एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी वीणा अध्याय 6 चतुर चित्रकार

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी वीणा अध्याय 6 चतुर चित्रकार सत्र 2025-26 के लिए संशोधित रूप में यहाँ दिए गए हैं। इसमें चित्रकार की बुद्धिमानी और साहस का सुंदर चित्रण किया गया है। जब जंगल का शेर चित्रकार के सामने आता है, तो वह डरने के बजाय चतुराई से अपनी जान बचा लेता है। यह अध्याय बच्चों को सिखाता है कि संकट की घड़ी में डरने की बजाय विवेक और हिम्मत से काम लेना चाहिए। कविता रोचक, शिक्षाप्रद और मनोरंजक है।
कक्षा 5 हिंदी वीणा पाठ 6 के MCQ
कक्षा 5 हिंदी वीणा के सभी अध्याय
कक्षा 5 के सभी विषयों के प्रश्न उत्तर

चतुर चित्रकार कक्षा 5 हिंदी वीणा अध्याय 6 के प्रश्न उत्तर

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बातचीत के लिए

1. चित्रकार की कौन-सी विशेषता आपको सबसे अधिक अच्छी लगी और क्यों?
उत्तर देखेंमुझे चित्रकार की चतुराई सबसे अधिक अच्छी लगी। क्योंकि उसने डरने की बजाय दिमाग से काम लिया और शेर को बेवकूफ बनाकर अपनी जान बचा ली।

2. शेर ने चित्रकार को ‘कायर-डरपोक’ कहा। क्या आपको लगता है कि चित्रकार वास्तव में कायर और डरपोक था या वह चतुर और समझदार था? अपने उत्तर का कारण बताइए।
उत्तर देखेंमुझे लगता है कि चित्रकार चतुर और समझदार था, कायर नहीं। क्योंकि एक कायर इंसान डरकर भाग जाता या चिल्लाने लगता, लेकिन चित्रकार ने शांति से सोचा और शेर को पीठ फेरने के लिए कहकर भागने का मौका बनाया। यह उसकी समझदारी थी।

3. आपके अनुसार ऐसे कौन-कौन से कार्य हैं जिनका निरंतर अभ्यास करने से उनमें कुशलता बढ़ जाती है?
उत्तर देखेंनिरंतर अभ्यास से इन कार्यों में कुशलता बढ़ जाती है:
• पढ़ना-लिखना
• खेलना (जैसे क्रिकेट, फुटबॉल)
• गाना गाना या नाचना
• चित्रकारी करना
• साइकिल चलाना

4. यदि झील के किनारे नाव न होती तो चित्रकार शेर से अपनी जान बचाने के लिए क्या उपाय करता?
उत्तर देखेंअगर नाव नहीं होती तो चित्रकार शायद झील के पास के घने पेड़ों के पीछे छिप जाता या फिर वह शेर से कहता कि उसके पास और भी सुंदर चित्र दिखाने हैं और उसे दूर किसी जगह ले जाकर वहाँ से भागने का मौका ढूँढ़ता।

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पाठ से

नीचे दिए गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तरों पर तारे का चित्र (✶) बनाइए —
1. चित्रकार ने जंगल के किस स्थान पर चित्र बनाना शुरू किया?
(क) नदी के किनारे
(ख) सुनसान जगह
(ग) पेड़ों के नीचे
(घ) पहाड़ की चोटी पर
उत्तर देखें✶(ख) सुनसान जगह

2. यमराज का मित्र किसे कहा गया है?
(क) शेर को
(ख) चित्रकार को
(ग) नाविक को
(घ) शिकारी को
उत्तर देखें✶(क) शेर को

3. चित्रकार ने शेर से अपने प्राण कैसे बचाए?
(क) धैर्य और चतुराई से
(ख) क्रोध और शक्ति से
(ग) डर और घबराहट से
(घ) अहंकार और गर्व से
उत्तर देखें✶(क) धैर्य और चतुराई से

