एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 14.1
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 14.1 प्रायिकता के हल अभ्यास के सवाल जवाब सीबीएसई और राजकीय बोर्ड शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 11 गणित के विद्यार्थी प्रायिकता की प्रश्नावली 14.1 के प्रश्नों के हल को यहाँ दिए गए विडियो समाधान की मदद से आसानी से समझ सकते हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 14.1
कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 14.1 के लिए एनसीईआरटी समाधान
घटना
प्रतिदर्श समष्टि S का कोई उपसमुच्चय एक घटना कही जाती है।
एक सिक्के को दो बार उछालने के परीक्षण पर विचार कीजिए। संबंधित प्रतिदर्श समष्टि S = {HH, HT, TH, TT} है।
अब, मान लीजिए कि हमारी रुचि उन परिणामों में है जो तथ्यतः एक चित्त प्रकट होने के अनुकूल होते हैं। हम पाते हैं कि इस घटना के होने के अनुकूल S के अवयव केवल HT और TH हैं। यह दो अवयव एक समुच्चय E = {HT, TH} बनाते हैं।
समुच्चय E प्रतिदर्श समष्टि S का उपसमुच्चय है। इसी प्रकार हम पाते हैं कि विभिन्न घटनाओं और S के उपसमुच्चयों में निम्नलिखित संगतता हैः
घटना का वर्णन = ‘S’ का संगत उपसमुच्चय
पटों की संख्या तथ्यतः दो है A = {TT}
पटों की संख्या कम से कम 1 है B = {HT, TH, TT}
चित्तों की संख्या अधिकतम 1 है C = {HT, TH, TT}
द्वितीय उछाल में चित्त नहीं है D = {HT, TT}
चित्तों की संख्या अधिकतम दो है S = {HH, HT, TH, TT}
चित्तों की संख्या दो से अधिक है ∅
एक घटना का घटित होना
किसी परीक्षण के प्रतिदर्श समष्टि S की घटना E घटित हुई कही जाती है यदि परीक्षण का परिणाम ω इस प्रकार है कि ω ∈ E यदि परिणाम ω ऐसा है कि ω ∉ E, तो हम कहते हैं कि घटना E घटित नहीं हुई है।
घटनाओं के प्रकार
घटनाओं को उनके अवयवों के आधार पर विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है।
1. असंभव व निश्चित घटनाएँ
रिक्त समुच्चय ∅ और प्रतिदर्श समष्टि S भी घटनाओं को व्यक्त करते हैं। वास्तव में ∅ को असंभव घटना और S अर्थात् पूर्ण प्रतिदर्श समष्टि को निश्चित घटना कहते हैं।
इसे एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं:
इन्हें समझने के लिए आइए पासा फेंकने के परीक्षण पर विचार करें। इस परीक्षण का प्रतिदर्श समष्टि S = {1, 2, 3, 4, 5, 6} है।
मान लीजिए E घटना ‘पासे पर प्रकट संख्या 7 का गुणज है’ को निरूपित करता है। क्या आप घटना E के संगत उपसमुच्चय लिख सकते हैं?
स्पष्टतया परीक्षण का कोई भी परिणाम घटना E के प्रतिबंध को संतुष्ट नहीं करता है अर्थात् प्रतिदर्श समष्टि का कोई भी अवयव घटना E का घटित होने को निश्चित नहीं करता हैं। अतः हम कह सकते हैं कि केवल रिक्त समुच्चय ही घटना E के संगत समुच्चय है। दूसरे शब्दों में, हम कह सकते हैं कि पासे के ऊपरी फलक पर 7 का गुणज प्रकट होना असंभव है।
इस प्रकार घटना E = ∅ एक असंभव घटना है।
आइए अब हम एक अन्य घटना F ‘पासा पर प्राप्त संख्या या तो सम है या विषम’ पर विचार करें। स्पष्टतया F = {1, 2, 3, 4, 5, 6} = S.
अर्थात् सभी परिणाम घटना F के घटित होने को निश्चित करते हैं। अतः F = S एक निश्चित घटना है।
सरल घटना
यदि किसी घटना E में केवल एक ही प्रतिदर्श बिंदु हो, तो घटना E को सरल या प्रारम्भिक घटना कहते हैं। ऐसा परीक्षण जिसके प्रतिदर्श समष्टि जिसमें n पृथक अवयव हों, में n सरल घटनाएँ विद्यमान होती हैं।
उदाहरण के लिए, एक सिक्का के दो उछालों वाले परीक्षण का प्रतिदर्श समष्टि S = {HH, HT, TH, TT} है।
यहाँ इस प्रतिदर्श समष्टि की चार सरल घटनाएँ हैं, जो निम्नलिखित हैंः
E1= {HH}, E2={HT}, E3= {TH} और E4={TT}