एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 भूगोल अध्याय 8 वायुमंडल का संघटन तथा संरचना
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 भूगोल अध्याय 8 वायुमंडल का संघटन तथा संरचना के प्रश्नों के उत्तर हिंदी मीडियम तथा अंग्रेजी में सत्र 2025-26 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 11 भूगोल पाठ 8 पुस्तक भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत के इकाई IV जलवायु के सवाल जवाब यहाँ विस्तार से दिए गए हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 भूगोल अध्याय 8
कक्षा 11 भूगोल अध्याय 8 वायुमंडल का संघटन तथा संरचना के प्रश्न उत्तर
वायुमंडल से आप क्या समझते हैं?
वायुमंडल विभिन्न प्रकार की गैसों का मिश्रण है और यह पृथ्वी को सभी ओर से ढंके हुए है। इसमें मनुष्यों एवं जंतुओं के जीवन के लिए आवश्यक गैसें जैसे ऑक्सीजन तथा पौधों के जीवन के लिए कार्बन डाइऑक्साइड पाई जाती है। वायु पृथ्वी के द्रव्यमान का अभिन्न भाग है तथा इसके कुल द्रव्यमान को 99 प्रतिशत पृथ्वी की सतह से 32 कि.मी. की ऊँचाई तक स्थित है। वायु रंगहीन तथा गंधहीन होती है तथा जब यह पवन की तरह बहती है तभी हम इसें महसूस कर सकते हैं।
कक्षा 11 भूगोल अध्याय 8 बहुविकल्पीय प्रश्न
निम्नलिखित में से कौन-सी गैस वायुमंडल में सबसे अधिक मात्रा में मौजूद है?
वह वायुमंडलीय परत जो मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण है।
समुद्री नमक, पराग, राख, धूऍं की कालिमा, महीन मिटृी किससे संबंधित हैं?
निम्नलिखित में से कौन सी गैस सौर विकिरण के पारदर्शी है तथा पार्थिव विकिरण के लिए अपारदर्शी?
मौसम एंव जलवायु के तत्व कौन-कौन से हैं?
मौसम एवं जलवायु के मुख्य तत्व निम्नलिखित हैं:
- तापमान: तापमान मौसम एवं जलवायु के मुख्य तत्व हैं।
- दाब: वायुमंडल के निचले भाग से वायुदाब ऊँचाई के साथ तीव्रता से घटता है।
- हवा: हवा का बहाब भी मौसम और जलवायु को प्रभावित करता है।
- आर्द्रता: बादल और वर्षण मौसम एवं जलवायु के मुख्य तत्व हैं।
वायुमंडल की सरंचना के बारे में लिखें।
वायुमंडल में कई गैसें पाई जाती हैं, लेकिन गैसों का अनुपात अलग-अलग होता है। वायुमंडल में 78.8 प्रतिशत नाइट्रोजन, 20.94 प्रतिशत ऑक्सीजन तथा 0.93 प्रतिशत आर्गन पाई जाती है। इसके अतिरिक्त कार्बन डाइऑक्साइड, नीऑन, हिलीयम, ओज़ोन, हाइड्रोजन, क्रिप्टॉन तथा जेनन पाई जाता है लगभग 90 कि.मी. की ऊॅचाई तक तीन प्रमुख गैसें नाइट्रोजन, ऑक्सीजन तथा आर्गन में समानता है। ऑक्सीजन एवं नाइट्रोजन मिलकर हेमोस्फेयर या समतापमंडल की स्वच्छ शुष्क हवा के 99 प्रतिशत भाग का निर्माण करती है। नीऑन, किप्टॉन, एवं जेनन दुर्लभ गैसें हैं। जिन्हे उत्कृष्ट गैसें भी कहते हैं 90 कि.मी. के ऊपर वायुमंडल का संघटन अधिकाधिक हल्की गैसों की वृद्धि के साथ परिवर्तित होने लगता है। वह परत हेट्रोस्फेयर या विषममंडल कहलाती है।
वायुमंडल के सभी संस्तरों में क्षोममंडल सबसे अधिक महत्वपूर्ण क्यों है?
