एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 नए इलाके में तथा खुशबु रचते हैं हाथ

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 नए इलाके में तथा खुशबु रचते हैं हाथ में अरुण कमल की कविताओं पर आधारित प्रश्न दिए गए हैं। यह कविताएँ जीवन की नई राहों, परिवर्तन और मेहनतकश लोगों की महत्ता को दर्शाती हैं। अभ्यास के साथ-साथ अतिरिक्त प्रश्नों को करने से विद्यार्थी मुख्य विचार, भावार्थ और कवि की सोच को आसानी से समझ सकते हैं। यह प्रश्न परीक्षा की तैयारी में मदद करते हैं और उत्तर देने की सटीकता व आत्मविश्वास बढ़ाते हैं।
कक्षा 9 हिंदी स्पर्श पाठ 10 के प्रश्न उत्तर
कक्षा 9 हिंदी स्पर्श पाठ 10 के अति-लघु उत्तरीय प्रश्न
कक्षा 9 हिंदी स्पर्श पाठ 10 के लघु उत्तरीय प्रश्न
कक्षा 9 हिंदी स्पर्श पाठ 10 के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
कक्षा 9 हिंदी स्पर्श पाठ 10 MCQ

अभ्यास के प्रश्न उत्तर

नए इलाके में कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 के अभ्यास के प्रश्न उत्तर

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) नए बसते इलाके में कवि रास्ता क्यों भूल जाता है?
उत्तर देखेंनए बसते इलाके में कवि रास्ता इसलिए भूल जाता है क्योंकि हर बार जब भी वह आता है उसे कुछ नया देखने को मिलता है जो पुराने से पूरी तरह भिन्न होता है।

(ख) कविता में कौन-कौन से पुराने निशानों का उल्लेख किया गया है?
उत्तर देखेंपीपल का पेड़, ढहा हुआ पुराना मकान, लोहे का फाटक और ज़मीन का खाली टुकड़ा ये ऐसे निशान थे जिनके सहारे लेखक अपने पुराने घर तक पहुंचता था।

(ग) कवि एक घर पीछे या दो घर आगे क्यों चल देता है?
उत्तर देखेंकवि एक घर पीछे या दो घर आगे इसलिए चला जाता है क्योंकि उसके पुराने पहचान चिह्म उसे धोखा दे जाते हैं। सारे पुराने चिह्म या तो मिट चुके हैं या फिर नए इलाके में धीरे-धीरे खोते जा रहे हैं।

(घ) ‘वसंत का गया पतझड़’ और ‘बैसाख का गया भादों को लौटा’ से क्या अभिप्राय है?
उत्तर देखेंइन पंक्तियों से यह अभिप्राय है कि जहाँ पहले कभी हरा-भरा था वहाँ अब कंक्रीट के जंगल बन गए हैं अर्थात वह सुहाना मौसम लोगों का एक दूसरे के सुख-दुख में एक साथ होना अब सब कल्पना हो गया है।

(ङ) कवि ने इस कविता में ‘समय की कमी’ की ओर क्यों इशारा किया है?
उत्तर देखेंआज की भाग-दौड़ भरी दुनिया में सभी भाग रहे हैं सब आगे निकलना चाहते हैं किसी के पास भी किसी के लिए समय नहीं है सभी कम समय में सब -कुछ पाना चाहते हैं।

(च) इस कविता में कवि ने शहरों की किस विडंबना की ओर संकेत किया है?
उत्तर देखेंइस कविता में कवि ने यह दिखाया है कि बढ़ते शहरीकरण के कारण लोग बहुमंजिला इमारतों के छोटे-छोटे मकानों में रहते हैं। गांवों के बड़े-बड़े मकानों से आकर उनकी दुनिया इन छोटे-छोटे मकानों में सिमट कर रह गई है। जिसे वे अपनी तरक्की मान रहे हैं यही उनकी सबसे बड़ी विडम्बना है।

2. व्याख्या कीजिए –
(क) यहाँ स्मृति का भरोसा नहीं
एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है दुनिया।
उत्तर देखेंकवि का कहना है कि आज की इस तेजी से बदलती दुनिया में अब स्मृति का कोई भरोसा नहीं रहा आप कोई पहचान लेकर कोई मकान ढूँढना चाहो तो बहुत मुश्किल होता है क्योंकि आपके द्वारा बनाए गए निशान बड़ी तेजी से मिटते जा रहे हैं।