4. चित्रकार ने शेर को पीठ फेरकर बैठने के लिए क्यों कहा?
(क) ताकि वह शेर की पीठ का चित्र बना सके।
(ख) ताकि वह भागने की योजना पूरी कर सके।
(ग) ताकि शेर आराम से बैठ सके।
(घ) ताकि शेर के साथ आँख-मिचौनी खेल सके।
उत्तर देखें✶(ख) ताकि वह भागने की योजना पूरी कर सके।

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सोचिए और लिखिए

नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर अपनी लेखन-पुस्तिका में लिखिए —
1. चित्रकार जिस वातावरण में चित्र बना रहा था, उसका वर्णन कीजिए।
उत्तर देखेंचित्रकार एक सुनसान जंगल में चित्र बना रहा था। वहाँ नदी, पहाड़, पेड़ और पत्ते थे। वह बहुत शांति से अपना काम कर रहा था।

2. चित्रकार ने शेर को जंगल में चित्रकला का अभ्यास करने के लिए क्यों कहा होगा?
उत्तर देखेंचित्रकार ने ऐसा इसलिए कहा होगा ताकि शेर का ध्यान बंट जाए और वह उससे दूर भागने का मौका पा सके। वह शेर को व्यस्त रखना चाहता था।

3. आपको इस कविता की कौन-सी घटना सबसे रोचक लगी?
उत्तर देखेंमुझे सबसे रोचक घटना वह लगी जब चित्रकार ने शेर से कहा, “अब मुँह आप उधर तो करिए, जंगल के सरदार” और शेर ने पीठ फेरकर बैठ गया। इस चतुराई से उसे भागने का मौका मिल गया।

4. चित्रकार ने शेर से बचने के लिए क्या किया?
उत्तर देखेंचित्रकार ने शेर से बचने के लिए पहले उसे चित्र बनाने के बहाने उलझाए रखा। फिर जब शेर ने पीठ फेरी, तो वह चुपके से वहाँ से खिसक गया और झील किनारे खड़ी नाव में बैठकर दूर निकल गया।

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अनुमान और कल्पना

1. चित्रकार ने शेर को ‘जंगल के सरदार’ नाम से क्यों पुकारा होगा?
उत्तर देखेंचित्रकार ने शेर को ‘जंगल का सरदार’ इसलिए कहा होगा क्योंकि शेर जंगल का राजा होता है। उसे खुश करने और अपनी बात मनवाने के लिए चित्रकार ने उसकी तारीफ की।

2. यदि चित्रकार जंगल में रुक जाता और शेर से मित्रता करने का प्रयत्न करता तो क्या होता?
उत्तर देखेंअगर चित्रकार रुक जाता, तो शायद शेर उसे खा जाता। शेर एक जंगली जानवर है, उससे मित्रता करना खतरनाक हो सकता था। या फिर, एक अच्छी कहानी में, शेर उसकी बात मान जाता और वे दोस्त बन जाते।

3. यदि शेर को भी चित्रकला में रुचि होती तो वह कौन-से चित्र बनाना पसंद करता?
उत्तर देखेंअगर शेर को चित्रकला में रुचि होती, तो वह अपने जंगल, अपने शिकार, दूसरे जानवरों और अपने परिवार के चित्र बनाना पसंद करता।

4. यदि चित्रकार के स्थान पर आप होते तो शेर से बचने के लिए क्या करते?
उत्तर देखेंअगर मैं चित्रकार की जगह होता, तो मैं भी उसे किसी तरह का बहाना बनाकर व्यस्त रखता और फिर चुपचाप वहाँ से भाग जाता। शेर के सामने से भागना बहुत मुश्किल है, इसलिए चतुराई से काम लेना ही सही होता।

