एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 6 यह सबसे कठिन समय नहीं
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 6 यह सबसे कठिन समय नहीं के सभी प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के अनुसार यहाँ दिए गए हैं। छात्र आठवीं हिंदी के वसंत पाठ 6 को समझने के लिए यहाँ दिए गए समाधान की मदद लेकर इसे आसान बना सकते हैं।
कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 6 यह सबसे कठिन समय नहीं के प्रश्न उत्तर
यह कठिन समय नहीं है? यह बताने के लिए कविता में कौन-कौन से तर्क प्रस्तुत किए गए हैं? स्पष्ट कीजिए।
यह कठिन समय नहीं है क्योंकि अभी चिड़िया की चोंच में तिनका दबा हुआ है। वह उड़ने के लिए तैयार बैठी है। पेड़ से झरती हुई पत्ती को सहारा देने वाला हाथ अभी उसे सहारा दे रहा है। गाड़ी अपने गंतव्य तक जा रही है और बूढ़ी नानी अतंरिक्ष के पार की कहानी सुना रही है। उसके अनुसार कोई आएगा और वहां के लोगों की खबर लाएगा।
कविता में कई बार ‘अभी भी’ का प्रयोग करके बातें रखी गई हैं, अभी भी का प्रयोग करते हुए तीन वाक्य बनाइए और देखिए उनमें लगातार, निरंतर, बिना रुके चलने वाले किसी कार्य का भाव निकल रहा है या नहीं?
पानी अभी भी बरस रहा है।
बच्चे अभी भी खेल रहे हैं।
अध्यापक अभी भी पढ़ा रहे हैं।
चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में क्यों है? वह तिनकों का क्या करती होगी? लिखिए।
चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर इसलिए उड़ने की तैयारी कर रही है जिससे कि वह सूरज डूबने से पहले अपना घोंसला बना ले। इसके अलावा वह तिनकों से अपने घोंसले को सही करती होगी या अपने बच्चों के लिए नया घेंसला बनाती होगी।
आप जब भी घर से स्कूल जाते हैं कोई आपकी प्रतीक्षा कर रहा होता है। सूरज डूबने का समय भी आपको खेल के मैदान से घर लौट चलने की सूचना देता है कि घर में कोई आपकी प्रतीक्षा कर रहा है। प्रतीक्षा करने वाले व्यक्ति के विषय में आप क्या सोचते हैं? अपने विचार लिखिए।
प्रतीक्षा करने वाले व्यक्ति के बारे में हम सोचते हैं कि ये बेकार हमारी प्रतीक्षा कर रहा था। मगर यह नहीं जानते कि उसको हमारी कितनी चिंता हैं।
नहीं, और अभी भी, को एक साथ प्रयोग करके तीन वाक्य लिखिए और देखिए ‘नहीं’ ‘अभी भी’ के पीछे कौन-कौन से भाव छिपे हो सकते हैं?
नहीं, अभी भी बच्चा सो रहा है।
नहीं, अभी भी परीक्षाएं चल रही हैं।
नहीं, वह अभी भी खाना खा रहा है।
घर के बड़े-बूढ़ों द्वारा बच्चों को सुनाई जाने वाली किसी ऐसी कथा की जानकारी प्राप्त कीजिए जिसके आखिरी हिस्से में कठिन परिस्थितियों से जीतने का संदेश हो।
बच्चे अपने दादा-दादी के द्वारा सुनाई गई या किताबों से पढ़ी कोई प्रेरणादायक कहानी को पढ़कर जानकारी प्राप्त करेंगे।
अंतरिक्ष के पार की दुनिया से क्या सचमुच कोई बस आती है जिससे खतरों के बाद भी बचे हुए लोगों की खबर मिलती है? आपकी राय में यह झूठ है या सच? यदि झूठ है तो कविता में ऐसा क्यों लिखा गया? अनुमान लगाइए यदि सच लगता है तो किसी अंतरिक्ष संबंधी विज्ञान कथा के आधार पर कल्पना कीजिए कि वह बस कैसी होगी, वे बचे हुए लोग खतरों से क्यों घिर गए होंगे? इस संदर्भ को लेकर कोई कथा बना सकें तो बनाइए।
उत्तर:
अंतरिक्ष के पार की दुनिया से क्या सचमुच कोई बस आती है जिससे खतरों के बाद भी बचे हुए लोगों की खबर मिलती है? यह एक कवि की कल्पना पर आधारित कविता है इसलिए यह सच नहीं है। कल्पना के आधार पर यह एक मानव निर्मित उपग्रह की तरह होगी। यह आसमान से बादलों में तैरती हुई धरती की तरफ आयेगी। इसमें बैठे यात्री भयभीत होंगे क्योंकि बस अगर ख़राब हो गयी तो कहीं भी लुढ़क सकती है। जिसमें किसी के भी बचने की संभावना नहीं के बराबर है।
आजकल उड़न तश्तरी के बारे में बहुत सुना जाता है। कहते हैं कि ये किसी दूसरे गृह के प्राणी हमारी पृथ्वी के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए आते हैं।