क्षोममंडल पृथ्वी के सबसे पास का संस्तर है। इसमें अन्य गैसों के साथ धूलकण तथा जलवाष्प भी पाए जाते हैं। धूलगण के चारों और जलवाष्प के संघनित होने से मेघों का निर्माण होता है तथा जलवाष्प पृथ्वी को अधिक गर्म या अधिक ठंडा होने से बचाते है। साथ ही इसी संस्तर में सभी मौसमी परिवर्ततन तथा जैविक क्रियाकलाप संपन्न होते हैं। इन्ही सब कारणों से यह संस्तर अन्य सभी संस्तरों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।
वायुमंडल के संघटन की व्याख्या करें।
वायुमंडल गैसों, जलवाष्प एवं धूलकणों से बना है। वायुमंडल की ऊपरी परतों में गैसों का अनुपात इस प्रकार बदलता है जैसे कि 120 कि.मी. की ऊँचाई पर ऑक्सीजन की मात्रा नगण्य हो जाती है। इसी प्रकार कार्बनडाइऑक्साइड एवं जलवाष्प पृथ्वी की सतह से 90 कि.मी. की ऊॅंचाई तक ही पाए जाते हैं। कार्बन डाइऑक्साइड मौसम विज्ञान की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण गैस है, क्योंकि यह सौर विकिरण के लिए पारदर्शी है, लेकिन पार्थिव विकिरण के लिए अपारदर्शी है। यह सौर विकिरण के एक अंश को सोख लेती है, तथा इसके कुछ भाग को पृथ्वी की सतह की ओज़ोन की ओर प्रतिबिंबित कर देती है।
यह ग्रीन हाउस प्रभाव के लिए पूरी तरह उत्तरदायी है। दूसरी गैसों का आयतन स्थित है, जबकि पिछले कुछ दशकों में मुख्यत: जीवाश्म ईधन जलाए जाने के कारण कार्बन डाइऑक्साइड के आयतन में लगातार वृद्धि हो रही है। इसने हवा के ताप में को भी बढ़ा दिया है। ओज़ोन वायुमंडल का दूसरा महत्वपूर्ण घटक है जोकि पृथ्वी की सतह से 10 से 50 किलोमीटर की ऊँचाई के बीच पाया जाता है। यह एक फिल्टर की तरह कार्य करता है। तथा सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर उनकों पृथ्वी की सतहपर पहुँचने से रोकता है।
वायुमंडल की संरचना का चित्र खींचे और व्याख्या करें।
रासयानिक संघटन के आधार पर वायुमंडल दो विस्तृत परतों हेमोस्फेयर तथा हेट्रोस्फेयर में विभक्त है। हेमोस्फेयर 90 कि.मी. की ऊँचाई तक स्थित है। यह रासयनिक संघटन में एक समानता की विशेषता रखती है। इसकी तीन तापीय परते हैं। क्षोममंडल, समतापमंडल, तथा मध्यमंडल। हेट्रोस्फेयर का रासयानिक संघटन असमान है। इसमें क्रमश: नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, हिलीयम तथा हाइड्रोजन की परतदार संचनाऍं हैं। तापमान की स्थिति के अनुसार वायुमंडल को पांच विभिन्न संस्तरो में बॉंटा गया है। वे हैं क्षोममंडल, समतापमंडल, मध्यमंडल, आयनमंडल तथा बाह्रामंडल।
क्षोममंडल: वायुमंडल की इस परत में प्रत्येक 165 मीटर की ऊँचाई पर 1 सेंटीग्रेट तापमान घटता जाता है। मौसम संबंधी सभी तरह के परिवर्तन इसी मंडल में होते हैं।
समतापमंडल: अक्सर जैट वायुयान निम्न समतापमंडल में उड़ते हैं क्योंकि ये परत उड़ान के लिए अत्यंत सुविधाजनक दशाऍं रखती है। ओज़ोन परत समतापमंडल में ही स्थित है जो सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों को रोकती है।
मध्यमंडल: इस परत में ऊँचाई के साथ तापमान कम होने लगता है और 80 से 90 कि.मी. की ऊॅचाई पर अर्थात मध्यसीमा पर – 110 सेल्सियम तक कम हो जाता है।
आयनमंडल: बाह्रामंडल में निम्न भाग में 80 से 400 कि.मी. के बीच की ऊँचाई पर वायुमंडलीय गैसों का आयनीकरण हो जाता है। इन आयनीकरण कणों का सर्वाधिक संक्रेद्रण 250 कि.मी. की ऊॅचाई पर है। इसी मडंल में रेडियों तरंगें परावर्तित होती हैं। रेडियों तंरगों के माध्यम से ही दूरदर्शन, रेडियों, मोबाइल फोन, इंटरनेट आदि को देख और सुन सकते हैं। 5 बाह्रामंडल – इस वायुमंडल की सबसे ऊपरी परत है तथा इसके बाद में बहुत कम जानकारी है। इस मंडल में हवा का घनत्व नगण्य रह जाता है।