एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भौतिकी अध्याय 3 विधुत धारा
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भौतिकी अध्याय 3 विधुत धारा के हल सवाल जवाब, अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर सत्र 2024-25 के लिए छात्र यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 12 भौतिकी पाठ 3 के अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर भी विस्तार से समझाए गए हैं ताकि विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी में कोई दिक्कत न आए।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भौतिकी अध्याय 3
विद्युत धारा
आवेश के प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहते हैं। इसका SI मात्रक एम्पीयर है। एक कूलांम प्रति सेकेण्ड की दर से प्रवाहित विद्युत आवेश को एक एम्पीयर धारा कहेंगे।
I = q/t
वृत की आकृति के किसी धारावाही तार (धारा I) पर विचार कीजिए। ध्यान दीजिए जैसे-जैसे तार के अनुदिश धारा विकसित होती है, j (धारा घनत्व) की दिशा यथार्थ ढंग से परिवर्तित होती है, जबकि धारा I अप्रभावित रहती है। इसके लिए अनिवार्य रूप से उत्तरदायी ऐजेन्ट है
मीटर सेतु के उपयोग द्वारा प्रतिरोध R मापा जाना है। एक छात्र मानक प्रतिरोध S का चयन 100 Ω करता है। वह शून्य विक्षेप बिन्दु l₁ = 2.9 cm पर पाता है। उसे परिशुद्धता में सुधार के लिए प्रयत्न करने को कहा जाता है। इसके लिए निम्नलिखित में कौन उपयोगी ढंग है?
5V तथा 10V सन्निकट विद्युतवाहक बल के दो सेलों की तुलना परिशुद्ध रूप से 400 cm लम्बाई के विभवमापी द्वारा की जानी है।
इलेक्ट्रॉनों का कौन सा अभिलक्षण चालक में धारा के प्रवाह को निर्धारित करता है?
ओम का नियम
ओम के नियम के अनुसार यदि ताप आदि भौतिक अवस्थायें नियत रखीं जाए तो किसी प्रतिरोधक (या, अन्य ओमीय युक्ति) के सिरों के बीच उत्पन्न विभवान्तर उससे प्रवाहित धारा के समानुपाती होता है।
एक चालक की परिकल्पना कीजिए जिससे धारा प् प्रवाहित हो रही है और मान लीजिए टए चालक के सिरों के मध्य विभवान्तर है। तब ओम के नियम का कथन है कि
V ∝ I
अथवा V = RI
यहाँ R अनुपातिक स्थिरांक है, जिसे चालक का प्रतिरोध भी कहते हैं। प्रतिरोध का SI मात्रक ओम है और यह प्रतीक Ω द्वारा निर्दिष्ट किया जाता है। प्रतिरोध R चालक के केवल पदार्थ पर ही नहीं बल्कि चालक के विस्तार पर भी निर्भर करता है।
चालक की लम्बाई, क्षेत्रफल तथा प्रतिरोध के बीच सम्बंध
तार का प्रतिरोध तार की लंबाई के समानुपाती होता है। अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल (।) के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
R ∝ l/A
R = ρ(l/A)
यहाँ ρ एक आनुपातिकता स्थिरांक है जो चालक के पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करता है, इसके विस्तार पर नहीं। ρ को प्रतिरोधकता कहते हैं।
कक्षा 12 भौतिकी अध्याय 3 के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
क्या किसी विद्युत नेटवर्क में किसी संधि के पार गति में, आवेश का संवेग संरक्षित रहता है?
जब कोई इलेक्ट्रॉन किसी संधि की ओर गमन करता है तो एकसमान E के अतिरिक्त वह समान्यतः संधि के तारों के पृष्ठ पर संचित आवेशों (जो अपवाह वेग vd को नियत रखते हैं।) का सामना भी करता है। ये विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करते हैं। ये क्षेत्र संवेग की दिशा परिवर्तित कर देते हैं।
घरों में विद्युत के लिए तांबे अथवा ऐलुमिनियम के तारों का उपयोग किया जाता है। ऐसा करने के पीछे किन-किन विचारों को ध्यान में रखा जाता है?
दो बातो पर विचार करने की आवश्यकता होती हैः
(i) धातु का मूल्य, तथा
(ii) धातु की अच्छी चालकता। अधिक मूल्य होने के कारण हम चाँदी का उपयोग नहीं करते। इसके पश्चात अच्छे चालकों में ताँबा व ऐलुमिनियम उपयोग होते हैं।
मानक प्रतिरोध कुण्डलियों को बनाने में मिश्रातुओं का उपयोग क्यों किया जाता है?
मिश्रातुओं के प्रतिरोध का ताप गुणांक निम्न (निम्न ताप सुग्राह्यता) तथा प्रतिरोधकता उच्च होती है।