कक्षा 5 हिंदी वीणा अध्याय 6 भाषा पर आधारित प्रश्न उत्तर

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भाषा की बात

1. कविता में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इनमें छिपे मुहावरे पहचानिए और उनके नीचे रेखा खींचिए —
(क) “उसे देखकर चित्रकार के तुरंत उड़ गए होश।”
(ख) “नदी, पहाड़, पेड़, पत्तों का, रह न गया कुछ जोश।”
(ग) “चित्रकार ने नाव पकड़कर, ली जी भर के साँस।”
(घ) “इधर शरे था धोखा खाकर, झंझुलाहट में चरू।”
उत्तर देखें(क) यहाँ मुहावरा है “होश उड़ जाना” – जिसका अर्थ है बहुत डर जाना या घबरा जाना।
(ख) यहाँ मुहावरा है “जोश रह न जाना” – यानी उत्साह/उत्सुकता खत्म हो जाना।
(ग) यहाँ मुहावरा है “जी भर के साँस लेना” – मतलब राहत की साँस लेना।
(घ) यहाँ मुहावरा है “धोखा खाना” – जिसका अर्थ है छल या कपट का शिकार होना।

2. अब इन मुहावरों का प्रयोग करते हुए अपने मन से नए-नए वाक्य बनाइए।
उत्तर देखें1. होश उड़ जाना: रात को अचानक जोर की आवाज़ सुनकर उसके होश उड़ गए।
2. जोश रह न जाना: परीक्षा में कठिन प्रश्न देखकर उसका जोश रह न गया।
3. जी भर के साँस लेना: समय पर ट्रेन पकड़कर उसने जी भर के साँस ली।
4. धोखा खाना: अजनबी पर भरोसा करके वह धोखा खा गया।

3. नीचे दी गई पंक्तियों को ध्यान से पढ़िए —
• इतने ही में वहाँ आ गया, यम राजा का मित्र।
• चित्रकार चुपके से खिसका, जैसे कोई चोर।
• जल्दी -जल्दी नाव चलाकर, निकल गया वह दूर।
इन पंक्तियों में जिन शब्दों के नीचे रेखा खींची गई है, वे क्रिया शब्द हैं जिन्हें ‘आने’ या ‘जाने’ के कार्य को बताने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
• ‘आ गया’ शब्द का प्रयोग अचानक आने को दर्शाने के लिए किया गया है।
• ‘खिसका’ शब्द ‘धीरे-धीरे हटने’ या ‘बिना किसी को पता लगे’ जाने का भाव प्रकट करता है।
• ‘निकल गया’ शब्द तेज़ी से दूर जाने का संकेत देता है।
‘आने’ और ‘जाने’ के कार्य को बताने के लिए इसी प्रकार के अनेक क्रिया शब्दों का प्रयोग किया जाता है। आगे दिए गए ऐसे ही क्रिया शब्दों का प्रयोग करते हुए अपने मन से वाक्य बनाइए —

आने के लिए क्रिया शब्दजाने के लिए क्रिया शब्द
आना – वह मेरे पास आया।निकल पड़ना – मैं साहसिक यात्रा के लिए निकल पड़ा।
पहुँचना –रवाना होना –
दाखिल होना –उड़ना –
प्रवेश करना –फिसलना –
उपस्थित होना –खिसकना –

उत्तर:

आने के लिए क्रिया शब्दजाने के लिए क्रिया शब्द
आना – वह मेरे पास आया।निकल पड़ना – मैं साहसिक यात्रा के लिए निकल पड़ा।
पहुँचना: मेरा भाई अब स्टेशन पहुँच गया होगा।रवाना होना: हम सुबह ही घूमने के लिए रवाना हो गए।
दाखिल होना: सैनिक दुश्मन के इलाके में दाखिल हो गया।उड़ना: पक्षी आकाश में उड़ गया।
प्रवेश करना: हम सभी सभागार में प्रवेश कर गए।फिसलना: बर्फ पर चलते हुए वह लड़का फिसल गया।
उपस्थित होना: सभी छात्र स्कूल में उपस्थित हो गए।खिसकना: बिल्ली चुपचाप खिड़की से खिसक गई।

