एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 13 अन्याय के खिलाफ

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 13 अन्याय के खिलाफ के प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 8 दूर्वा के पाठ 13 अन्याय के खिलाफ कहानी आदिवासी स्वतंत्रता संघर्ष कथा में विद्यार्थी आंध्रप्रदेश के जंगलों में आदिवासियों द्वारा अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष की कहानी है। जिसमें श्रीराम राजू नामक एक जवान सन्यासी आदिवासियों को एकजुट करता है।

आंध्रा के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के बीच अपना हक जमाने के लिए अंग्रेजों ने क्या किया?

आंध्रा के घने जंगलों के बीच रहने वाले कोया आदिवासी सीधी-सादी खेती के माध्यम से अपनी रोजी-रोटी जुटाया करते थे। पर जब से अंग्रेजों ने उनके बीच आकर अपना हक जमाय तो, उनका जीवन मुश्किल हो गया। फिर अंग्रेजों को एक तरकीब सूझी। उन्होंने सोचा कि आदिवासियों को लड़ाई में तो हरा नहीं पाएँगे, अब इन्हें भूखे रखकर मारना पड़ेगा। उन्होंने जंगल के अंदर गाँवों में राशन लाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए गए। किसी को भी सामान का एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाना मुश्किल हो गया।

क्या ठीक होगा?
(i) “दो दिन में जंगल में सड़क बनाने का काम शुरू होगा। तुम सब लोगों को इस काम पर पहुँचना है। अगर नहीं पहुँचे तो ठीक नहीं होगा।“
(ii) “काम करेंगे तो बदले में क्या मिलेगा।“
ऊपर के कथनों में पहला कथन तहसीलदार बेस्टीयन का है जो आदिवासियों के गाँवों में जाकर चिल्ला-चिल्लाकर बोला था और दूसरा कथन आदिवासियों में से किसी का है जो तहसीलदार से पूछना चाहा था। अब तुम सोचकर बताओ कि-
(क) तुम्हारे विचार से बेस्टियन का कथन ठीक होगा?
(ख) आदिवासियों में से किसी के द्वारा कहा गया वह कथन कैसा है? तुम्हारे विचार से क्या ठीक होगा?
(संकेतः-तुम अपनी पसंद से कथन को अपने ढंग से लिख सकते हो)
उत्तर:
(क) मेरे विचार से बेस्टियन का कथन गलत क्योंकि किसी काम को करने के लिए किसी के साथ ज़ोर-जबरदस्ती नहीं की जा सकती है।
(ख) आदिवासी ने सही कहा क्योंकि काम के बदले दाम तो मिलना ही चाहिए।

मुहावरे: नीचे लिखे वाक्यों में मुहावरों का प्रयोग किया गया है। इन्हीं मुहावरों का प्रयोग करते हुए तुम कुछ नए वाक्य बनाओ।
एक सिपाही ने उसका काम तमाम कर दिया।
युद्ध में मराठा सैनिकों ने अपनी दुश्मन सेना के कई सैनिकों का काम तमाम कर दिया।

आदिवासियों की हिम्मत जवाब देने लगी।
जीवन में कड़े संघर्ष करने के बाद भी सफलता न मिलने पर अब मेरी हिम्मत जवाब देने लगी है।

अंग्रजों ने अपने दांतों तले उँगली दबा ली।
आदिवासियों की वीरता देखकर अंग्रेजों ने अपने दातों तले उॅंगली दबा ली।

किसी को कानो-कान खबर न हो।
ऐसा काम करो कि किसी को कानों कान भी खबर न हो।

अंग्रेज सरकार के छक्के छूट गए।
हॉकी के मैच में भारत ने पाकिस्तान की टीम के छक्के छुड़ा दिए।

अंग्रेजों के होश उड़ गए।
जंगल में शेर को सामने देखकर पुनीत के होश उड़ गए।

भारतीय सैनिकों का बालबाँका न होने पाए।
इस तरह से युद्ध करो कि अपने सनिकों का बाल बांका न होने पाए।

श्री राम राजू कौन था? उसने अंग्रजों के सामने आत्मसमर्पण क्यों किया?

