एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 17 वह सुबह कभी तो आएगी

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 17 वह सुबह कभी तो आएगी के प्रश्नों के उत्तर अभ्यास के अतिरिक्त प्रश्नों के हल शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए छात्र यहाँ से निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 8 दूर्वा के पाठ 17 वह सुबह कभी तो आएगी निबंध में बहुत साल पहले भोपाल में घटी एक दुखद घटना के बारे पढेंगे। इस दुर्घटना में कई सारे लोग मारे गए तथा बहुत लोग घायल भी हुए जो आज भी इस पीड़ा को झेल रहें हैं।

सलमा का पहला कदम बीमारी में ही क्यों बढ़ा था?

सलमा बहुत छोटी थी जब भेपाल में गैस रिसाव का कांड हुआ था जिसके कारण वह बचपन में ही बीमार हो गई। उसकी अम्मी उसे बताती हैं कि वे मुझे जकड़कर जहाँगीराबाद भागी थी। उसकी याददाश्त में उसने अपना पहला कदम बीमारी में ही बढ़ाया था। और अब भी वह उससे बच नहीं पाई है।

देखभाल
हम उनसे कहते कि जब हम बड़े हो जाएँगे तो उनकी देखभाल करेंगे। इस वाक्य को पढ़ो और बताओ कि-
कौन किसकी देखभाल करना चाहता/चाहती है?
सलमा और उसकी जुड़वां बहन अपनी माँ की देख-भाल करना चाहती हैं।

वह बड़ा/बड़ी होकर ही देखभाल करना क्यों चाहता/चाहती है?
सलमा बड़ी होकर अपनी माँ को हर सुख देना चहती है इसलिए वह अपनी माँ की देखभाल करना चाहती है।

क्या वह छोटे होने पर देखभाल नहीं कर सकता/सकती है?
वह बीमार है इसलिए देखभाल नहीं कर सकती है।

अगर वह छोटे होने पर भी देखभाल करेगा/करेगी तो क्या हो सकता है?
अगर वे छोटे होने पर भी देखभाल करेगी तो ठीक से देखभाल नहीं कर पाएगी।

सलमा अपनी अम्माँ से क्या कहती थी जिससे उसकी अम्माँ उसे मार देती थी?

सलमा की माँ की मानसिक हालत काफी बिगड़ गई थी। वह दरवाजे पर बैठकर अब्बू का इंतजाार करती रहती थीं। वे कहती अब्बू घर आने वाले हैं, उनके लिए चाय बना लें। वे उनके पैरों की आहट सुनतीं और चिल्लाकर कहतीं कि वे घर आ गए हैं। हम उनसे कहते कि अब्बू मर चुके हैं पर वह हमसे कहती कि ऐसी बातें नहीं कहते, और अगर हम फिर ऐसा कहते तो वह हमें मार देती थी।

निबंध या संस्मरण
इस पाठ में भोपाल गैस त्रसदी का वर्णन हुआ है, जिसे इस त्रसदी को सहने वाली सलमा ने ‘वह सुबह कभी तो आएगी’ शीर्षक से लिखा है। अब तुम बताओ कि-
(क) तुम इसे निबंध या संस्मरण में से क्या कह सकते हो और क्यों?
(ख) अगर इसे कोई कहानी कहे तो क्या होगा?
(ग) मान लो कि अगर तुम इसे लिखते तो इसका क्या शीर्षक देते और क्यों?
(संकेत-इन प्रश्नों के उत्तर देने के लिए तुम अपने बड़ों की सहायता भी ले सकते हो।)
उत्तर:
(क) यह एक संस्मरण है क्योंकि इसमें स्मृति के आधार पर एक घटना का वर्णन है जो लेखिका के साथ घटित हुई।
(ख) यह कहानी नहीं हो सकती क्योंकि यह सत्य घटना पर आधारित है जो लेखिका के साथ घटित हुई थी।
(ग) अगर मैं इसे लिखता तो इसका शीर्षक ‘भोपाल की त्राशदी’ देता क्योंकि यह दुर्घटना भोपाल के लिए एक बहुत बड़ी त्राशदी थी जिसमें बहुत सारे लोग मारे गए थे तथा बचे हुए लोगों में गैस का प्रभाव काफी बाड़ तक देखने को मिला।
नोट: छात्र उपरोक्त प्रश्नों के उत्तर अपने विवेक अनुसार दे सकते हैं।

सलमा ने ऐसा क्यों कहा कि मैं तो अब जीना चाहती हूँ?