4. “फिर उसको कुछ हिम्मत आई, देख उसे चुपचाप”
उपर्युक्‍त पंक्ति को ध्यान से देखिए। यहाँ जिन शब्दों को रेखांकित किया गया है, वे शब्द संज्ञा शब्दों क्रमशः ‘चित्रकार’ और ‘शेर’ के लिए प्रयुक्‍त हुए हैं। आप जानते ही होंगे कि संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जाने वाले ऐसे शब्दों को ‘सर्वनाम’ कहते हैं।
अब नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित संज्ञा शब्दों को हटाकर उचित सर्वनाम शब्दों का प्रयोग कीजिए —
(क) फिर शेर को चुपचाप देखकर चित्रकार को कुछ हिम्मत आई। ➝ फिर उसे चुपचाप देखकर उसको कुछ हिम्मत आई।
(ख) चित्रकार जल्दी -जल्दी नाव चलाकर दूर निकल गया। ➝ ……….. जल्दी -जल्दी नाव चलाकर दूर निकल गया।
(ग) चित्रकार नाव में बैठ गया। ➝ ………… नाव में बैठ गया।
(घ) “शेर” बहुत गुस्से में था। ➝ ………… बहुत गुस्से में था।
(ङ) चित्रकार और शेर के बीच वार्ता लाप हुआ। ➝ ………. के बीच वार्ता लाप हुआ।
उत्तर देखें(क) फिर शेर को चुपचाप देखकर चित्रकार को कुछ हिम्मत आई। ➝ फिर उसे चुपचाप देखकर उसको कुछ हिम्मत आई।
(ख) चित्रकार जल्दी -जल्दी नाव चलाकर दूर निकल गया। ➝ वह जल्दी -जल्दी नाव चलाकर दूर निकल गया।
(ग) चित्रकार नाव में बैठ गया। ➝ वह नाव में बैठ गया।
(घ) शेर बहुत गुस्से में था। ➝ वह बहुत गुस्से में था।
(ङ) चित्रकार और शेर के बीच वार्तालाप हुआ। ➝ उन के बीच वार्तालाप हुआ।

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कविता से कहानी

1. ‘चतुर चित्रकार’ कविता में आपने शेर और चित्रकार की कहानी का आनंद लिया। अब इस कहानी को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर देखेंएक बार एक चित्रकार एक सुनसान जंगल में सुंदर चित्र बना रहा था। अचानक वहाँ एक शेर आ गया। शेर को देखकर चित्रकार के होश उड़ गए और वह डर गया। फिर उसे एक तरकीब सूझी। उसने शेर से कहा कि वह उसका सुंदर चित्र बनाकर देगा। शेर चित्र देखने के लालच में उसकी बात मान गया और पीठ फेरकर बैठ गया। चित्रकार ने यह मौका देखा और चुपचाप वहाँ से खिसक गया। उसने झील के किनारे खड़ी एक नाव देखी। वह तेजी से नाव में बैठा और नाव चलाकर दूर निकल गया। जब शेर ने पीछे मुड़कर देखा तो चित्रकार गायब था। शेर को बहुत गुस्सा आया और उसने चित्रकार को डरपोक कहकर पुकारा। पर तब तक चतुर चित्रकार सुरक्षित दूर जा चुका था।

