कक्षा 10 हिंदी एनसीईआरटी समाधान स्पर्श गद्य अध्याय 8 हबीब तनवीर – कारतूस

कक्षा 10 हिंदी एनसीईआरटी समाधान स्पर्श भाग 2 गद्य खंड अध्याय 8 हबीब तनवीर – कारतूस (एकांकी) के प्रश्न उत्तर, अभ्यास के हल, अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर आदि छात्र सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं। दसवीं कक्षा हिंदी पाठ 8 के गद्य पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर भी विद्यार्थी पीडीएफ के रूप में डाउनलोड कर सकते हैं। कक्षा 10 समाधान सभी विषय के लिए तिवारी अकादमी कक्षा 10 ऐप मुफ़्त डाउनलोड करें।

कक्षा 10 हिंदी स्पर्श गद्य अध्याय 8 हबीब तनवीर – कारतूस

कक्षा 10 हिंदी स्पर्श अध्याय 8 के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर

कर्नल कालिंज का खेमा जंगल में क्यो लगा हुआ था?

कर्नल कालिंज का खेमा जंगल में छिपे वज़ीर अली को पकड़ने के लिए जंगल में लगा हुआ था।

वज़ीर अली से सिपाही क्यों तंग आ चुके थे?

वज़ीर अली हफ़्तों से जंगल में छिपा बैठा था और जंगल की ज़िंदगी बड़ी कठिन होती है। इसी कारण सिपाही उसे ढूंड्ते-ढूंड्ते तंग आ चुके थे।

कर्नल ने सवार पर नज़र रखने के लिए क्यों कहा?

कर्नल ने सवार पर नज़र रखने के लिए इसलिए कहा ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह सवार कही वज़ीर अली का तो नही है जिसकी तलाश में वे खुद थे।

सवार ने क्यों कहा कि वज़ीर अली कि गिरफ्तारी बहुत मुश्किल है?

सवार ने कर्नल से वज़ीर अली की गिरफ्तारी बहुत मुश्किल है, कहा क्योकि वह सवार ही वज़ीर अली था। वह बड़ा जाँबाज़ सिपाही था।

वज़ीर अली के अफ़साने सुनकर कर्नल को राँबिनहुड की याद क्यों आ जाती थी?

वज़ीर अली के कारनामे कर्नल को बिलकुल राँबिनहुड के भाँति लगते थे। उसने भी बगावत का रास्ता अपना रखा था। वह भी गरीबों का हमदर्द था। वज़ीर अली भी जाँबाज़ होने के साथ सच्चा देश प्रेमी था।

सआदत अली कौन था? उसने वज़ीर अली की पैदाइश को अपनी मौत क्यों समझा?
सआदत अली आसिफ़उद्दौला और वज़ीर अली का भाई था। असल में नवाब आसिफ़उद्दौला को लड़के की कोई उम्मीद नहीं थी। वज़ीर अली की पैदाइस को सआदत अली ने अपनी मौत खयाल इसलिए किया हुआ था क्योकि उसके बाद वही उतरा अधिकारी था।

सआदत अली को अवध के तख्त पर बिठाने के पीछे कर्नल का क्या मकसद था?
सआदत अली कर्नल का दोस्त बना हुआ था और उसने अपनी आधी दौलत तथा दस लाख रुपेय नगद दिये हुए थे। वह ऐश पसंद आदमी था, जिसका फायदा कर्नल ले रहा था। इसलिए कर्नल ने उसने अवध के तख्त पर बैठाया था।

कंपनी के वकील का कत्ल करने के बाद वज़ीर अली ने अपनी हिफाज़त कैसे की?

कंपनी के वकील का कत्ल करने के बाद वज़ीर अली अपने जानिसारों समेत आजमगढ़ की तरफ भाग गया और वहाँ के हुक्मरा ने उन लोगों को अपनी हिफाज़त में घागरा तक पहुँचा दिया। उसका ये कारवाँ इन जंगलों में कई साल से छिप कर अपनी हिफाज़त कर रहा था।

सवार के जाने के बाद कर्नल क्यों हक्का-बक्का रह गया था?
सवार के जाने के बाद कर्नल हक्का-बक्का इसलिए रह गया कि जिस की तलास में वे जंगल में खेमा बना कर बैठे थे, वह स्वंम आकर कर्नल से दस कारतूस ले गया और उसकी जान बक्सने की बात कहकर चला गया।

लेफ़्टीनेंट को ऐसा क्यों लगा कि कंपनी के खिलाफ सारे हिंदुस्तान में एक लहर दौड़ गई है?
कर्नल से जब लेफ़्टीनेंट ने बताया कि सुना है वज़ीर अली ने अफ़गानिस्तान के बादशाह शाहे-जमा को हिंदुस्तान पर हमला करने की दावत दी हैं। तब कर्नल ने कहा अफ़गानिस्तान को हमले की दावत सबसे पहले असल में टीपू सुल्तान ने दी, फिर वज़ीर अली ने भी उसे दिल्ली बुलाया और फिर बंगाल के नवाब के भाई शमसुदौला ने। यह सब सुन कर लेफ़्टिनेंट को ऐसा लगा कि कंपनी के खिलाफ सारे हिंदुस्तान में एक लहर दौड़ गई है।

वज़ीर अली ने कंपनी के वकील का कत्ल क्यों किया था?

वज़ीर अली को उसके पद से हटाने के बाद उसे बनारस पहुँचा दिया और सालाना तीन लाख रुपया वजीफ़ा मुकर्रर कर दिया। कुछ महीने बाद गवर्नर जनरल ने उसे कोलकाता तलब किया। वज़ीर अली कंपनी के वकील के पास गया जो बनारस में रहता था और उससे शिकायत की कि गवर्नर जनरल उसे कोलकाता में क्यूँ तलब करता है। वकील ने शिकायत की परवाह नहीं की उलटा उसे बुरा-भला सुना दिया। वज़ीर अली के तो दिल में यूँ भी अंग्रेजों के खिलाफ़ नफ़रत कूट-कूटकर भरी थी, उसने खंजर से वकील का कत्ल कर दिया।

सवार ने कर्नल से कारतूस कैसे हासिल किए?
सवार ने कर्नल को अपने विश्वाश में लेकर कहा कि वह अकेले ही वज़ीर अली को मार गिराए गा। उसे इस काम के लिए चंद कारतूस की जरूरत है। यह सुनकर कर्नल ने उसे दस कारतूस दे दिए थे।

वज़ीर अली एक जाँबाज़ सिपाही था, पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

वज़ीर अली एक जाँबाज़ सिपाही था। इसमें कोई शंक नहीं था। अपने ऊपर होने वाले किसी भी अत्याचार का विरोध बड़ी बहादुरी से किया। उसने कंपनी के वकील का भी कत्ल कर दिया, जब वकील ने उसकी बात अनसुनी कर उसे ही बुरा-भला कहा था। वज़ीर ने एक बार तो अपनी जान की परवाह न करके गुप्त सवार बन गया और दुशमन के खेमे से कारतूस लेने चला गया और कहने लगा में तुम्हारी जान बकस्ता हूँ क्योकि तुमने मुझे ये कारतूस दिए है।

कक्षा 10 हिंदी स्पर्श गद्य अध्याय 8 के प्रश्न उत्तर
कक्षा 10 हिंदी स्पर्श गद्य अध्याय 8
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