन आदि से एल्कोहल, फ़ीनॉल और ईथर की तैयारी में शामिल सभी अभिक्रियाओं को समझना आसान होता है। रसायन विज्ञान में एल्कोहल, फ़ीनॉल और ईथर पर अध्याय में सबसे महत्वपूर्ण विभिन्न रसायनिक समीकरण, उनपर आधारित अभिक्रियाएँ तथा अवधारणाएं हैं। विद्यार्थी इस अध्याय के अभ्यास तथा पाठ्यनिहित प्रश्नों के उत्तर के लिए एनसीईआरटी समाधान यहाँ से निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं जिसमें आईयूपीएसी नामों और संरचनाओं के साथ-साथ इन यौगिकों के बारे में जानने में मदद मिलती है।
बारहवीं कक्षा रसायन शास्त्र में अध्याय 7 एल्कोहल, फ़ीनॉल, ईथर की तैयारी कैसे करें?
12वीं कक्षा के अध्याय 7 रसायन विज्ञान की तैयारी के लिए, छात्रों को आईयूपीएसी नामों और संरचनाओं से संबंधित महत्वपूर्ण बातों को समझने में विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, यौगिकों के वर्गीकरण और उनकी अभिक्रियाओं में अंतर को व्यवस्थित रूप जानने की कोशिश करें ताकि कोई दिक्कत न हो। एल्कोहल, फ़ीनॉल और ईथर अध्याय 7 कक्षा 12 रसायन विज्ञान के रासायनिक वर्गों के लिए मोनोहाइड्रिक, डायहाइड्रिक तथा पॉलीहाइड्रिक एल्कोहल को भी वर्गीकृत करके दिया गया है। विद्यार्थियों को ऐल्कोहॉल, फ़ीनॉल और ईथर को बनाना उससे संबंधित रासायनिक अभिक्रियाएँ और समीकरणों को ध्यान से समझना चाहिए। इसके साथ-साथ संरचनात्मक या कार्यात्मक समूह और भौतिक गुणों को भी ध्यान में रखना चाहिए।
क्या कक्षा 12 रसायन शास्त्र अध्याय 7 आसान है?
किसी भी अध्याय का आसान होना या कठिन होना इस बात पर निर्भर करता है कि उस पाठ से संबंधित अवधारणाएँ आपको समझ में आ गई हैं या केवल उनको याद किया है। यदि आप इसका पता लगा सकते हैं तो रसायन विज्ञान प्रत्येक अध्याय मनोरंजक हो सकता है। कक्षा 12 रसायन विज्ञान का अध्याय 7 मुख्य रूप से रासायनिक अभिक्रियाओं पर आधारित है। इस पाठ की अभिक्रियाएँ पिछले दो पाठों से सभी संबंधित हैं। यदि आप विषयों और तकनीकों से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैं, तो चीजें मुश्किल और भ्रमित करने वाली हो सकती हैं। एल्कोहल, फ़ीनॉल और ईथर पर इतने सारे समीकरणों और अभिक्रियाओं से विसंगतियों और प्रतिक्रियाओं में खो जाना आसान है। इसलिए, आपको किसी भी अभिक्रिया के पीछे के तर्क और रसायन को समझना चाहिए और न केवल उनको याद करना चाहिए। लगातार अभ्यास से ही विषय को आसान बनाया जा सकता है।