2. इस कहानी के अंत में चित्रकार नाव में बैठकर दूर चला जाता है। अपनी कल्पना से इस कहानी का अंत बदलकर लिखिए। उदाहरण के लिए —
• चित्रकार शेर से मित्रता कर लेता है।
उत्तर देखेंचित्रकार ने नाव पकड़ने के बजाय शेर की ओर देखा और बोला –
“जंगल के राजा! मैं आपसे डरकर भागना नहीं चाहता। आइए, हम दोनों मित्र बन जाते हैं। मैं आपके चित्र बनाऊँगा और आप मेरी रक्षा करेंगे।”
शेर उसकी बात सुनकर हँस पड़ा और बोला –
“ठीक है चित्रकार! अब से तुम मेरे मित्र हो। मैं तुम्हें कभी नुकसान नहीं पहुँचाऊँगा।”
उस दिन से चित्रकार और शेर अच्छे मित्र बन गए। चित्रकार अक्सर जंगल में जाकर शेर के चित्र बनाता और शेर गर्व से अपने चित्र को देखता। जंगल के बाकी जानवर भी चित्रकार से चित्र बनवाने लगे और चित्रकार का नाम दूर-दूर तक प्रसिद्ध हो गया।

• शेर चित्र बनाने में चित्रकार की सहायता करता है।
उत्तर देखेंचित्रकार भागने के बजाय शेर से बोला –
“जंगल के राजा! आप इतने बलवान और महान हैं, पर अगर आप मेरी मदद करेंगे तो यह चित्र और भी सुंदर बनेगा।”
शेर को यह बात बहुत भा गई। वह तुरंत पास आकर पत्ते, फूल और लकड़ियाँ इकट्ठा करने लगा। चित्रकार ने शेर से कहा कि इनसे रंग तैयार करने में मदद मिलेगी। शेर खुशी-खुशी चित्रकार की सहायता करता रहा।
कुछ ही देर में चित्रकार ने शेर का भव्य और सुंदर चित्र बना दिया। शेर अपने चित्र को देखकर बहुत प्रसन्न हुआ और बोला –
“अब तुम मेरे मित्र हो। जंगल में कोई तुम्हें नुकसान नहीं पहुँचाएगा।”
इस तरह शेर और चित्रकार में गहरी मित्रता हो गई। चित्रकार अक्सर जंगल में जाकर चित्र बनाता और शेर उसकी मदद करता। जंगल के सारे जीव भी यह देखकर खुश हुए कि अब बल और बुद्धि एक साथ मिल गए हैं।

कक्षा 5 हिंदी वीणा अध्याय 6 बातचीत पर आधारित प्रश्न

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बातचीत

नीचे दी गई शेर और चित्रकार के मध्य बातचीत को अपनी कल्पना से पूरा कीजिए —
Images page 68
उत्तर देखेंचित्रकार: अरे जंगल के राजा! आप चुपचाप क्यों बैठे हैं?
शेर: (गुर्राते हुए): मुझे भूख लगी है! तुम मेरा भोजन बनोगे!
चित्रकार: (चतुराई से) ठहरिए, महाराज! अगर आप मुझे खा गए, तो आपकी यह शानदार तस्वीर कौन बनाएगा? पूरा जंगल आपकी वीरता के किस्से कैसे गाएगा।
शेर: (थोड़ा नरम होकर) सच कह रहे हो? मेरी तस्वीर बनाओ, लेकिन जल्दी बनाओ!
चित्रकार: जी, महाराज। बस आप पीठ फिराकर बैठ जाइए, ताकि मैं आपकी शानदार पीठ और बालों का चित्र बना सकूँ।
शेर: (अहंकार में आकर) ठीक है, जल्दी करो!
चित्रकार: (चुपके से भागने का मौका ढूँढते हुए) जी, महाराज… बस हो गया तैयार!