(ख) समय बहुत कम है तुम्हारे पास
आ चला पानी ढहा आ रहा अकास
शायद पुकार ले कोई पहचाना ऊपर से देखकर
उत्तर देखेंकवि के अनुसार आज के जमाने में कोई किसी को नहीं पहचानता किसी के पास किसी के लिए समय नहीं है सब एक दूसरे से आगे निकलना चाहते हैं। ऐसे में कवि अभी भी सोचता है कि शायद कोई अपना मिल जाए और पीछे से आवाज देकर बुला ले।

खुशबू रचते है हाथ कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 के प्रश्न उत्तर

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) ‘खुशबू रचने वाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?
उत्तर देखेंखुशबू रचने वाले हाथ शहर की भीषण गंदगी के बीच गरीबी के कारण बहुत ही गंदी बस्तियों में रहते हैं।

(ख) कविता में कितने तरह के हाथों की चर्चा हुई है?
उत्तर देखेंकविता में उभरी नसों वाले, घिसे नाखूनों वाले, पीपल के पत्तों जैसे नए, जूही की डाल से खुषबूदार और गंदे कटे-फटे हाथों की चर्चा हुई है।

(ग) कवि ने यह क्यों कहा है कि ‘खुशबू रचते हैं हाथ’?
उत्तर देखेंकवि ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि अगरबत्तियां बनाने वाले हाथ भयंकर गंदगी में रहते हुए भी पूरे शहर के लिए खुशबू का सामान तैयार करते हैं।

(घ) जहाँ अगरबत्तियाँ बनती हैं, वहाँ का माहौल कैसा होता है?
उत्तर देखेंजहाँ अगरबत्तियाँ बनती हैं वहां चारों ओर गंदगी, बदबू और घुटन का माहौल बना रहता है। लोग कूड़े के ढेर और नाले के किनारे पर रहने को मजबूर हैं।

(ङ) इस कविता को लिखने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर देखेंकविता लिखने का मुख्य उद्देश्य यही है कि केवल खुषबू की चाह करने वाले लोगों को इस बात से अवगत कराना कि जिस खुशबू को पाकर आप लोग खुश होते हो उसका निर्माण कितनी गंदगी वाली जगह पर होता है।

2. व्याख्या कीजिए –
(क) (1) पीपल के पत्ते-से नए-नए हाथ
जूही की डाल-से खुशबूदार हाथ
उत्तर देखेंकवि के अनुसार अगरबत्ती बनाने वाले हाथ छोटे-छोटे बच्चों के हैं जो बहुत कोमल हैं पीपल के नए पत्तों की तरह कोमल हैं ओर जूही की तरह खुशबू फैलाने वाले हैं।

(2) दुनिया की सारी गंदगी के बीच
दुनिया की सारी खुशबू रचते रहते हैं हाथ;
उत्तर देखेंकवि के अनुसार अगरबत्ती बनाने वाले लोग इतने गरीब होते हैं कि साफ-सुथरी जगह पर रह भी नहीं सकते वे इनती गंदगी के बीच रहते है जहाँ आम आदमी जाने की सोच भी नहीं सकता ऐसी परिस्थिति में वे सभी के लिए अगरबतियाँ बनाते हैं।

(ख) कवि ने इस कविता में ‘बहुवचन’ का प्रयोग अधिक किया है? इसका क्या कारण है?
उत्तर देखेंकवि ने बहुवचन का प्रयोग इसलिए अधिक किया है क्योंकि हमारे यहाँ गरीबों की संख्या भी अधिक है और उनके द्वार किए गए छोटे-छोटे कार्य भी इनते अधिक हैं कि उन्हें गिनना नामुमकिन है जिनके कारण हम सब खुशहाल जीवन जीते हैं।

(ग) कवि ने हाथों के लिए कौन-कौन से विशेषणों का प्रयोग किया है?
उत्तर देखेंकवि ने हाथों के लिए उभरी नसों, घिसे नाखूनों, पीपल के पत्तों, जूही की डाल और फटे हुए आदि विशेषणों का प्रयोग किया है।

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 नए इलाके में और खुशबु रचते हैं हाथ पर आधारित अति-लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर।

