एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 भूगोल अध्याय 12 विश्व की जलवायु एवं जलवायु परिवर्तन
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 भूगोल अध्याय 12 विश्व की जलवायु एवं जलवायु परिवर्तन के सवाल जवाब सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से मुफ्त डाउनलोड करें। कक्षा 11 भूगोल पाठ 12 पुस्तक भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत के इकाई IV जलवायु के प्रश्नों के उत्तर को यहाँ अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में भी पढ़ा जा सकता है।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 भूगोल अध्याय 12
कक्षा 11 भूगोल अध्याय 12 विश्व की जलवायु एवं जलवायु परिवर्तन के प्रश्न उत्तर
जलवायु के वर्गीकरण के लिए कोपेन के द्वारा किन दो जलवायविक चरों का प्रयोग किया गया है?
कोपेन ने जलवायु के वर्गीकरण के लिए बड़े और छोटे अक्षरों का प्रयोग किया। बड़े अक्षर जलवायु प्रकारों को और छोटे अक्षर जलवायु के उपप्रकारों को व्यक्त करते हैं। बडे A, C, D, तथा E आर्द्र जलवायु को तथा B शुष्क जलवायु को निरूपित करते हैं। जलवायु समूहों को तापक्रम एवं वर्षा की मौसमी विशेषतओं के आधार पर कई उपप्रकारों में विभक्त किया गया हैं, जिनको छोटे अक्षरों द्वारा दर्शाया गया है।
कक्षा 11 भूगोल अध्याय 12 बहुविकल्पीय प्रश्न
कोपेन के A प्रकार की जलवायु के लिए निम्न में से कौन सी दशा अर्हक हैं?
जलवायु के वर्गीकरण से संबंधित कोपेन की पद्धति को व्यक्त किया जा सकता है:
भारतीय प्रायद्वीप के अधिकतर भागों को कोपेन की पद्धति के अनुसार वर्गीकृत किया जायेगा?
निम्नलिखित में से कौन सा साल विश्व का सबसे गर्म साल माना गया है?
वर्गीकरण की जननिक प्रणाली आनुभविक प्रणाली से किस प्रकार भिन्न है?
जननिक प्रणाली मौसमी प्रक्रियाओं के आधार पर इनके निर्माण के कारणों या उद्धव पर बल देता है। जबकि आनुभविक प्रणाली जलवायु भिन्नता के कारकों से सबंधित वर्गीकरण पर आधारित है। इसमें अपेक्षित किए गए विशेष रूप में तापमान एवं वर्षण के संबंधित ऑंकड़ों का प्रयोग होता है।
किस प्रकार की जलवायुओं में तापांतर बहुत कम होता है?
उत्तर उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु विषुवत रेखा के निकट पाई जाती है। इस तरह के जलवायु प्रदेश में तापमान सामान्य रूप से ऊँचा और वार्षिक तापांतर नगण्य होता है अर्थात् यहाँ पर साल भर गर्मी पड़ती है और वर्षा होती है। दिन का अधिकतम तापमान लगभग 30° सेल्सियस और न्यूनतम लगभग 20° सेल्सियस होता है लेकिन वार्षिक ताप में अंतर बहुत कम है।
सौर कलंकों में वृद्धि होने पर किस प्रकार की जलवायुविक दशाऍं प्रचलित होंगी?
सौर कलंक सूर्य पर काले धब्बे होते हैं, जो एक चक्रीय ढंग से घटते बढ़ते रहते हैं। कुछ मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सौर कलंकों की संख्या बढ़ने पर मौसम ठंडा और आर्द्र हो जाता है और तूफानों की संख्या बढ़ जाती है। सौर कलंकों की संख्या घटने से उष्ण एवं शु्ष्क दशाऍं उत्पन्न होती है यद्यपि ये खोजे ऑंकडों की दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं हैं।
A व B प्रकार की जलवायुओं की जलवायविक दशाओं की तुलना करें?
A उष्ण कटिबंधीय जलवायु और B शुष्क जलवायु में अंतर:
- A प्रकार की जलवायु 0° आक्षांश के आसपास के क्षेत्रों में तथा कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच पाई जाती है जबकि B प्रकार की जलवायु 15° से 60° उत्तर व दक्षिण अक्षांशों के बीच विस्तृत है तथा 15° से 30° के निम्न आक्षांशों में यह उपोष्ण कटिबंधीय उच्च वायुदाब क्षेत्र में पाई जाती है।
- A प्रकार की जलवायु में वर्षा अधिक होती है जबकि B प्रकार की जलवायु में वर्षा कम होती है।
- A प्रकार की जलवायु में वार्षिक तापांतर कम होता है जबकि B प्रकार की जलवायु में वार्षिक तापांतर अधिक होता है।
- A प्रकार की जलवायु में जैव विविधता वाले उष्ण कटिबंधीय सदाहरित वन पाए जाते हैं जबकि B प्रकार की जलवायु में कटीलें वन पाए जाते हैं।
ग्रीनहाउस गैसों से आप क्या समझते हैं? ग्रीनहाउस गैसों की एक सूची तैयार करें।
ग्रीन हाउस गैसों की उपस्थिति के कारण वायुमंडल एक ग्रीनहाउस की भांति व्यवहार करता है। ये गैसें पृथ्वी की सतह से ऊपर की ओर उत्सर्जित होने वाली अधिकतम दीर्घ तरंगों को अवशोषित कर लेती हैं और वातावरण का तापमान बढ़ा देती हैं। वे गैसों जो विकिरण की दीर्घ तरंगों का अवशोषण करती है वह ग्रीनहाउस गैसें कहलाती हैं। वायुमंडल का तापमान बढ़ाने वाली इस प्रक्रियाओं को सामूहिक रूप से ग्रीनहाउस प्रभाव कहा जाता है।
ये सभी गैसें किसी न किसी रूप में ग्रीनहाउस प्रभाव को प्रभावित करती हैं। ग्रीनहाउस गैसें निम्नलिखित हैं:
- कार्बन डाइऑक्साइड
- क्लोरोफ्लोरोंकार्बन्स
- मीथेन
- ओज़ोन
- कार्बन मोनोऑक्साइड आदि।