एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 17 छोटी सी हमारी नदी
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 17 छोटी-सी हमारी नदी के प्रश्नों के उत्तर राजकीय बोर्ड तथा सीबीएसई के लिए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 5 हिंदी विषय में रिमझिम पुस्तक के पाठ 17 के सभी प्रश्न उत्तर तथा अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर यहाँ से निशुल्क प्राप्त किए जा सकते हैं।
कक्षा 5 हिंदी अध्याय 17 छोटी सी हमारी नदी के प्रश्न उत्तर
कविता में किस शब्द से पता चलता है कि नदी के किनारे जानवर भी जाते थे?
कविता में ढोर-डंगर शब्द से पता चलता है कि नदी के किनारे जानवर भी जाते थे।
कविता में नदी और उसके किनारों पर कौन सी हलचल होने का पता चलता है?
कविता में नदी में टेढ़ी-मेढ़ी धार और इसके पेट में झकाझक बालू होने का पता चलता हैं। नदी के किनारों पर ताड़ वन होने और नदी में छलांग लगा के नहाते हुए बच्चे और रात को सियारों की आवाज की हलचल का पता चलता है।
वर्षा के आने पर नदी में कैसे-कैसे कोलाहल मच जाता है?
वर्षा के आने पर नदी के बहने की धारा तेज़ होने लगती है। हवा में कल-कल ध्वनि का स्वर गूँजने लगता है। नदी के किनारों पर लगे वन वृक्ष पर मानो उत्सव का शोर सुनाई देता है।
कविता में नदी के अंदर किन चीज़ों के बारे में बताया?
कविता में नदी के किनारों पर ऊँचे-ऊँचे नारियल के पेड़ लगे हैं। नदी के पाट में बालू भरी पड़ी है। काँसे के फूल नदी के पार दिखाई देते हैं। नदी में मछलियाँ इधर उधर घूमती रहती हैं।
नदी की टेढ़ी-मेढ़ी धार किसकी तरह लगती है?
नदी की टेढ़ी-मेढ़ी धार ऐसे लग रही है जैसे बालू के बड़े से मैदान में खींची सर्पाकार रेखाएँ हों।
बरसात में नदी का कौन सा रूप देखने को मिलता है?
कवि के अनुसार जैसे ही आषाढ़ का महीना शुरू होता है, नदी का वेग बढ़ जाता है। नदी की तेज धार मतवाली होकर दनदनाती हुई कोलाहल के साथ आस-पास के इलाकों को अपनी चपेट में लेते हुए तेजी से आगे बढ़ती है। बरसात में नदी का पानी गन्दा हो जाता है। कहीं भंवर गोल-गोल घूम रहे हैं। कहीं पानी की तेज धार किनारों से टकरा रही है, जिसके कोलाहल से आस-पास का वातावरण गूँज उठता है।
नदी के किनारे कौन सी बस्ती थी?
नदी के किनारे बामन टोला नाम की बस्ती थी।
बच्चे नदी में मछली कैसे पकड़ते थे?
बच्चे कभी-कभी शाम को आँचल से छानकर छोटी-छोटी मछलियों को पकड़ा करते थे।
गाँव की औरतें नदी किनारे क्या करने जाती थी?
गाँव की औरतें नदी किनारे बर्तन धोने और कपड़े धोने के लिए जाती थी।
नदी के तट की क्या विशेषता थी?
नदी का तट काफी ऊँचा था। जिसके एक तट पर कांस घास उगी हुई थी, जिस पर सफ़ेद फूल खिले हुए थे। दूसरे तट पर ताड़ के पेड़ों की घनी छाँव में बामन टोला बसा हुआ था।