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 अति-लघु उत्तरीय प्रश्न-उत्तर

1. कवि नए इलाके में क्यों रास्ता भूल जाता है?
उत्तर देखेंरोज़ नए मकान बनने से पुराने निशान बदल जाते हैं। पीपल का पेड़, खाली जमीन या ढहा घर जैसे पहचान-चिह्न मिटते हैं और कवि स्मृति के सहारे रास्ता नहीं पहचान पाता।

2. कवि किन प्रतीकों को ढूँढ़ता है?
उत्तर देखेंकवि पीपल का पेड़, ढहा हुआ घर और खाली जमीन जैसे निशान ढूँढ़ता है। ये उसकी स्मृति में पुराने मार्गदर्शक हैं जिनसे वह अपने गंतव्य तक पहुँचने की कोशिश करता है।

3. कवि जिस घर तक पहुँचना चाहता है, उसकी पहचान क्या है?
उत्तर देखेंवह घर इकमंजिला था और उसके बाहर बिना रंग का लोहे का फाटक था। यह पहचान कवि को हर बार उसे याद करने में मदद करती है।

4. कवि रास्ता ढूँढ़ते समय क्या भूल करता है?
उत्तर देखेंवह अक्सर एक घर पीछे रुक जाता है या दो घर आगे बढ़ जाता है। यानी उसके कदम स्मृति और वास्तविकता में तालमेल नहीं बैठा पाते।

5. कविता में स्मृति का भरोसा क्यों टूटता है?
उत्तर देखेंनए इलाके में रोज़ निर्माण और विध्वंस होते हैं। इससे पुरानी स्मृतियाँ काम नहीं आतीं। कवि कहता है कि स्मृति यहाँ एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है।

6. कवि ऋतुओं के परिवर्तन से क्या संकेत करता है?
उत्तर देखेंवह कहता है – जैसे वसंत गया और पतझड़ लौट आया, बैसाख गया और भादों लौट आया। इससे समय और परिस्थितियों के तेज़ बदलाव का बोध होता है।

7. कवि कौन-सा उपाय सुझाता है?
उत्तर देखेंवह कहता है कि अब यही उपाय है कि हर दरवाजा खटखटाओ और पूछो – क्या यही वह घर है? स्मृति से भरोसा उठ चुका है।

8. कविता में “समय बहुत कम है” का आशय क्या है?
उत्तर देखेंकवि कहता है – आ चला पानी, ढहा आ रहा अकास। इसका अर्थ है कि कोई संकट या आपदा निकट है और जल्दी निर्णय लेना आवश्यक है।

9. अंत में कवि किस आशा पर टिका है?
उत्तर देखेंकवि उम्मीद करता है कि कोई परिचित व्यक्ति ऊपर से देखकर उसे पहचान ले और पुकार ले। यह भटकाव में सहारा मिलने की उम्मीद है।

10. “नए इलाके में” कविता का मुख्य भाव क्या है?
उत्तर देखेंयह कविता शहरीकरण से बदलते परिवेश और स्मृति के धोखा देने की पीड़ा को व्यक्त करती है। इसमें निरंतर बदलते समय और स्थान का दर्द झलकता है।

11. “खुशबू रचते हैं हाथ” कविता किस पर केंद्रित है?
उत्तर देखेंयह कविता उन श्रमिकों के हाथों पर केंद्रित है जो गंदी गलियों में रहकर भी अगरबत्तियाँ बनाते हैं और पूरे समाज को सुगंध प्रदान करते हैं।

12. मजदूरों के हाथों का वर्णन कैसे किया गया है?
उत्तर देखेंउनके हाथ उभरी नसोंवाले, घिसे नाखूनोंवाले, कटे-पिटे और जख्मी बताए गए हैं। यह चित्रण उनकी कठिन मेहनत और श्रमजीवी जीवन की सच्चाई दिखाता है।

13. मजदूरों के हाथों की तुलना किनसे की गई है?
उत्तर देखेंहाथों की तुलना पीपल के पत्ते और जूही की डाल से की गई है। इससे उनके हाथों की कोमलता और सुगंध रचने की क्षमता प्रकट होती है।

