एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 कैदी और कोकिला

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 कैदी और कोकिला (माखनलाल चतुर्वेदी) सत्र 2025-26 के अनुसार यहाँ दिए गए हैं। इस पाठ में कवि ने स्वतंत्रता संग्राम की पीड़ा और त्याग का मार्मिक चित्रण किया है। जेल में बंद कैदी कोकिला से संवाद करता है और अपनी भावनाएँ प्रकट करता है। वह पक्षी की स्वतंत्रता को देखकर अपने बंधन का अनुभव करता है, परंतु देश की आज़ादी के लिए अपने संघर्ष को सर्वोच्च मानता है। यह अध्याय विद्यार्थियों को देशभक्ति, त्याग और स्वतंत्रता के मूल्य का संदेश देता है।
कक्षा 9 हिंदी क्षितिज पाठ 10 के प्रश्न उत्तर
कक्षा 9 हिंदी क्षितिज पाठ 10 के अति-लघु उत्तरीय प्रश्न
कक्षा 9 हिंदी क्षितिज पाठ 10 के लघु उत्तरीय प्रश्न
कक्षा 9 हिंदी क्षितिज पाठ 10 के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
कक्षा 9 हिंदी क्षितिज पाठ 10 MCQ

अभ्यास के प्रश्न उत्तर

कैदी और कोकिला कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 अभ्यास प्रश्न उत्तर

1. कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर देखेंकोयल की कूक सुनकर कवि को बहुत दुख और आश्चर्य हुआ। आधी रात के समय उसकी मधुर आवाज सुनकर कवि को लगा कि वह कोई संदेश लेकर आई है, या किसी गहरे दुख के कारण चीख रही है।

2. कवि ने कोकिल के बोलने के किन कारणों की संभावना बताई है?
उत्तर देखेंकवि ने कोयल के बोलने के कई कारण बताए हैं:
क्या वह कोई संदेश लेकर आई है?
क्या उसने किसी दुख या वेदना को देखा है?
क्या उसने किसी जंगल की आग (दावानल) को देखा है?
क्या वह मधुर विद्रोह के बीज बो रही है?

3. किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है और क्यों?
उत्तर देखेंब्रिटिश शासन की तुलना ‘तम के प्रभाव’ यानी गहरे अंधकार से की गई है। यह इसलिए, क्योंकि ब्रिटिश सरकार भारतीयों पर बहुत अत्याचार कर रही थी और उनके जीवन को अँधेरे और निराशा से भर दिया था।

4. कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर देखेंपराधीन भारत की जेलों में कैदियों को घोर यातनाएँ दी जाती थीं। उन्हें डाकू, चोरों और बटमारों के साथ रखा जाता था। उन्हें पेट भर खाना नहीं दिया जाता था और वे जीने और मरने के बीच तड़पते रहते थे। उनसे कोल्हू चलवाया जाता था, पत्थर तुड़वाए जाते थे और उनके जीवन पर दिन-रात कड़ा पहरा रहता था।

कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 के भाव स्पष्ट करने वाले प्रश्न उत्तर

5. भाव स्पष्ट कीजिए-
(क) मृदुल वैभव की रखवाली-सी, कोकिल बोलो तो!
उत्तर देखेंइसका भाव है कि कोयल का स्वर बहुत मधुर है और वह इस संसार के सौंदर्य की रखवाली करने वाली जैसी लगती है। कवि उससे पूछते हैं कि ऐसी मधुर आवाज़ वाली कोयल क्यों इस दुख भरे माहौल में चीख रही है।

(ख) हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ, खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कूँआ।
उत्तर देखेंइसका भाव है कि कवि को जेल में कोल्हू चलाकर काम करना पड़ता है। वे पेट पर जूआ लगाकर जानवरों की तरह मोट खींचते हैं। इस कठिन परिश्रम को वे ब्रिटिश सरकार के अहंकार को कम करने का प्रयास मानते हैं।

6. अर्द्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या अंदेशा है?
उत्तर देखेंअर्द्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को अंदेशा है कि वह कोई खास संदेश लेकर आई है, या उसने किसी बड़े खतरे को देखा है। उन्हें लगता है कि कोयल भी पूरे देश को एक कारागार के रूप में देखने लगी है, और इसलिए वह आधी रात को चीख रही है।

7. कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?
उत्तर देखेंकवि को कोयल से ईर्ष्या इसलिए हो रही है क्योंकि कोयल स्वतंत्र है। उसे रहने के लिए हरी-भरी डाली मिली है और वह पूरे आकाश में उड़ सकती है, जबकि कवि दस फुट की छोटी सी काल कोठरी में बंद हैं। कोयल के गीत सुनकर लोग वाह-वाह करते हैं, जबकि कवि के लिए तो रोना भी एक गुनाह है।

8. कवि के स्मृति-पटल पर कोयल के गीतों की कौन सी मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं, जिन्हें वह अब नष्ट करने पर तुली है?
उत्तर देखेंकवि के स्मृति-पटल पर कोयल के मधुर गीत, उसकी सुंदरता और हरियाली के बीच चहचहाने की यादें अंकित हैं। लेकिन जेल में कोयल की आधी रात की चीख सुनकर कवि को लगता है कि वह उन सभी सुखद यादों को नष्ट कर रही है।

9. हथकड़ियों को गहना क्यों कहा गया है?
उत्तर देखेंहथकड़ियों को गहना इसलिए कहा गया है क्योंकि ये हथकड़ियाँ कवि के लिए ब्रिटिश राज द्वारा दी गई सजा नहीं, बल्कि स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष का प्रतीक हैं। ये उनके लिए अपमान का नहीं, बल्कि गौरव का विषय हैं।

10. ‘काली तू…ऐ आली!’-इन पंक्तियों में ‘काली’ शब्द की आवृत्ति से उत्पन्न चमत्कार का विवेचन कीजिए।
उत्तर देखेंइन पंक्तियों में ‘काली’ शब्द की बार-बार आवृत्ति (पुनरावृत्ति) हुई है, जिससे एक अद्भुत सौंदर्य और चमत्कार उत्पन्न हुआ है। इस शब्द का प्रयोग कई अर्थों में किया गया है:
कोयल काली है।
रात (रजनी) काली है।
ब्रिटिश शासन के कार्य (करनी) काले हैं।
जेल की लहरें और कल्पनाएँ काली हैं।
कवि की कोठरी, टोपी और कंबल सब काले हैं।
यह ‘काली’ शब्द की आवृत्ति ब्रिटिश शासन के क्रूरतापूर्ण माहौल, निराशा और अंधकार को बहुत प्रभावी ढंग से व्यक्त करती है।

11. काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
(क) किस दावानल की ज्वालाएँ हैं दीखीं?
उत्तर देखेंइस पंक्ति में कवि ने रूपक अलंकार का सुंदर प्रयोग किया है। ‘दावानल’ यहाँ जंगल की आग नहीं, बल्कि ब्रिटिश शासन द्वारा किए जा रहे अत्याचारों और शोषण को दर्शाती है। कवि कोयल से पूछते हैं कि क्या उसने भी इस शोषण की आग को देखा है। यह प्रश्न कोयल और कवि के बीच एक भावनात्मक जुड़ाव स्थापित करता है।

(ख) तेरे गीत कहावें वाह, रोना भी है मुझे गुनाह! देख विषमता तेरी-मेरी, बजा रही तिस पर रणभेरी!
उत्तर देखेंइन पंक्तियों में कवि ने करुण रस और विषमता का भाव प्रकट किया है। कवि अपनी और कोयल की स्थिति में गहरी असमानता बताते हैं। कोयल की स्वतंत्रता और उसके गीतों की प्रशंसा होती है, जबकि कवि अपनी कोठरी में कैदी हैं और उनका रोना भी अपराध माना जाता है। इस विषमता के बावजूद, कोयल का आधी रात में चीखना कवि को एक रणभेरी यानी क्रांति के बिगुल जैसा लगता है, जो उन्हें भी संघर्ष के लिए प्रेरित करता है। यहाँ अलंकारिक भाषा का प्रयोग हुआ है, जहाँ रणभेरी विद्रोह का प्रतीक है।

कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 के रचना और अभिव्यक्ति के प्रश्न उत्तर