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तुलना

चित्रकार और शेर की विशेषताओं की तुलना कीजिए और उचित स्थान पर सही (✔) या गलत (×) का चिह्न लगाइए —

गुणचित्रकारशेर
बुद्धिमान
शक्तिशाली
डरपोक
चतुर
डरावना
साहसी
भोला
जिज्ञासु

उत्तर:

गुणचित्रकारशेर
बुद्धिमान×
शक्तिशाली×
डरपोक××
चतुर×
डरावना×
साहसी
भोला×
जिज्ञासु

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पाठ से आगे

1. चित्रकार अपनी चतुराई का प्रयोग करके संकट से बच गया था। क्या कभी आपने किसी संकट का सामना करने के लिए अपनी चतुराई दिखाई है? उस अनुभव को कक्षा में साझा कीजिए।
उत्तर देखेंहाँ, एक बार मैं भी अपनी चतुराई से एक संकट को टाला था। मैं और मेरे दोस्त पार्क में खेल रहे थे कि अचानक एक बड़ा और गुस्सैल कुत्ता हमारी तरफ भौंकता हुआ आया। सब डर गए। मैंने घबराने की बजाय याद किया कि पापा ने बताया था कि कुत्ते के सामने भागना नहीं चाहिए। मैंने धीरे-धीरे झुककर जमीन से एक पत्थर उठाया (जैसे कि पकड़ रहा हूँ, लेकिन वास्तव में मैंने उसे फेंका नहीं)। कुत्ता रुक गया और पीछे हटने लगा। इस तरह मैंने और मेरे दोस्तों ने सुरक्षित वहाँ से हटकर अपनी जान बचाई।

2. क्या आपने कभी किसी की संकट में सहायता की है? बताइए कि आपने कैसे सहायता की थी।
उत्तर देखेंहाँ, मैंने एक बार अपनी छोटी बहन की मदद की थी। वह साइकिल चलाते समय संतुलन खोकर गिर गई और उसका घुटना छिल गया था। वह रो रही थी और खून बह रहा था। मैंने घबराए बिना पास की दुकान से पानी माँगा, उसका घाव साफ किया और अपने रुमाल से उसे बाँध दिया। फिर मैं उसे तुरंत घर ले आया और मम्मी को बताया। मम्मी ने उस पर दवा लगाई और मुझे समझदारी से काम लेने के लिए धन्यवाद दिया।

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चित्रकार का विद्यालय

1. कल्पना कीजिए कि चित्रकार ने जंगल में एक चित्रकला विद्यालय खोला है। आप इस विद्यालय का कोई नाम सुझाइए और इसके बारे में कुछ वाक्य अपनी लेखन-पुस्तिका में लिखिए।
उत्तर देखेंनाम: “जंगल कला निकेतन”
विवरण: यह विद्यालय जंगल के बीचोंबीच एक खूबसूरत साफ़ स्थान में बना है। यहाँ पेड़ों की छाल पर, पत्थरों पर और पानी के रंगों से चित्रकारी सिखाई जाती है। शेर, बन्दर, खरगोश, तोते और हिरन सभी यहाँ आकर कला सीखते हैं। चित्रकार सर सबको बहुत प्यार से रंगों की दुनिया से परिचित कराते हैं।

2. इस विद्यालय के बारे में एक आकर्षक विज्ञापन बनाइए जिसे पढ़कर जंगल के पशु-पक्षियों में इस विद्यालय में प्रवेश लेने की इच्छा जाग जाए।
(जैसे – प्रवेश जारी है। एक अनोखा विद्यालय, आपके पड़ोस में, आइए और सीखिए…)
उत्तर देखेंविज्ञापन:
“आओ सीखें रंगों का जादू!”
प्रवेश जारी है!
एक अनोखा विद्यालय, आपके पड़ोस में!
सीखिए: पेड़ों पर चित्रकारी, पत्तों से रंग बनाना, प्रकृति की सुंदरता को कैनवास पर उतारना।
आप भी बन सकते हैं एक कलाकार!
पता: जंगल कला निकेतन, नदी के किनारे, पुराने बरगद के पेड़ के पास।
आइए, समय बर्बाद न करें!