14. कविता में गंदगी और खुशबू का विरोधाभास क्या दर्शाता है?
उत्तर देखेंयह बताता है कि गंदे माहौल में रहने वाले श्रमिक समाज को सबसे अधिक खुशबू देते हैं। यानी सुंदरता और सुगंध विपरीत परिस्थितियों में भी जन्म ले सकती है।

15. “खुशबू रचते हैं हाथ” कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर देखेंकविता बताती है कि गरीब और गंदे समझे जाने वाले श्रमिक समाज को अमूल्य योगदान देते हैं। वे अपने श्रम से बदबू के बीच भी खुशबू रचते रहते हैं।

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 नए इलाके में और खुशबु रचते हैं हाथ के लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर।

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 लघु उत्तरीय प्रश्न-उत्तर

1. “नए इलाके में” कविता में कवि बार-बार रास्ता क्यों भूलता है?
उत्तर देखेंकवि जिस इलाके में आता है वहाँ रोज़ नए मकान बनते हैं और पुराने पहचान-चिह्न जैसे पीपल का पेड़, ढहा हुआ घर या खाली जमीन मिट जाते हैं। इससे स्मृति पर आधारित मार्गदर्शन विफल हो जाता है। कवि हर बार या तो एक घर पीछे रह जाता है या दो घर आगे बढ़ जाता है। यह बदलते शहरी परिदृश्य और अस्थिरता को दर्शाता है।

2. कविता में ऋतुओं के उदाहरण क्यों दिए गए हैं?
उत्तर देखेंकवि कहता है कि जैसे वसंत के बाद पतझड़ लौट आया और बैसाख के बाद भादों लौट आया। इन ऋतु-परिवर्तनों से वह यह बताना चाहता है कि यहाँ परिस्थितियाँ बहुत तेजी से बदलती हैं। जैसे ऋतुएँ लौटकर आती हैं, वैसे ही शहर का दृश्य भी अचानक बदल जाता है। इससे स्मृति और वर्तमान में टकराव उत्पन्न होता है।

3. “नए इलाके में” कविता समय और स्मृति के रिश्ते को कैसे प्रस्तुत करती है?
उत्तर देखेंकविता दिखाती है कि समय तेजी से बदल रहा है और रोज़ नए निर्माण हो रहे हैं। इस परिवर्तन के कारण स्मृति अविश्वसनीय हो गई है। जो कल तक रास्ता बताती थी, वही आज धोखा देती है। कवि को लगता है कि स्मृति एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है। इस प्रकार कविता समय और स्मृति के अस्थिर संबंध को व्यक्त करती है।

4. “नए इलाके में” कविता के अंत में कवि किस आशा के सहारे जीता है?
उत्तर देखेंजब कवि स्मृति और पहचान-चिह्नों से रास्ता नहीं ढूँढ़ पाता तो वह अंततः लोगों पर निर्भर होने की सोचता है। वह कहता है कि दरवाजा खटखटाकर पूछना ही उपाय है। साथ ही उसे आशा है कि कोई परिचित व्यक्ति ऊपर से देखकर उसे पहचान ले और पुकार ले। यह आशा भटकाव और असुरक्षा में इंसानी सहारे की तलाश को दर्शाती है।

5. “खुशबू रचते हैं हाथ” कविता में श्रमिकों के जीवन की विडंबना कैसे प्रकट होती है?
उत्तर देखेंकविता में मजदूर गंदी गलियों और नालों के बीच रहते हैं, जिनका जीवन बदबू से घिरा है। परंतु इन्हीं के हाथ देश की मशहूर अगरबत्तियाँ बनाते हैं। यानी जो लोग गंदगी में रहते हैं, वे समाज के लिए खुशबू रचते हैं। यह विडंबना उनके योगदान और उनकी दयनीय स्थिति के बीच का विरोधाभास उजागर करती है।

6. कविता में मजदूरों के हाथों का विस्तृत चित्रण क्यों किया गया है?
उत्तर देखेंकवि ने मजदूरों के हाथों को उभरी नसोंवाले, कटे-पिटे, घिसे नाखूनोंवाले और जख्मी बताया है। साथ ही उनकी तुलना पीपल के पत्ते और जूही की डाल से की है। इससे पता चलता है कि कठिन परिस्थितियों में भी उनके हाथ सृजनशील हैं। यह चित्रण मजदूरों की मेहनत, त्याग और समाज के लिए उनकी रचनात्मकता को उजागर करता है।

