एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 गणित प्रश्नावली 3.1
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 गणित प्रश्नावली 3.1 निर्देशांक ज्यामिति के हल हिंदी में सीबीएसई सत्र 2024-25 लिए संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त करें। छात्र यहाँ से कक्षा 9 गणित की प्रश्नावली 3.1 के सभी प्रश्नों के उत्तर और हल विस्तार से पीडीएफ और विडियो के रूप में प्राप्त कर सकते हैं। प्रश्नों को ग्राफ और चित्रों की मदद से समझाया गया है।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 गणित प्रश्नावली 3.1
कक्षा 9 गणित अध्याय 3 प्रश्नावली 3.1 के लिए एनसीईआरटी समाधान
निर्देशांक ज्यामिति
निर्देशांक ज्यामिति गणित की वह महत्वपूर्ण शाखा है जिसमें समतल आकृति पर बने बिन्दुओं की स्थिति को दो संख्याओं के जोड़े के रूप में परिभाषित किया जाता है। संख्याओं के जोड़ों से बने बिंदु की स्थिति को बिंदु निर्देशांक कहते हैं।
मुख्य अवधारणाएँ और परिणाम
1. कार्तीय पद्धति (या निकाय)
2. निर्देशांक अक्ष
3. मूलबिंदु
4. चतुर्थांश
5. भुज
6. कोटि
7. एक बिंदु के निर्देशांक
8. क्रमित युग्म
कार्तीय पद्धति (या निकाय)
गणित में कार्तीय निर्देशांक पद्धति, समतल मे किसी बिन्दु की स्थिति को दो अंको के द्वारा अद्वितीय रूप से दर्शाने के लिए प्रयुक्त होती है। इन दो अंको को उस बिन्दु के क्रमशः X-निर्देशांक व Y-निर्देशांक कहा जाता है।
बिंदु (-3, 5) स्थित है:
द्वितीय चतुर्थांश में स्थित किसी बिंदु के भुज और कोटि के क्रमशः चिह्न हैं:
बिंदु (0, -7) स्थित है:
बिंदु (- 10, 0) स्थित है:
निर्देशांक अक्ष
निर्देशांक अक्षों का एक युग्म हमें एक तल पर किसी बिन्दु की स्थिति निर्धारित करने के योग्य बनाता है। किसी बिन्दु की y–अक्ष से दूरी उस बिन्दु का x–निर्देशांक कहलाता है। तथा किसी बिन्दु की x–अक्ष से दूरी उस बिन्दु का y–निर्देशांक कहलाता है।
एक बिंदु के निर्देशांक
किसी बिंदु का भुज या x-निर्देशांक उसकी y- अक्ष से दूरी होती है तथा किसी बिंदु की कोटि या y-निर्देशांक उसकी x – अक्ष से दूरी होती है। ( x, y ) उस बिंदु के निर्देशांक कहलाते हैं जिसका भुज x हो तथा कोटि y हो। किसी भी निर्देशांक के साथ प्रयुक्त होने वाला + या – का चिह्न उस निर्देशांक की चतुर्थांश में स्थिति को दिखाता है।