आयुर्वेद की दवाएँ लेने से सलमा को काफी आराम है। उसके पाँव के छाले सूख रहे हैं, पसलियों का दर्द चला गया है, चेहरे की सूजन, सिर दर्द, बदन दर्द और गले से खून बहना बंद हो गया है। अब उसे पहली बार ऐसा लगने लगा है कि मैं ठीक हो सकती हूँ। वह यह जानती है कि अभी उसे बहुत दूर जाना है। वह अब इतनी खुश रहती है कि अब वह जीना चाहती है।

भेंट-मुलाकात
तुम्हारी भेंट-मुलाकात अक्सर कुछ ऐसे लोगों से भी होती होगी या हो सकती है जिनकी आँखें नहीं होतीं, जो बोल और सुन नहीं सकते। कुछ वैसे भी लोग होंगे या हो सकते हैं जो हाथ-पैर या अपने किसी अन्य अंग से सामान्य मनुष्य की तरह काम नहीं कर सकते। अब तुम बताओ कि-
(क) यदि तुम्हें किसी गूँगे व्यक्ति से कुछ समझना हो तो क्या करोगे?
(ख) यदि तुम्हें किसी बहरे व्यक्ति को कुछ बताना हो तो क्या करोगे?
(ग) यदि तुम्हें किसी अंधे व्यक्ति को कुछ बताना हो तो क्या करोगे?
(घ) किसी ऐसे व्यक्ति के साथ खेलने का अवसर मिल जाए जो चल फिर नहीं सकता हो तो क्या करोगे?
उत्तर:
(क) यदि मुझे किसी गूँगे व्यक्ति से कुछ समझना होगा तो अगर वह पढ़ा-लिखा है तो वह लिखकर समझा सकता है। अगर पढ़ा-लिखा नहीं है तो सम्वाह किसी वस्तु की ओर इशारा करके या उसके संकेतों को समझकर अंदाजा लगा सकते हैं।
(ख) यदि मुझे किसी बहरे व्यक्ति को कुछ बताना हो तो संकेत करके या वस्तु को छूकर या लिखकर समझा सकते हैं।
(ग) अंधा व्यक्ति सुन सकता है इसलिए हम बोलकर उसे अपनी बात समझा सकते हैं।
(घ) ऐसे व्यक्ति के साथ खेलने का अवसर मिल जाए जो चल फिर नहीं सकता हो तो उसके साथ इस प्रकार के खेल खेले जा सकते हैं जिनमें चलने-फिरने की जरुरत न पड़ती हो। जैसे: कैरम, चेस, लूडो आदि।

उपाय
नीचे कुछ दुर्घटनाओं के बारे में लिखा हुआ है जैसे-
(क) सड़क दुर्घटना – सड़क पर होती है।
(ख) ट्रेन दुर्घटना – ट्रेन की पटरी पर होती है।
(ग) हवाई दुर्घटना – धरती या आसमान कहीं भी हो सकती है।
(घ) नौका दुर्घटना – जल में हो सकती है।
इनके कारणों में मानवीय भूल, जानबूझकर और प्राकृतिक रूप से संबंधित कोई भी कारण हो सकता है। मान लो कि तुम्हारे आस-पास ऐसी कोई भी दुर्घटना घट जाती है तो तुम क्या-क्या करोगे?
(क) क्या तुम स्वयं को बचाओगे?
(ख) किसी और को बचाओगे?
(ग) किसी अन्य को बचने और बचाने का उपाय बताओगे?
(घ) किसी अन्य को उस दुर्घटना के बारे में बताओगे और बुलाओगे?
(ड़) क्या तुम चुपचाप रह जाओगे?
इसमें तुम जो भी करना चाहते हो, उसका कारण भी बताओ।

उत्तर:
(क) दुर्घटना में स्वयं को बचाना पहली प्राथमिकता होती है, यदि हम स्वयं को बचायेंगे तो ही दूसरों की सहायता कर पायेंगे।
(ख) हमेशा दूसरों की सहायता करनी चाहिए। अगर किसी के साथ कोई दुर्घटना हो गयी तो सर्वप्रथम उसको प्राथमिक उपचार प्रदान करना चाहिए, उसके तुरंत बाड़ सबसे नजदीक के अस्पताल पहुंचाना चाहिए।
(ग) अपनी योग्यता के अनुसार दूसरों को प्राथमिक उपचार के बारे में बताएँगे तथा दूसरों को किस प्रकार बचा सकते हैं इसकी भी जानकारी दूसरों के साथ साझा करेंगे।
(घ) दुर्घटना के बारे में दूसरों को बताना और उनकी मदद लेना जरुरी होता है जिससे कि ज्यादा लोगों की मदद कर सकें।
(ड़) नहीं, दुर्घटना के समय मैं स्वयं भी मदद के लिए तैयार रहूँगा तथा दूसरों को भी प्रेरित करूँगा।

शब्द प्रयोग
मेरा गला और आँखें सूज जाती हैं, मेरा चेहरा सूजन की वजह से बड़ा रहता है।
ऊपर के वाक्य में सूज और सूजन शब्द का प्रयोग सार्थक ढंग से हुआ है। इसके साथ सूजना शब्द का प्रयोग भी किया जा सकता है। तुम भी अपने ढंग से कुछ ऐसे शब्दों की सूची बनाओ जिनके रूप में थोड़ा-बहुत अंतर हो तभी सार्थक ढंग से उसका प्रयोग किया जा सकता है, जैसे- टूट, टूटना, टूटन आदि।
उत्तर:
खिड़की का काँच टूट गया है तथा उसकी टूटन चारों तरफ बिखर गयी है। काँच का टूटना अच्छा नहीं लग रहा है।

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