7. कविता में गंदगी और खुशबू का द्वंद्व किस रूप में सामने आता है?
उत्तर देखेंमजदूर जिन गलियों में रहते हैं वहाँ कूड़े-करकट और नालों की बदबू फैली है। लेकिन यही लोग केवड़ा, गुलाब, खस और रातरानी जैसी सुगंधित अगरबत्तियाँ बनाते हैं। यानी गंदगी के बीच से खुशबू जन्म लेती है। यह द्वंद्व मजदूरों की सामाजिक स्थिति और उनके योगदान की विडंबना को गहराई से प्रस्तुत करता है।

8. “गंदे मुहल्लों के गंदे लोग” कहे जाने के बावजूद मजदूरों का महत्व क्या है?
उत्तर देखेंसमाज इन मजदूरों को गंदा और उपेक्षित मानता है। लेकिन वास्तविकता यह है कि वही लोग अपनी मेहनत से खुशबूदार अगरबत्तियाँ बनाते हैं, जिन्हें अमीर और साधारण सभी लोग इस्तेमाल करते हैं। इस प्रकार उनका महत्व अत्यंत गहरा है। यह कविता समाज के नजरिए की आलोचना करती है और श्रमिकों की गरिमा को स्थापित करती है।

9. कविता में “खुशबू रचते हैं हाथ” पंक्ति की पुनरावृत्ति का क्या प्रभाव है?
उत्तर देखेंयह पंक्ति कई बार दोहराई गई है। पुनरावृत्ति से कविता में लय पैदा होती है और श्रमिकों के श्रम का महत्व बार-बार उजागर होता है। इससे पाठक के मन पर गहरी छाप पड़ती है कि बदबू और गंदगी के बीच भी यही हाथ खुशबू रचते रहते हैं। पुनरावृत्ति कविता के भाव को गहन और प्रभावशाली बनाती है।

10. “खुशबू रचते हैं हाथ” कविता का केंद्रीय संदेश क्या है?
उत्तर देखेंकविता बताती है कि उपेक्षित, गरीब और गंदी बस्तियों में रहने वाले श्रमिक ही समाज को वास्तविक सुंदरता और सुगंध देते हैं। उनका श्रम ही केवड़ा, गुलाब, खस जैसी खुशबू बनाता है। यह संदेश देता है कि समाज को इन लोगों के योगदान को पहचानना चाहिए और उनकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। कविता श्रम की गरिमा और मानवीय सृजनशीलता का उत्सव है।

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 नए इलाके में और खुशबु रचते हैं हाथ के लिए दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर।

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 10 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-उत्तर

1. “नए इलाके में” कविता शहरीकरण और स्मृति की समस्या को कैसे व्यक्त करती है?
उत्तर देखेंकवि नए बसते इलाकों में बार-बार रास्ता भूल जाता है। कारण यह है कि वहाँ रोज़ नए मकान बनते हैं और पुराने पहचान-चिह्न जैसे पीपल का पेड़, ढहा हुआ घर या खाली जमीन मिट जाते हैं। कवि की स्मृति, जो पुराने निशानों पर आधारित थी, अब उसे सही दिशा नहीं दे पाती। वह कभी एक घर पीछे रह जाता है तो कभी दो घर आगे बढ़ जाता है। कविता में यह भी कहा गया है कि यहाँ स्मृति पर भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि यह एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है। कवि ऋतु-परिवर्तन की तरह समय और परिवेश के तेज बदलाव को दिखाता है। अंततः वह यह मानता है कि हर दरवाजे पर खटखटाकर पूछना ही उपाय है। यह कविता शहरीकरण से उपजे असुरक्षा-बोध, भटकाव और स्मृति के टूटते सहारे को गहराई से प्रकट करती है।

