कक्षा 1 हिंदी अध्याय 22 एनसीईआरटी समाधान – हाथी चल्लम चल्लम
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 1 हिंदी अध्याय 22 हाथी चल्लम चल्लम कविता रिमझिम भाग 1 के प्रश्नों के उत्तर, कठिन शब्दों के अर्थ और अतिरिक्त प्रश्न उत्तर आदि सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए विद्यार्थी यहाँ से मुफ़्त प्राप्त कर सकते हैं। इस कविता में हाथी के बारे में विवरण किया गया है तथा उसके विभिन्न पहलुओं को विद्यार्थियों से अवगत कराया गया। हाथी के बारे में अतिरिक्त प्रश्न उत्तर, जो अध्याय से संबंधित हैं, उत्तर के साथ दिए गए हैं जो विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी हैं। पुनरावृति के लिए अभ्यास पुस्तिका वेबसाइट और कक्षा 1 समाधान ऐप में उपलब्ध है।
कक्षा 1 हिंदी अध्याय 22 के लिए एनसीईआरटी समाधान
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 1 हिंदी अध्याय 22 हाथी चल्लम चल्लम सत्र 2024-25 के लिए
कक्षा 1 हिंदी अध्याय 22 के कठिन शब्दों के अर्थ
शब्द | अर्थ |
---|---|
हौदा | गड्ढा |
सूँड | हाथी का नाक |
मटकता | हिलता-डुलता |
पर्वत | पहाड़ |
देह | शरीर |
कक्षा 1 हिंदी अध्याय 22 कविता का भावार्थ
इस कविता में जब बच्चे हाथी की सवारी करते हैं उन्हें कैसा अनुभव होता है। वे हाथी के विभिन्न अंगों का वर्णन करते हुए उनके हाव-भव भी बता रहे हैं। बच्चे जब सैर के लिए हाथी पर बैठे तो उन्होंने खुशी का इजहार किया। हाथी की लम्बी सूंड देखकर और उसके साथ फटर-फटर की आवाज को जोड़ दिया। हाथी के लम्बे दांतों को देखकर आवाज निकालने लगे खटाखट खटर-खटर।
हाथी जब अपने बड़े से सिर को मटकाते हुए झम्मम-झम्मम करता हुआ चलता है तो सभी कुछ हिलने लगता है। हाथी का पर्वताकार और थुलथुल शरीर जब चलता है तो हलर की तरह हिलाने लगता है। हाथी जब अपने खम्भे जैसे पैर धपाधप की आवाज के साथ रखता है। बच्चे हाथी की सवारी को अद्भुत बता रहे हैं इसके जैसे दूसरी कोई सवारी नहीं है।
सारे बच्चे बीच में बैठे हैं जबकि आगे की तरफ महावत बैठा है और पीछे की तरफ पीलवान बैठा है। बच्चो का हाथी पर दिन भर घुमाने का इरादा है तभी कौतुहल वश बच्चे कहने लगे कि अरे! हाथी दादा थोड़ा स नाच दो। हाथी जैसे ही नाचने लगा, सारे बच्चे दर के मारे चिल्लाने लगे कि हम गिर जायेंगे।
कविता के अनुसार बताओ कौन कैसा है?
हाथी …………….
सूँड़ ……………..
……………… दाँत
……………… सूँड़
देह ……………..
पाँव …………….
बच्चे ……………
उपरोक्त प्रश्न का उत्तर:
- हाथी चल्लम चल्लम
- सूँड़ फ़टाफ़ट फटर फटर
- लम्बे लम्बे दाँत
- लम्बी लम्बी सूँड़
- देह थुलथुली थल्लल थल्लल
- पाँव धपाधप बढ़ते घम्मम
- बच्चे बीच सभी हम, डग्गम डग्गम
बच्चे दिन भर क्यों हाथी की सैर करना चाहते हैं?
बच्चों को हाथी पर बैठकर सैर करने में आनंद का अनुभव होता है इसलिए बच्चे दिन भर हाथी की सैर करना चाहते हैं।