एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 भूगोल अध्याय 3 कृषि
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 भूगोल अध्याय 3 कृषि के सवाल जवाब अभ्यास में दिए गए प्रश्न उत्तर हिंदी और अंग्रेजी मीडियम में सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के लिए यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 8 भूगोल के समाधान को शैक्षणिक सत्र 2024-25 के सिलेबस के अनुसार संशोधित किया गया है।
कक्षा 8 भूगोल अध्याय 3 कृषि के प्रश्न उत्तर
भारत के लिए कृषि का क्या महत्त्व है?
कृषि, भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। भारत में कृषि सिंधु घाटी सभ्यता के दौर से की जाती रही है। 1960 के बाद कृषि के क्षेत्र में हरित क्रांति के साथ नया दौर आया। सन् 2020-2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि एवं सम्बन्धित कार्यों (जैसे वानिकी) का सकल घरेलू उत्पाद में हिस्सा 20.2% था। कृषि-उत्पादन मुद्रास्फीति दर पर अंकुश रखता है, उद्योगों की शक्ति प्रदान करता है, कृषक आय में वृद्धि करता है तथा रोजगार प्रदान करता है।
रोपण कृषि क्या है?
वृक्षारोपण एक प्रकार की व्यावसायिक खेती है जहां चाय, कॉफी, गन्ना, काजू, रबर, केला या कपास की एकल फसल बड़ी मात्रा में श्रम और पूंजी का निवेश करके उगाई जाती है। विश्व के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में प्रमुख वृक्षारोपण पाए जाते हैं। मलेशिया में रबर, ब्राज़ील में कॉफ़ी, भारत और श्रीलंका में चाय इसके कुछ उदाहरण हैं।
भारतीय कृषि की मुख्य समस्या क्या है?
भारतीय कृषि की मुख्य समस्यायें निम्न हैं: सिंचाई की सुविधाओं का पर्याप्त न होना, कुछ अन्य कारणों में कृषि में आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का प्रयोग न कर पाना, परिवहन सुविधाओं की कमी, भंडारण सुविधाओं में कमी, परिवहन की सुविधाओं में कमी, अन्य आधारभूत सुविधाओं का अभाव तथा मिट्टी की गुणवत्ता में कमी के कारण उपज में आती कमी इत्यादि समस्याएँ शामिल हैं।
सरकार किसानों को कृषि के विकास में किस प्रकार मदद करती है?
जूट और कपास को रेशेदार फसल के रूप में जाना जाता है। इनके विकास के लिए जलवायु परिस्थितियाँ इस प्रकार हैं:
क्रमांक रेशेदार फसलें जलवायु स्थितियाँ
1. जूट (गोल्डन फाइबर) उच्च तापमान (25⁰C से अधिक), भारी वर्षा, गर्म और आर्द्र।
2. कपास उच्च तापमान (30⁰C – 40⁰C), तेज धूप, कम वर्षा और साफ आसमान (बादल मुक्त धूप वाला दिन)।
मिलेट क्या हैं सरकार इनके उपयोग को क्यों बढ़ावा देना चाहती है?
मिलेट को मोटे अनाज के रूप में भी जाने जाते हैं। इनको कम उपजाऊ तथा बलुई मृदा में उगाया जा सकता हैं। ये ऐसी फ़सलें हैं जिन्हें कम वर्षा और उच्च से मध्यम तापमान तथा पर्याप्त सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होती है। ज्वार, बाजरा और रागी भारत में उगाए जाते हैं। नाइजीरिया, चीन और नाइजर इसके अन्य उत्पादक देश हैं। मिलेट्स को सुपर फूड कहा जाता है, क्योंकि इनमें पोषक तत्व अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में होते हैं। भारतीय मिलेट्स अनुसंधान संस्थान के अनुसार, रागी यानी फिंगर मिलेट में कैल्शियम की मात्रा अच्छी होती है। प्रति 100 ग्राम फिंगर मिलेट में 364 मिलिग्राम तक कैल्शियम होता है।
सही उत्तर को चिह्नित कीजिए
(i) उद्यान कृषि का अर्थ है –
(क) गेहूँ उगाना (ख) आदिम कृषि (ग) फलों व सब्जियों को उगाना
(ii) ‘सुनहरा रेशा’ से अभिप्राय है-
(क) चाय (ख) कपास (ग) पटसन
(ii) कॉफी का प्रमुख उत्पादक है-
(क) ब्राजील (ख) भारत (ग) रूस
उत्तर:
(i) (क) फल और सब्जियां उगाना
(ii) (ग) पटसन
(iii) (ग) ब्राज़ील
कृषि क्या है?
कृषि एक प्राथमिक गतिविधि है। इसमें फसलें, फल, सब्जियाँ, फूल उगाना और पशुधन का पालन-पोषण शामिल है। भारत की दो-तिहाई आबादी कृषि पर निर्भर है। इसे खेती भी कहते हैं।
उन कारकों का नाम बताइए जो कृषि को प्रभावित कर रहे हैं।
कृषि को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक जलवायु, मिट्टी की गुणवत्ता और अनुकूल स्थलाकृति हैं।
स्थानांतरी कृषि क्या है? इस कृषि की क्या हानियाँ हैं?
झूम खेती में पेड़ों को काटकर और उन्हें जलाकर भूमि के एक भूखंड को साफ किया जाता है। फिर राख को मिट्टी में मिला दिया जाता है और मक्का, रतालू, आलू और कसावा जैसी फसलें उगाई जाती हैं। जब मिट्टी अपनी उर्वरता खो देती है, तो भूमि को छोड़ दिया जाता है और कृषक एक नए भूखंड पर चला जाता है। स्थानांतरण खेती को ‘काटना और जलाना’ कृषि के रूप में भी जाना जाता है। वनों की कटाई, भूमि की उर्वरता खोना और मिट्टी का कटाव झूम खेती के नुकसान हैं।
कारण बताइए
(i) भारत में कृषि एक प्राथमिक क्रिया है।
(ii) विभिन्न फ़सलें विभिन्न प्रदेशों में उगाई जाती हैं।
उत्तर:
(i) भारत की दो-तिहाई आबादी अभी भी कृषि पर निर्भर है। इसीलिए भारत में कृषि एक प्राथमिक गतिविधि है। एक बड़ी आबादी विस्थापित हो जाती है।
(ii) अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग फसलें उगाई जाती हैं क्योंकि अलग-अलग क्षेत्रों में मिट्टी की अनुकूल स्थलाकृति और जलवायु की स्थिति बहुत भिन्न होती है। इसके अलावा फसलों का प्रकार भौगोलिक परिस्थितियों, उपभोक्ताओं की मांग और प्रौद्योगिकी के स्तर पर भी निर्भर करता है।