12. कवि जेल के आसपास अन्य पक्षियों का चहकना भी सुनता होगा लेकिन उसने कोकिला की ही बात क्यों की है?
उत्तर देखेंकवि ने अन्य पक्षियों की बजाय कोकिला की बात इसलिए की है क्योंकि कोयल की आवाज़ बहुत मधुर और संवेदनशील होती है। आधी रात को उसका चीखना सामान्य नहीं है, यह एक विशेष घटना है। कवि को लगता है कि कोयल ने भी ब्रिटिश शासन की क्रूरता को देख लिया है और इसलिए वह दुखी होकर बोल रही है। अन्य पक्षियों का चहकना तो स्वाभाविक होता है, लेकिन कोयल का इस तरह चीखना कवि के दुख और आक्रोश को और गहरा कर देता है, जिससे वह उसके साथ एक आत्मीय संबंध स्थापित कर पाते हैं।

13. आपके विचार से स्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक-सा व्यवहार क्यों किया जाता होगा?
उत्तर देखेंस्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक-सा व्यवहार इसलिए किया जाता होगा, ताकि ब्रिटिश सरकार उन्हें अपमानित कर सके और लोगों के मन में उनके प्रति नकारात्मकता पैदा कर सके। वे स्वतंत्रता सेनानियों को साधारण चोरों और डाकुओं जैसा दिखाना चाहते थे ताकि लोग उन्हें सम्मान न दें। यह एक तरह का मानसिक और मनोवैज्ञानिक उत्पीड़न था, जिससे स्वतंत्रता सेनानियों का मनोबल तोड़ा जा सके और स्वतंत्रता आंदोलन को कमजोर किया जा सके।

कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 कैदी और कोकिला पर आधारित अति-लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर।

कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 अति-लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर

1. कवि ने किस प्रकार के शासन का वर्णन किया है?
उत्तर देखेंकवि ने ब्रिटिश शासन का वर्णन किया है जो अंधकार जैसा गहरा है।

2. जेल में कवि को क्या नहीं मिलता था?
उत्तर देखेंजेल में कवि को पेट-भर खाना भी नहीं मिलता था।

3. ‘हिमकर निराश कर चला’ का क्या अर्थ है?
उत्तर देखेंइसका अर्थ है कि चाँदनी भी जा चुकी है और रात बहुत काली हो गई है।

4. कवि ने हथकड़ियों को क्या नाम दिया है?
उत्तर देखेंकवि ने हथकड़ियों को ‘ब्रिटिश-राज का गहना’ नाम दिया है।

5. कवि पेट पर जूआ लगाकर क्या करते थे?
उत्तर देखेंवे मोट खींचकर ब्रिटिश अकड़ का कुआँ खाली करते थे।

6. कवि के अनुसार, कोयल रात में क्यों बोल रही है?
उत्तर देखेंकवि के अनुसार, कोयल मधुर विद्रोह के बीज बो रही है।

7. कवि की काल कोठरी कितने फुट की थी?
उत्तर देखेंकवि की काल कोठरी दस फुट की थी।

8. कोयल के गीतों और कवि के रोने में क्या अंतर है?
उत्तर देखेंकोयल के गीत प्रशंसा पाते हैं, जबकि कवि के लिए रोना भी गुनाह है।

9. कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों होती है?
उत्तर देखेंकवि को कोयल की स्वतंत्रता से ईर्ष्या होती है।

10. कवि ने ‘काली’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया है?
उत्तर देखेंउन्होंने कोयल, रात, शासन, कल्पना, कोठरी आदि के लिए किया है।

11. ‘मृदुल वैभव’ की रखवाली कौन कर रहा है?
उत्तर देखेंकोयल ‘मृदुल वैभव’ की रखवाली कर रही है।

12. कवि को किस बात पर ‘रणभेरी’ बजती हुई लगती है?
उत्तर देखेंकवि को कोयल और उनकी स्थिति की विषमता पर ‘रणभेरी’ बजती हुई लगती है।

13. कवि ने ‘मोहन’ का व्रत किसे कहा है?
उत्तर देखेंकवि ने ‘मोहन’ का व्रत महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन को कहा है।

14. ‘हुंकृति’ का क्या अर्थ है?
उत्तर देखें‘हुंकृति’ का अर्थ आवाज या हुंकार है।

15. कवि ने अपने जीवन को कैसा बताया है?
उत्तर देखेंकवि ने अपने जीवन को दिन-रात कड़े पहरे में बताया है।

कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 कैदी और कोकिला के लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर।

कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर

1. कवि किससे बोल रहा है और उसका आवाहन क्यों कर रहा है?
उत्तर देखेंकवि बार-बार कोकिल (कोयल) से बोलकर उसे पुकारता है—कोकिल की मधुरता और आज़ाद गुनगुनाहट के सामने अपनी काली कोठरी और दुःख का बहुत बड़ा विरोधाभास दिखाने के लिए। कवि कोयल से पूछता है कि वह क्यों गाती है, क्या संदेश देती है; यह पुकार कवि की व्यथा, देश-दर्द और सत्ता के अंधकार पर सवाल उठाने के लिए है। कोकिल की आवाज़ से कवि उम्मीद और विरोध दोनों तलाशता है, कि क्या उसकी कानी पीड़ा का कोई सम्बोधन है।

2. कविता में “ऊँची काली दीवारों” का क्या प्रतीकार्थ है?
उत्तर देखेंऊँची काली दीवारें कवि की क़ैद, तानाशाही और अत्याचार का प्रतीक हैं— यह दीवारें बाहरी दुनिया से अलग करती हुई बंदिश और परिस्तिथि का बोध कराती हैं। कवि इन्हें ‘टोपी काली’, ‘कमली काली’, ‘लौह-श्रृंखला’ से जोड़कर बताता है कि यह केवल भौतिक चारदीवारी नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक दमन, प्रशासनिक अकड़ और अंधकार का प्रभाव है। दीवारें उस विभाजन और अन्याय की सीमा हैं जो जीवन के हर पक्ष पर पहरे सी बन गई है।

3. कवि को भोजन और जीने की मुश्किलों का कैसे वर्णन मिलता है?
उत्तर देखेंकविता कहती है कि डाकू, चोर, बटमारों के डेरे और शासन के प्रभाव में जीने को पेट-भर खाना नहीं मिलता—मतलब जीवन की बुनियादी आवश्यकता भी छीनी जा रही है। कवि बताता है कि मरने तक की आज़ादी भी नहीं, तड़पकर मरना पड़ता है; इससे दुःख, भूख और असुरक्षा का भाव तीव्र होता है। यह सामाजिक-आर्थिक अत्याचार और असमानता का आक्रोश है जो रोज़मर्रा की ज़िन्दगी को असहनीय बनाता है।

4. “ब्रिटिश-राज का गहना” और “हथकड़ियाँ” के संदर्भ से क्या अभिप्रेत है?
उत्तर देखेंकविता में ‘हथकड़ियाँ’ को “ब्रिटिश-राज का गहना” कहकर स्पष्ट संकेत मिलता है कि कवि औपनिवेशिक दमन और विदेशी शासन के जंजीरों का विरोध कर रहा है। यह रूपक बताता है कि जंजीरें दिखने में गहने जैसी चमकदार परन्तु असल में गुलामी और नियंत्रण का साधन हैं। कवि की आक्रोशपूर्ण भाषा ब्रिटिश अकड़ और उपनिवेशी आर्थिक-राजनीतिक शोषण पर तीखा प्रहार करती है।

5. कोकिल और कवि के जीवन में वर्णित असमानता कैसे दिखाई देती है?
उत्तर देखेंकोकिल को हरियाली, खुला आकाश और चमकीले गीत मिले हैं—वही कवि की ‘दस फुट की दुनिया’ काली कोठरी और लौह-श्रृंखलाओं से घिरी है। कोकिल की गायन-स्वतंत्रता और कवि की बंदिशें एक क्रूर विषमता दिखाती हैं; कोकिल की मधुरता पर लोग वाह करते हैं जबकि कवि के आँसू, करुणा और विद्रोह को अपराध जैसा समझा जाता है। यह तुलना समाज में अवसरों की विषमता और दमन के खिलाफ भावनात्मक आह्वान पैदा करती है।

