कक्षा 1 हिंदी अध्याय 8 एनसीईआरटी समाधान – चूहो! म्याऊँ सो रही है
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 1 हिंदी अध्याय 8 चूहो! म्याऊँ सो रही है कविता रिमझिम भाग 1 के प्रश्न उत्तर, शब्द अर्थ और रिक्त स्थानों से संबंधित प्रश्न उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कविता पर आधारित अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर भी दिए गए हैं ताकि विद्यार्थियों को कविता अच्छी तरह से समझ आ सके। तिवारी अकादमी ऐप में तथा वेबसाइट पर कक्षा 1 हिंदी के अतिरिक्त अभ्यास के लिए पाठ्यपुस्तक उपलब्ध है जो विद्यार्थियों के हिंदी अध्ययन में लाभदायक है।
कक्षा 1 हिंदी अध्याय 8 के लिए एनसीईआरटी समाधान
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 1 हिंदी अध्याय 8 चूहो! म्याऊँ सो रही है सत्र 2024-25 के लिए
कक्षा 1 हिंदी अध्याय 8 के कठिन शब्द अर्थ
शब्द | अर्थ |
---|---|
रसीले | रस से भरे हुए |
संवारना | व्यवस्थित करना |
मटका | मिट्टी का वर्तन |
चट कर जाना | एकदम साफ़ कर देना |
तबाही | सब कुछ ख़त्म होना |
मकड़ी | एक प्रकार का कीड़ा |
बालू | रेत |
दादा | पिता का पिता या बड़ा भाई |
आलू | एक प्रकार की सब्जी |
कक्षा 1 हिंदी अध्याय 8 के मुख्य प्रश्न उत्तर
बिल्ली कहाँ सों रही है?
बिल्ली घर के पीछे छत के नीचे सों रही है।
चूहों को पतीले में क्या मिला?
चूहों को पतीले में रसीले चन्ने मिले।
चूहे बिल्ली की मूंछ और पूंछ क्यों मरोड़ना चाहते है?
चूहे और बिल्ली की दुश्मनी प्रसिद्द है, आज चूहों को मौका मिला है कि वे सोई हुई बिल्ली से बदला ले सकते हैं।
चूहों को क्यों लग रहा है कि आज उनका राज है?
आज घर में कोई नहीं है घर की बिल्ली भी सों रही है इसलिए चूहों को आज पुरी तरह से छूट मिल गई कि वो जो चाहें घर के अन्दर उत्पात मचा सकते हैं।
चूहों! म्याऊं सों रही है – कविता का भाव
कविता में कवी ने चूहों की उस मनः स्थिति का वर्णन किया है जब घर में कोई नहीं है और घर की पालतू बिल्ली भी सो रही है। चूहे आपस में बात करते हुए कहते हैं कि बिल्ली मौसी घर के पीछे छत के नीचे पाँव पसारकर सों रही है। बिल्ली सों रही है और रसोई खुल्ली हुई है रसोई में रखे पतीले में स्वादिष्ट चन्ने बारे पड़े हैं। दूसरे कोने में जो मटका रखा हुआ है उसको भी झटका देकर उलट दो और जो कुछ मिलता है उसे चाट कर जाओ। घर में जो भी दूध दही है वो सब कुछ हमारा है। बिल्ली मजे से सों रही रही है इसलिए आज हमारा राज है जो कुछ मिले उसे खाओ या कुतर डालो कोई भी रोकने वाला नहीं है।
मकड़ी-ककड़ी-लकड़ी – कविता का भाव
इस अध्याय में कविता के दो भाग हैं एक मकड़ी-ककड़ी-लकड़ी तथा दूसरा बालू-भालू-आलू। पहले भाग में बच्चों ने तीन चीजें देखी यहाँ शब्दों का सामजस्य बिठाते हुए एक ही तरह के शब्दों को प्रयोग किया गया है जैसे: मकड़ी, लकड़ी और ककड़ी। मकड़ी, लकड़ी की डाल पर बैठी हुई है। मकड़ी बैठे-बैठे ककड़ी खा रही थी
कविता के दूसरे भाग में बच्चे देखते हैं कि एक खेत में कुछ बालू पड़ी हुई है। बालू पर भालू बैठा हुआ है तथा वह आलू खा रहा है। यहाँ पर प्रयुक्त शब्द बालू, भालू और आलू मात्रात्मक दृष्टि से एक सामान मालूम हो रहे हैं।
कक्षा 1 हिंदी अध्याय 8 केअतिरिक्त प्रश्न उत्तर
मकड़ी कैसे घर में रहती है?
मकड़ी एक जालीनुमा घर का निर्माण करती है जो कि रहने के साथ-साथ उसे कीट-पतंगों को फ़साने का काम भी करता है जिसे मकड़ी भोजन के रूप में इस्तेमाल करती है।
बच्चों ने मकड़ी को कहाँ देखा?
बच्चों ने मकड़ी को लकड़ी की डाल पर देखा।
भालू कहाँ पाए जाते हैं?
भालू अधिकांशतः घने जंगलों में पाए जाते हैं लेकिन कभी-कभी भोजन की तलाश में मानव बस्तियों में भी आ जाते हैं।
मकड़ी डाल पर बैठकर क्या कर रही थी?
मकड़ी डाल पर बैठकर ककड़ी खा रही थी।
बच्चों ने खेत में क्या देखा?
बच्चों ने खेत में बालू के ऊपर भालू को बैठे हुए देखा।
भालू क्या कर रहा था?
भालू बैठकर आलू खा रहा था।
बच्चे ये बातें किसको बता रहे हैं?
बच्चे ये बातें अपने दादा को बता रहे हैं।
निम्नलिखित शब्दों के मिलते हुए शब्द लिखिए: सोई, पतीले, मटका, पसारे, मरोड़ो, उतरो
उत्तर:
सोई – खोई
पतीले – रसीले
मटका – झटका
पसारे – इशारे
देकर – लेकर
मरोड़ो – सिकोड़ो
उतरो – कुतरो
निम्नलिखित शब्दों के मिलते हुए शब्द लिखिए: डाल, बैठी, रही, हमनें, तीन, खेत
उत्तर:
डाल – फाल
बैठी – उठी
रही – सही
हमनें – तुमनें
तीन – सीन
खेत – रेत