कक्षा 5 हिंदी व्याकरण अध्याय 19 अपठित गद्यांश
कक्षा 5 हिंदी व्याकरण अध्याय 19 अपठित गद्यांश के लिए अभ्यास प्रश्न और उदाहरण सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ दिए गए हैं। कक्षा पाँच की अभ्यास पुस्तिका में अपठित गद्यांश के कई उदाहरण उत्तर सहित दिए गए हैं ताकि विद्यार्थी इसका अच्छी तरह से अभ्यास कर सकें।
कक्षा 5 हिंदी व्याकरण अध्याय 19 अपठित गद्यांश के लिए पठन सामग्री
अपठित गद्यांश
अपठित यानी ‘अ + पठित’ जिसका अर्थ है वह गद्यांश जिसे पहले नहीं पढ़ा गया हो। विद्यार्थी इन्हें पढ़ते हैं और फिर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखते हैं।
अपठित गद्यांश को हल करना
अपठित गद्यांश के प्रश्नों को हल करने के लिए निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए:
(क) गद्यांश को बार-बार ध्यानपूर्वक पढि़ए।
(ख) कठिन शब्दों तथा वाक्यांशों का अर्थ समझने का प्रयास करना चाहिए।
(ग) सभी प्रश्नों को पढ़कर समझें फिर उत्तर लिखें।
(घ) बहुवैकल्पिक प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढि़ए, क्योंकि उनके सभी उत्तर मिलते-जुलते होते हैं। सही उत्तर छाँटने के लिए गद्यांश को समझना अति आवश्यक है।
(ङ) यदि शीर्षक बताने के लिए पूछा जाए तो उपयुक्त शीर्षक देना चाहिए।
अपठित गद्यांश का शीर्षक
अपठित गद्यांश का शीर्षक देने के लिए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए तथा जिस बात को ज्यादा महत्त्व दिया जाए, गद्यांश का शीर्षक उसीके आधार पर लिखा जाना चाहिए।
नीचे कुछ गद्यांश एवं उनके उत्तर दिए जा रहे हैं। आपको भी इसी प्रकार से उत्तर देने होंगे।
अपठित गद्यांश
किसी तालाब में एक बातूनी कछुआ रहता था। उसी तालाब के किनारे दो हंस भी रहते थे। वे तीनों आपस में मित्र थे। एक बार गरमी के मौसम में तालाब का पानी सूखने के कारण हंस दूसरे तालाब पर उड़कर जाने के लिए तैयार हो गए। कछुआ भी तैयार था, लेकिन उसे ले जाने की समस्या थी। कछुए ने उपाय बताया कि दोनों हंस अपनी चोंच में एक लकड़ी के सिरों को पकड़ लेंगे और वह उस लड़की को अपने मुँह से पकड़ लेगा, जिससे तीनों मित्र एक साथ एक ही तालाब पर रहेंगे। हंसों ने कहा कि उपाय तो अच्छा है, लेकिन बातूनी होने के कारण तुम रास्ते में बात न करने लगना नहीं तो तुम नीचे गिरकर मर जाओगे। कछुए ने कहा कि वह मूर्ख नहीं है वह अपने पैर पर स्वयं कुल्हाड़ी क्यों मारेगा? योजनानुसार वे उड़ गए। रास्ते में कुछ लोगों की बात सुनकर कछुआ बोल पड़ा और नीचे गिरकर अपनी जान खो बैठा। हमें कभी भी फालतू बातों में न पड़कर अपने लक्ष्य की तरपफ़ ही ध्यान देना चाहिए।
अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न
1. तीन मित्र कौन-कौन थे?
(क) दो हंस एक कछुआ
(ख) कछुआ और हंस
(ग) एक हंस
(घ) एक कछुआ
2. किसे दूसरे तालाब में जाने की समस्या थी?
(क) हंसों को
(ख) कछुए को
(ग) लोगों को
(घ) सभी को
3. तालाब सूख गया, क्योंकि:
(क) बहुत गरमी थी
(ख) बहुत सरदी थी
(ग) बहुत वर्षा थी
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
4. हंसों ने कहा कि उपाय तो अच्छा है, पर:
(क) तुम बातूनी होने के कारण रास्ते में बात नहीं करना
(ख) तुम चालाक होने के कारण रास्ते में बात नहीं करना
(ग) तुम मूर्ख होने के कारण रास्ते में बात नहीं करना
(घ) तुम बुद्धिमान होने के कारण रास्ते में बात नहीं करना
5. अपने पैर पर स्वयं कुल्हाड़ी मारने का अर्थ है:
(क) अपना नुकसान स्वयं करना
(ख) अपना पफ़ायदा करना
(ग) अपना कार्य स्वयं करना
(घ) स्वयं कुल्हाड़ी मारना
अपठित गद्यांश के उत्तर
उत्तर:
1. (क)
2 (ख)
3. (क)
4. (क)
5. (क)