6. कविता में “रात” और “अंधकार” की क्या भूमिका है?
उत्तर देखेंरात्रि और अंधकार कविता में निराशा, काली सत्ता, और दमन के प्रभाव का रूपक हैं—”रात भी काली” और “कालिमामयी जगी” जैसी पंक्तियाँ इसे दर्शाती हैं। रात में चीखना, हुंकार और विद्रोह की बात यह बताती है कि जो दबा है वह मध्यरात्रि में भी अपनी आवाज़ निकाल रहा है। अंधकार का बेध करने की अपील कोकिल से है— कवि चाहता है कि कोकिल अपनी चमकले गीतों से इस अँधेरे को चीर दे और संभावना जगाए।

7. “मधुर विद्रोह-बीज” से कवि का आशय क्या है?
उत्तर देखें“मधुर विद्रोह-बीज” का अर्थ है कोकिल का गीत जो सुनने में मधुर है पर उसके शब्दों में विद्रोह की बीज छिपी है। कवि पूछता है कि कोकिल चुपचाप, मधुरता में किस तरह विरोध के बीज बो रही है— यानि सुंदरता के माध्यम से सामाजिक चेतना जागृत कर रही है। यह विचार बताता है कि कला का सौंदर्य ही क्रांतिकारी ताकत बनकर दमन को चुनौती दे सकता है।

8. कविता में “हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ” जैसी पंक्तियों का भाव क्या है?
उत्तर देखेंइस पंक्ति में कवि गहरे कष्ट और रोज़गार-भोजन की अनिश्चितता का चित्र देता है—”पेट पर जूआ” से तात्पर्य गरीबी और जीवन- संघर्ष है जो कवि पर दबाव डालता है। यह आर्थिक दंडित स्थिति और उपनिवेशी अकड़ के खिलाफ आक्रोश दर्शाती है। कवि महसूस कर रहा है कि उसकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी अकड़ और शोषण से बँधी है, जिससे वह तड़पता और विद्रोहित है।

9. कविता में “टोपी काली, कमली काली” जैसी पंक्तियाँ किस ओर संकेत करती हैं?
उत्तर देखेंये वाक्य कवि के आसपास के हर प्रतीक को कालेपन से जोडते हैं—टोपी, कमली, लौह-श्रृंखला सब काले बताकर कवि यह दिखाता है कि दमन तथा शासकीय अकड़ ने जीवन के हर पहलू को रंग दिया है। ‘काली लहर कल्पना’ और ‘मेरी काल कोठरी’ से यह भी जाहिर है कि कवि की कल्पना और वास्तविकता दोनों ही अँधेरे से ढकी हैं; काला यहाँ दुःख, अन्याय और निराशा का रूप है।

10. अंत की पंक्तियाँ “मोहन के व्रत पर, प्राणों का आसव किसमें भर दूँ!” का क्या सार है?
उत्तर देखेंयह अंत की पुकार व्यक्तिगत तथा प्रतीकात्मक है—’मोहन के व्रत’ किसी प्रिय, आदर्श या देशभक्ति के संकल्प का प्रतीक बन सकता है; कवि पूछता है कि अपने जिए हुए प्राणों की ऊर्जा, जीवन-रस किसमें विश्वासपूर्वक लगाऊँ। यह सवाल कवि की बेचैनी और आशा का मिश्रण है— वह चाहकर भी नहीं जानता कि अपनी पीड़ा और ऊर्जा को किस दिशा में समर्पित करे, इसलिए कोकिल से मार्गदर्शन माँग रहा है।

कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 कैदी और कोकिला के लिए दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर।

कक्षा 9 हिंदी क्षितिज अध्याय 10 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर

1. कविता में कोकिल और कवि के जीवन को विरोधाभास के रूप में प्रस्तुत किया गया है। समझाइए।
उत्तर देखेंकवि ने कोकिल और अपने जीवन को दो विपरीत ध्रुवों की तरह दिखाया है। कोकिल स्वतंत्र आकाश में उड़ती है, हरियाली डाल पर बैठकर मधुर गीत गाती है और उसका स्वर सबको सुख देता है। दूसरी ओर कवि काली कोठरी में बंद है, जहाँ चारों तरफ ऊँची दीवारें, हथकड़ियाँ और अंधकार है। कवि का संसार केवल दस फुट की सीमाओं में बंधा है, जबकि कोकिल का संसार आकाश-भर है। यही विरोधाभास कवि की पीड़ा को और गहरा करता है। कोकिल का मधुर गीत कवि के लिए विद्रोह की प्रेरणा भी है, क्योंकि उसकी स्वतंत्रता कवि की गुलामी पर प्रश्न खड़े करती है।

