एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 11.2
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 11.2 त्रिविमीय ज्यामिति का परिचय में अभ्यास के सवाल जवाब सीबीएसई और राजकीय बोर्ड सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त करें। कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 11.2 के सवाल जवाब पीडीएफ और विडियो के माध्यम से भी दिए गए हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 11.2
कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 11.2 के लिए एनसीईआरटी समाधान
दो बिंदुओं के बीच की दूरी
मान लीजिए, समकोणिक अक्ष OX, OY तथा OZ के सापेक्ष दो बिंदु P (x₁, y₁, z₁) तथा Q (x₂, y₂, z₂) हैं। P तथा Q बिंदुओं से निर्देशांक तलों के समांतर तल खींचिए, जिससे हमें ऐसा घनाभ मिलता है जिसका विकर्ण PQ है। ∠ PAQ एक समकोण है।
अतः ∆ PAQ में
PQ² = PA² + AQ² … (1)
पुनः क्योंकि ∠ ANQ = एक समकोण, इसलिए ∆ ANQ में,
AQ² = AN² + NQ² … (2)
(1) और (2) से हमें प्राप्त होता है, कि
PQ² = PA² + AN² + NQ²
अब PA = y₂ – y₁, AN = x₂ – x₁ तथा NQ = z₂ – z₁
इस प्रकार PQ² = (x₂ – x₁)² + (y₂ – y₁)² + (z₂ – z₁)²
अतः PQ = √{(x₂ – x₁)² + (y₂ – y₁)² + (z₂ – z₁)²}
यह दो बिंदुओं P (x₁, y₁, z₁) और Q (x₂, y₂, z₂) के बीच की दूरी च्फ़ के लिए सूत्र है। विशेषतः यदि x₁ = y₁ = z₁ = 0 अर्थात् बिंदु P, मूल बिंदु O हो तो
OQ = √{(x₂)² + (y₂)² + (z₂)²}
जिससे हमें मूल बिंदु O और किसी बिंदु Q (x₂, y₂, z₂) के बीच की दूरी प्राप्त होती है।
अभ्यास 11.2 के लिए प्रश्न
बिंदुओं P (1, -3, 4) और Q (-4, 1, 2) के बीच की दूरी ज्ञात कीजिए।
हल:
PQ बिंदुओं P (1, -3, 4) और Q (- 4, 1, 2) के बीच की दूरी है।
PQ = √{(-4 – 1)² + (1 + 3)² + (2 – 4)²}
= √(25 + 16 + 4)
= 3√5
महत्वपूर्ण प्रश्नों के हल
दर्शाइए कि P (-2, 3, 5), Q (1, 2, 3) और R (7, 0, 1) संरेख हैं।
हल:
हम जानते हैं कि संरेख बिदु, एक ही रेखा पर स्थित होते हैं।
यहाँ PQ = √{(1 + 2)² + (2 – 3)² + (3 – 5)²}
= √(3² + (- 1)² + (– 2)²}
= √14
और QR = √{(7 – 1)² + (0 – 2)² + (-1 – 3)²}
= √(6² + (- 2)² + (– 4)²}
= √(36 + 4 + 16)
= √56
= 2√14
PR = √{(7 + 2)² + (0 – 3)² + (-1 – 5)²}
= √(81 + 9 + 36)
= √126
= 3√14
इस प्रकार PQ + QR = PR
अतः बिंदु P, Q और R संरेख हैं।
हल सहित उदाहरण
क्या बिंदु A (3, 6, 9), B (10, 20, 30) और C (25, – 41, 5) एक समकोण त्रिभुज के शीर्ष हैं?
हल
दूरी-सूत्र से हमें प्राप्त होता है कि
AB² = (10 – 3)² + (20 – 6)² + (30 – 9)²
= 49 + 196 + 441 = 686
BC² = (25 – 10)² + (– 41 – 20)² + (5 – 30)²
= 225 + 3721 + 625 = 4571
CA² = (3 – 25)² + (6 + 41)² + (9 – 5)²
= 484 + 2209 + 16 = 2709
हम पाते हैं कि CA² + AB² ≠ BC²
अतः ∆ ABC एक समकोण त्रिभुज नहीं है।