2. “नए इलाके में” कविता में समय और परिवर्तन का बोध किन रूपों में सामने आता है?
उत्तर देखेंकविता में कवि बार-बार कहता है कि यहाँ रोज़ कुछ बन रहा है और रोज़ कुछ घट रहा है। यह वाक्य समय और परिवर्तन की गति को दर्शाता है। पुराने निशान मिट जाते हैं और नए निर्माण खड़े हो जाते हैं। इसी कारण स्मृति धोखा देने लगती है। कवि इन परिवर्तनों की तुलना ऋतुओं से करता है। वह कहता है कि जैसे वसंत के बाद पतझड़ लौट आया, वैसे ही यहाँ एक ही दिन में दुनिया बदल जाती है। इसका अर्थ है कि शहरी विस्तार और निर्माण कार्यों से समय का प्रवाह इतना तीव्र हो गया है कि स्मृति टिक नहीं पाती। कवि के लिए यह परिवर्तन केवल भौगोलिक नहीं बल्कि भावनात्मक भी है। अंततः कविता समय के अस्थिर और चंचल स्वरूप को सामने रखती है।

3. “खुशबू रचते हैं हाथ” कविता श्रमिक जीवन की विडंबना को किस प्रकार उजागर करती है?
उत्तर देखेंइस कविता में कवि उन मजदूरों का चित्रण करता है जो गंदी गलियों और नालों के बीच रहते हैं। उनके चारों ओर बदबू, गंदगी और गरीबी का वातावरण है। समाज उन्हें “गंदे मुहल्लों के गंदे लोग” कहकर तिरस्कृत करता है। परंतु यही लोग मुल्क की मशहूर अगरबत्तियाँ बनाते हैं – केवड़ा, गुलाब, खस और रातरानी जैसी खुशबूदार। विडंबना यह है कि जिनका जीवन बदबू में डूबा है, वही लोग दूसरों के जीवन को खुशबू से भरते हैं। उनके हाथ उभरी नसों वाले, कटे-पिटे और जख्मी हैं, फिर भी वही हाथ सुंदरता रचते रहते हैं। यह कविता बताती है कि श्रमिकों का जीवन संघर्षपूर्ण और उपेक्षित है, लेकिन उनका योगदान समाज के लिए अमूल्य है। यही विडंबना कविता का मुख्य भाव है।

4. “खुशबू रचते हैं हाथ” कविता में मजदूरों के हाथों का चित्रण क्या महत्व रखता है?
उत्तर देखेंकवि मजदूरों के हाथों का बहुत सजीव चित्रण करता है। ये हाथ उभरी नसोंवाले, घिसे नाखूनोंवाले, कटे-पिटे और जख्मी बताए गए हैं। यह चित्रण उनके कठोर श्रम और पीड़ा का प्रतीक है। परंतु कवि केवल उनकी थकान और गंदगी नहीं दिखाता, बल्कि उनकी तुलना पीपल के पत्तों और जूही की डाल से करता है। यह तुलना बताती है कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद उनके हाथों में सृजन की शक्ति है। ये हाथ अगरबत्तियों जैसी खुशबूदार वस्तुएँ बनाते हैं, जो पूरे समाज को सुगंधित करती हैं। हाथों का यह विरोधाभासी चित्रण—एक ओर गंदे और जख्मी, दूसरी ओर सुगंध रचने वाले—मजदूरों की वास्तविकता और उनकी रचनात्मक क्षमता दोनों को उजागर करता है। यह कविता श्रमिक हाथों की महत्ता को पहचानने की प्रेरणा देती है।

5. दोनों कविताओं में समाज और समय की समस्याओं को किस रूप में प्रस्तुत किया गया है?
उत्तर देखें“नए इलाके में” कविता समय और स्थान के तेज़ बदलाव की समस्या को सामने लाती है। इसमें कवि शहरीकरण से बने नए मकानों और मिटते पुराने निशानों के कारण स्मृति के धोखा देने का अनुभव करता है। यह मनुष्य की असुरक्षा और भटकाव को दर्शाती है। दूसरी ओर “खुशबू रचते हैं हाथ” कविता श्रमिकों की सामाजिक स्थिति पर केंद्रित है। इसमें गंदगी और बदबू से घिरे श्रमिक समाज के लिए खुशबू बनाते हैं, परंतु उन्हें “गंदे लोग” कहकर तिरस्कृत किया जाता है। पहली कविता समय और परिवर्तन की समस्या पर, जबकि दूसरी कविता समाज की असमानता और श्रम की अवहेलना पर प्रश्न उठाती है। दोनों मिलकर बदलते समाज की विडंबनाओं को गहराई से सामने लाती हैं।