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खोजबीन

अपने अभिभावकों के साथ पशु-पक्षियों से संबंधित भारतीय वृत्तचित्र (डॉक्युमेंट्री) देखिए और उससे प्राप्त जानकारी कक्षा में साझा कीजिए।
उत्तर देखेंमैंने अपने पापा के साथ “भारत का जंगल राज” नामक एक डॉक्युमेंट्री देखी। इसमें बताया गया था कि कैसे भारत के जंगलों में बाघ, हाथी, तेंदुआ और कई तरह के पक्षी रहते हैं। उन्होंने यह भी दिखाया कि कैसे पेड़-पौधे जानवरों के लिए घर और भोजन का काम करते हैं। मैंने सीखा कि हमें जंगल और जानवरों को बचाने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करना चाहिए और पेड़ लगाने चाहिए।

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जंगल में शांति और सुरक्षा

मान लीजिए, शेर और चित्रकार अच्छे मित्र हैं। वे चाहते हैं कि जंगल में सुख-शांति रहे। आप उन्हें जंगल में शांति के लिए क्या उपाय सुझाएँगे? कम से कम तीन सुझाव अपनी लेखन-पुस्तिका में लिखिए।
(संकेत – ऐसे उपाय सोचिए जिनसे जंगल के पेड़-पौधे, हवा-पानी और पशु-पक्षी सुरक्षित रहें।)
उत्तर देखेंयदि शेर और चित्रकार मित्र हैं और जंगल में शांति चाहते हैं, तो मैं ये तीन उपाय सुझाऊँगा:
1. सभी जानवरों की सभा बुलाओ: शेर और चित्रकार मिलकर जंगल के सभी जानवरों की एक बैठक बुलाएँ। सबको समझाएँ कि आपस में लड़ने से अच्छा है कि सब मिलजुल कर रहें। हर किसी की बात सुनी जाए।
2. जंगल को साफ-सुथरा रखो: सब मिलकर जंगल से प्लास्टिक, कचरा और खतरनाक चीजें साफ करें। पेड़-पौधे न काटें, बल्कि नए पेड़ लगाएँ। तालाब और नदियों का पानी साफ रखें ताकि सबको पीने को स्वच्छ पानी मिले।
3. एक दूसरे की मदद करो: अगर कोई छोटा जानवर मुसीबत में है, तो बड़े जानवर उसकी मदद करें। सबके खाने-पीने का बंदोबस्त हो ताकि कोई भूखा न रहे और किसी को दूसरे का शिकार न बनना पड़े।

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पुस्तकालय से

पुस्तकालय से अपने शिक्षक की सहायता से पंचतंत्र अथवा हितोपदेश में से उन कहानियों को ढूँढिए जिनमें पशु-पक्षियों और मनुष्यों के मध्य संवाद हों।
उत्तर देखें1. पंचतंत्र की कहानियाँ
• कहानी: शेर और खरगोश
इसमें एक छोटा सा खरगोश एक शेर को अपनी बुद्धिमानी से धोखा देता है और उसे कुएँ में कूदने के लिए मना लेता है। इसमें खरगोश और शेर के बीच संवाद है।
• कहानी: कौआ और साँप
एक कौआ अपने अंडे एक साँप द्वारा खाए जाने से बचाने के लिए एक सोने की अंगूठी लाकर राजा के महल में गिरा देता है। फिर राजा के सेवक साँप को मार देते हैं। इसमें कौए और अपनी पत्नी के बीच संवाद है।
• कहानी: बंदर और मगरमच्छ
एक मगरमच्छ का दोस्त बंदर उसे रोज़ एक सेब देता है। एक दिन मगरमच्छ की पत्नी बंदर का दिल खाना चाहती है। मगरमच्छ बंदर को बुलाता है, लेकिन बंदर अपनी चतुराई से अपनी जान बचा लेता है। इसमें बंदर और मगरमच्छ के बीच लंबा संवाद है।
2. हितोपदेश की कहानियाँ
• कहानी: गिद्ध और कबूतर
एक शिकारी के जाल में फँसे कबूतरों की मदद एक गिद्ध करता है। इसमें गिद्ध, कबूतर और शिकारी के बीच संवाद होता है।
• कहानी: ब्राह्मण और नेवला
एक ब्राह्मण की पत्नी को संदेह होता है कि उनके पालतू नेवले ने उनके बच्चे को मार दिया है, लेकिन बाद में पता चलता है कि नेवले ने बच्चे को साँप से बचाया था। इसमें ब्राह्मण और उसकी पत्नी के बीच संवाद है।
• कहानी: किसान और साँप
एक किसान एक जमे हुए साँप को दया करके अपने घर ले आता है, लेकिन साँप गर्म होने के बाद किसान को डस लेता है। इसमें किसान और साँप के बीच संवाद है।
3. अन्य प्रसिद्ध कहानी
• कहानी: चींटी और कबूतर
एक चींटी पानी में डूब रही होती है, तो एक कबूतर उसे पत्ते पर बैठाकर बचा लेता है। बाद में चींटी शिकारी के पैर में काटकर कबूतर की जान बचाती है। इसमें चींटी और कबूतर के बीच संवाद नहीं है, लेकिन यह कहानी बहुत प्रसिद्ध है।