आंध्रा के घने जंगलों में उन्हीं दिनों एक साधु जंगलों में आकर रहने लगा था। उस साधु का नाम था अल्लूरी श्रीराम राजू। श्रीराम राजू ने हाई स्कूल तक पढ़ाई की थी। उसके बाद अगली पढ़ाई छोड़कर वह 18 वर्ष की उम्र में ही साधु बन गया। जब वह उन जंगलों में रहने आया तो आदिवासी लोगों से अच्छी तरह हिल-मिल गया।उससे उनका दुख देखा नहीं गया। राजू ने सोचा कि अगर मैं अंग्रजों के सामने आत्म-समर्पणं कर दूँ तो अंग्रेज इन हजारों लोगों को रोज सताना बंद कर देंगे।

पता करो
(i) सड़क बनाने में किन-किन सामानों की जरूरत होती है? पता करके लिखो।
(ii) इन प्रदेशों में कौन-कौन से आदिवासी रहते हैं? पता करके लिखो?
(क) झारखंड
(ख) छत्तीसगढ़
(ग) उड़ीसा
(घ) मिजोरम
(घ) अंडमान निकोबार द्वीप समूह
उत्तर:
(i) सड़क बनाने के लिए मजदूर, कुदाली, फावड़ा, छेनी, घन आदि औजार चाहिए लेकिन आजकल मशीनों का युग है अतः ये सारा काम बड़ी-बड़ी मशीनों से किया जाता है।
(ii) इन प्रदेशों में निम्नलिखित आदिवासी रहते हैं:
प्रदेश आदिवासी
(क) झारखंड कोल, मुण्डा, हो, भूमिज, उरांव, बिरहोर आदि
(ख) छत्तीसगढ़ गोंड, मारिया, मुरिया, भतरा, हल्बा, धुरुवा समुदाय
(ग) उड़ीसा भुंजिया, बिरहोर, बोंडो पोराजा, कुटिया, डोंगरिया कंधा, सौरा और लंजिया सोरा
(घ) मिजोरम ब्रू या रेयांग
(घ) अंडमान निकोबार अंडमानी, ओंगेस, जरावास, सेंटिनली, निकोबारी और शोम्पेंस द्वीप समूह

अंग्रेजों से लड़ने के लिए कोया आदिवासी क्या-क्या करते थे?

आंध्रा के घने जंगलों से जब सँकरी पगडंडियों से अंग्रेज सेना की टुकड़ी गुजर रही होती तो जंगलों में छिपे आदिवासी भारतीय सिपाहियों को गुजर जाने देते और जैसे ही अंग्रेज सारजेंट या कमांडर नजर आते तो उन पर अचूक निशाना लगाते। आदिवासियों के विद्रोह से अंग्रेज सरकार इतना डरने लगी थी कि राजू के दल को आते देखकर थानों से पुलिस भाग जाती थी।

राजू हाई स्कूल तक पढ़ाई करने के बाद जंगलों में रहने क्यों आया होगा?
राजू हाई स्कूल तक पढ़ाई करने के बाद आंध्र के जंगलों के आदिवासियों को अंग्रजों के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए साधु का भेष धारण करके जंगलों में आया होगा।

राजू के शहीद होने का आदिवासियों के आंदोलन पर क्या असर हुआ होगा?
राजु के शहीद हो जाने से आदिवासियों का हौसला टूट गया हार मानकर वे फिर से अंग्रजों की गुलामी करने लगे।

कोया आदिवासियों के विद्रोह को स्वतंत्रता संग्राम क्यों कहना चाहिए?

कोया आदिवासियों ने अंग्रजों के जुल्म के खिलाफ अपनी आजादी के लिए संघर्ष किया था इसलिए उनके विद्रोह को स्वतंत्रता संग्राम ही कहना चाहिए।

‘मन और मन’
आदिवासियों के साथ मन-मर्जी नहीं की जा सकती।
उसके पास कई मन गेहूँ था।
ऊपर के पहले वाक्य में ‘मन’ का मतलब है-दिल, हृदय। दूसरे वाक्य में ‘मन’ नाप-तौल का एक शब्द है। इस तरह मन के दो अर्थ हैं। ऐसे शब्दों को अनेकार्थक शब्द कहते हैं। नीचे दिए गए शब्दों को पढ़ो और वाक्य बनाओ।
सोना – सो जाना (नींद)
स्वर्ण, एक धातु
उत्तर – एक दिशा, जवाब
हार – पराजय, हार जाना, माला
उत्तर:
सोना: हमेशा पूर्व की ओर सिर करके सोना चाहिए।
सोना: उसने सुन्दर सोने का हार पहना हुआ है।
उत्तर: हिमालय भारत के उत्तर दिशा में स्थित है।
उत्तर: छात्र ने प्रश्न का सही उत्तर दिया है।
हार: 1971 में पाकिस्तान युद्ध में भारत से हार गया था।
हार: रीना ने मोतियों का हार पहना हुआ है।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 13 अन्याय के खिलाफ
कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 13 अन्याय के खिलाफ
कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 13 के प्रश्न उत्तर
कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 13 के लिए हल
कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 13 के सवाल जवाब
कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 13