कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 5 पापा खो गए के प्रश्न उत्तर
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 5 पापा खो गए के प्रश्न उत्तर अभ्यास के सवाल जवाब शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए संशोधित रूप में यहाँ से निशुल्क प्राप्त किए जा सकते हैं। हिंदी कक्षा 7 में वसंत के पाठ 5 को यहाँ दिए गए प्रश्नों के उत्तर और पठन सामग्री की मदद से आसानी से समझा जा सकता है।
कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 5 पापा खो गए के प्रश्न उत्तर
नाटक में आपको सबसे बुद्धिमान पात्र कौन लगा और क्यों?
नाटक में सबसे बुद्धिमान पात्र कौआ लगा क्योंकि उसके पास हर जगह का समाचार रहता था और वह घूम-घूम कर सबको खबर देता था। उसे अच्छे-बुरे की पहचान थी और वही अपनी सूझबूझ से दुष्ट व्यक्ति से बच्ची को बचाता है और उसे सही सलामत घर पहुँचाने की तरकीब भी वही सोचता है।
क्या वजह थी कि सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर नहीं पहुँचा पा रहे थे?
लड़की बहुत छोटी और नादान थी वह अपना नाम पिता का नाम और घर का पता भी ठीक से नहीं बता पा रही थी इसीलिए सभी पात्र मिलकर भी उसे घर तक नहीं पहुँचा पा रहे थे।
पेड़ और खंभे में दोस्ती कैसे हुई?
खंबा शुरू-शुरू में अपनी अकड़ के कारण वह पेड़ से नहीं बोलता था। उसे अपने ऊपर घमंड था वह पेड़ को कुछ भी नहीं समझता था। एक दिन घनघोर बारिश और तेज हवा के कारण वह खंबा पेड़ पर गिर पड़ा पर पेड़ ने सरलता दिखाते हुए उससे कुछ नहीं कहा उसकी इसी सरलता को देखकर खंबे को अपने ऊपर लज्जा आई और उसकी दोस्ती उस पेड़ से हो गई।
क्या आप बच्ची के पापा को खोजने का नाटक से अलग कोई और तरीका बता सकते हैं?
बच्ची को खोजने के अन्य साधन भी हो सकते हैं जैसे उसकी फोटो को गुमशुदा के विज्ञापन के साथ अखबार में छापना, रेडियो, टीवी पर तथा सोशल मीडिया पर उसकी गुमशुदगी का प्रचार कर खोज सकते हैं।
लैटरबक्स को सभी लाल ताऊ कहकर क्यों पुकारते थे?
लैटरबक्स लाल रंग से रंगा हुआ था, उसके रंग के कारण ही सब उसे लाल ताऊ कहकर पुकारते थे।
अपने-अपने घर का पता लिखिए तथा चित्र बनाकर वहाँ पहुँचने का रास्ता भी बताइए।
बच्चे अपने अनुसार अपने घर का पता और चित्र बनाकर कक्षा में प्रस्तुत करेंगे।
लाल ताऊ किस प्रकार बाकी पात्रों से भिन्न है?
लाल ताऊ सबसे अलग पढ़ा-लिखा और अपने में ही हर समय मस्त रहने वाला था। वह हर समय अकेले ही भजन गुनगुनाता रहता था। इसीलिए वह बाकी पात्रों से भिन्न है।
नाटक में बच्ची को बचाने वाले पात्रों में एक ही सजीव पात्र है। उसकी कौन-कौन सी बातें आपको मजेदार लगीं? लिखिए।
नाटक में एक ही सजीव पात्र है और वह है कौआ जो ताऊ के भजनों की आवाज को सुनकर उठ जाता है और नींद खराब होने पर चिढ़कर ताऊ से उसका बोलना अच्छा लगता है। वही भूत-भूत चिल्लाकर दुष्ट आदमी से बच्ची को बचाता है और उसी के कहने पर लाल ताऊ ने पापा खो गए पोस्टर लिखा था, उसकी यही सब बातें मजेदार लगी।
मराठी से अनूदित इस नाटक का शीर्षक ‘पापा खो गए’ क्यों रखा गया होगा? अगर आपके मन में कोई दूसरा शीर्षक हो तो सुझाइए और साथ में कारण भी बताइए।
नाटक का शीर्षक ‘पापा खो गए’ इसलिए रखा गया क्योंकि इसमें एक ऐसी बच्ची की कहानी है जो बहुत छोटी है और अपने घर का पता अपना नाम और अपने पिता नाम बताने में असमर्थ है। नाटक के पात्र लाल ताऊ के द्वारा तैयार किए गए पोस्टर के आधार पर पुलिस उस बच्ची को उसके घर तक पहुँचा देती है। इस पाठ का अन्य शीर्षक ‘बच्ची खो गई’ भी हो सकता है।