2. कविता में “रात” और “अंधकार” की भूमिका स्पष्ट कीजिए।
उत्तर देखेंकविता में “रात” और “अंधकार” दमन, निराशा और गुलामी का प्रतीक बनकर आते हैं। कवि कहता है कि हिमकर भी निराश कर चला गया, रात भी काली है और जीवन के चारों ओर अंधकार छाया है। यह अंधकार केवल भौतिक नहीं बल्कि मानसिक और सामाजिक भी है। परंतु इसी अंधकार में कोकिल का गीत आशा और विद्रोह की किरण बनकर उभरता है। जब सब ओर मौन है, तब कोकिल की पुकार अंधकार को बेधती है। इस तरह रात दमन का रूप है लेकिन उसी में विद्रोह की संभावना भी जन्म लेती है। कवि चाहता है कि कोकिल के स्वर इस अंधकार को काटकर नई रोशनी जगाएँ।

3. “ब्रिटिश-राज का गहना” और “हथकड़ियाँ” का भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर देखेंकविता में “हथकड़ियाँ” और “ब्रिटिश-राज का गहना” औपनिवेशिक शासन की कठोरता और दमन का प्रतीक हैं। कवि कहता है कि जंजीरें केवल लोहे की नहीं बल्कि विदेशी राज की अकड़ और शोषण का चिन्ह हैं। हथकड़ियाँ चमकती हैं पर गहनों की तरह सुशोभित नहीं करतीं, बल्कि कैद और गुलामी का अपमान बढ़ाती हैं। ब्रिटिश शासन ने जनता से भोजन, स्वतंत्रता और जीवन की गरिमा छीन ली थी। कवि जब पेट पर जूआ खींचने और खाली कुएँ भरने की बात करता है, तो यह आर्थिक शोषण की ओर इशारा है। इस प्रकार कवि हथकड़ियों के माध्यम से गुलामी की वास्तविकता उजागर करता है और विरोध दर्ज करता है।

4. कविता में “मधुर विद्रोह-बीज” का क्या महत्व है?
उत्तर देखें“मधुर विद्रोह-बीज” कविता का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। कोकिल का गीत सुनने में मधुर और आकर्षक है, पर उसमें छिपा है विरोध का बीज। कवि महसूस करता है कि कोकिल चुपचाप गीतों के माध्यम से शोषण और अंधकार के विरुद्ध चेतना बो रही है। यह बताता है कि कला, संगीत और साहित्य केवल मनोरंजन नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन के हथियार भी बन सकते हैं। कोकिल का गीत बिना हिंसा के विद्रोह का संदेश फैलाता है। कवि इससे प्रेरित होकर अपनी बेड़ियों और अंधकार को चुनौती देना चाहता है। इस रूपक से यह स्पष्ट होता है कि कोमलता में भी गहन शक्ति छिपी होती है, जो दमनकारी शक्तियों का सामना कर सकती है।

5. कविता का समापन “मोहन के व्रत पर, प्राणों का आसव किसमें भर दूँ!” से होता है। इसका अर्थ समझाइए।
उत्तर देखेंकविता का यह अंतिम प्रश्न कवि की गहरी व्यथा और आस्था का संकेत है। “मोहन” यहाँ प्रतीक है—कभी प्रियजन का, तो कभी राष्ट्रपिता गाँधीजी का, जिन्होंने मोहनदास नाम से सत्याग्रह का मार्ग दिखाया। कवि पूछता है कि अपने जीवन-रस, अपनी ऊर्जा और बलिदान को किस दिशा में अर्पित करे। यह पंक्ति व्यक्तिगत पीड़ा से आगे जाकर सामूहिक संघर्ष की ओर ले जाती है। कवि का हृदय कोठरी में कैद है, पर उसकी आत्मा स्वतंत्रता और सत्य के लिए समर्पित होना चाहती है। यही प्रश्न पाठक को भी झकझोरता है कि जीवन की शक्ति आखिर किस महान उद्देश्य के लिए समर्पित होनी चाहिए।