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आज की पहेली

1. चित्रकार जिस जंगल में गया था, वहाँ कौन-कौन से पेड़ हो सकते थे? आइए इस पहेली से पता लगाते हैं। इस पहेली को इसी कविता के कवि ने रचा है।
अपने समूह में मिलकर पहेली बूझिए —
बाबूलाल मदन मुरलीधर इलाचंद्र हुबलाल।
गिरिजाशंकर बेनीमाधव दंडपाणि यशपाल।।
गणपति काशीराम कलापी टहलराम घनश्याम।
लेकर गए एक से दूने, कितने थे कुल आम?
उत्तर देखें16383 आम

2. ऊपर दी गई कविता में 12 पेड़ों के नाम छिपे हैं। उन नामों को ढूँढीए, जैसे – गणति , कलापी और टहराम शब्दों में से ‘पीपल’ निकलता है।
कोई एक अक्षर कई नामों के लिए भी प्रयुक्‍त हो सकता है।
उत्तर देखेंपेड़ों के नाम — आम, पीपल, नीम, शीशम, जामुन, बबूल, कटहल, महुआ, बेल, इमली, बरगद, कदंब

कक्षा 5 हिंदी वीणा पाठ 6 का सारांश

चित्रकार एक सुनसान जगह में बैठकर चित्र बना रहा था। तभी वहाँ शेर आ गया। चित्रकार डर गया, पर उसने हिम्मत करके शेर को बैठाकर उसका चित्र बनाने की बात कही। शेर भी उकडू-मुकडू बैठ गया और ध्यान से चित्रकार को देखने लगा। चित्रकार ने चालाकी से कहा कि चित्र पूरा हो गया है, अब आप मुँह दूसरी ओर करिए।
जैसे ही शेर ने पीठ घुमा ली, चित्रकार धीरे-धीरे चुपके से वहाँ से खिसक गया और नाव पकड़कर झील पार करने लगा। शेर बहुत देर तक बैठा रहा और सोचता रहा कि चित्रकार इतनी देर क्यों लगा रहा है। जब उसे धोखे का पता चला तो वह गुस्से से बोला कि कलम और कागज तो ले जाओ।
चित्रकार ने जवाब दिया कि इन्हें अपने पास ही रखो और जंगल में बैठकर चित्रकला का अभ्यास करो। इस प्रकार चित्रकार अपनी चतुराई और बुद्धिमानी से शेर से बच निकला।

कक्षा 5 हिंदी वीणा पाठ 6 से शिक्षा

यह कहानी हमें सिखाती है कि संकट की घड़ी में बुद्धि और हिम्मत सबसे बड़ा सहारा होती है। मुश्किल परिस्थितियों से निकलने के लिए डरने के बजाय समझदारी से काम लेना चाहिए।