कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 9 एक तिनका के प्रश्न उत्तर
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 9 एक तिनका के पाठ की व्याख्या और अभ्यास के प्रश्न उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ दिए गए हैं। सातवीं कक्षा के छात्र-छात्राएँ हिंदी वसंत पाठ 9 को सरलता से समझने के लिए यहाँ दी गई पठन सामग्री का प्रयोग करें। यह पाठ के अध्ययन को आसान बना देता है।
कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 9 एक तिनका के प्रश्न उत्तर
नीचे दी गई कविता की पंक्तियों को सामान्य वाक्य में बदलिए।
जैसे एक तिनका आँख में मेरी पड़ा – मेरी आँख में एक तिनका पड़ा।
मूँठ देने लोग कपड़े की लगे – लोग कपड़े की मूँठ देने लगे।
एक दिन जब था मुंडेरे पर खड़ा
उत्तर:
एक दिन मैं मुंडेर पर खड़ा था।
लाल होकर आँख भी दुखने लगी
मेरी आँख लाल होकर दुखने लगी।
ऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी
मेरी ऐंठ भाग गई।
जब किसी ढब से निकल तिनका गया
किसी तरह से तिनका निकल गया।
‘एक तिनका’ कविता में किस घटना की चर्चा की गई है, जिससे घमंड नहीं करने का संदेश मिलता है?
एक तिनका कविता में एक व्यक्ति के आँख में तिनका गिरने की चर्चा की गई है जिसके द्वारा उसे यह अहसास कराया गया है कि कोई कितना भी बड़ क्यों न हो जाए एक छोटी सी वस्तु भी उसे यह बताने के लिए काफी है कि वह भी उसकी अकड़ को निकाल सकती है।
आँख में तिनका पड़ने के बाद घमंडी की क्या दशा हुई?
आँख में तिनका पड़ने के बाद घमंडी दर्द से बेचैन हो गया उसकी आँख भी लाल होकर दुखने लगी। तब उसकी समझ ने उसे ताने देते हुए कहा कि एक छोटे से तिनके ने तेरी अकड़ को निकाल दिया।
घमंडी की आँख से तिनका निकालने के लिए उसके आसपास लोगों ने क्या किया?
घमंडी की आँख से तिनका निकालने के लिए उसके आसपास के लोगों ने उसकी आँख में कपड़े की मूंठ बनाकर लगाई ओर तिनका निकाल दिया।
‘एक तिनका’ कविता में घमंडी को उसकी ‘समझ’ ने चेतावनी दी:
ऐंठता तू किसलिए इतना रहा,
एक तिनका है बहुत तेरे लिए।
इसी प्रकार की चेतावनी कबीर ने भी दी है:
उत्तर:
तिनका कबहूँ न निंदिए, पाँव तले जो होय।
कबहूँ उड़ि आँखिन परै, पीर घनेरी होय।।