एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 11.1
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एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 11.1
कक्षा 11 गणित प्रश्नावली 11.1 के लिए एनसीईआरटी समाधान
निर्देशांक्ष और निर्देशांक
किसी तल में स्थित एक बिंदु की स्थिति निर्धारण के लिए हमें उस तल में दो परस्पर लंब एवं प्रतिच्छेदित रेखाओं से लांबिक दूरियों की आवश्यकता होती है। इन रेखाओं को निर्देशांक्ष और उन दो लांबिक दूरियों को अक्षों के सापेक्ष उस बिंदु के निर्देशांक कहते हैं।
त्रिविमीय ज्यामिति के निर्देशांक
एक कमरे की छत से लटकते हुए एक विद्युत बल्ब की निचली नोक अथवा छत के पंखे की नोक की स्थिति का निर्धारण करने के लिए हमें उन बिंदुओं की दो परस्पर लंब दीवारों से दूरियाँ मात्र ही पर्याप्त नहीं है बल्कि उस बिंदु की, कमरे के फर्श से ऊँचाई, की भी आवश्यकता पड़ती है। अतः हमें केवल दो नहीं बल्कि तीन परस्पर लांबिक तलों से लंबवत् दूरियों को निरूपित करने के लिए तीन संख्याओं की आवश्यकता होती है, जो बिंदु की दो परस्पर लंब दीवारों से दूरियाँ, तथा उस कमरे के फर्श से ऊँचाई को व्यक्त करती हैं। कमरे की परस्पर लंब दीवारों तथा उस क्षैतिज का फर्श तीन परस्पर प्रतिच्छेदित करने वाले तल हैं। इन परस्पर प्रतिच्छेदित करने वाले तलों से लंब दूरियों को व्यक्त करने वाली तीन संख्याएँ उस बिंदु के तीन निर्देशांक तलों के सापेक्ष निर्देशांक कहलाते हैं। इस प्रकार अंतरिक्ष (ेचंबम) में स्थित एक बिंदु के तीन निर्देशांक होते हैं।
त्रिविमीय अंतरिक्ष में निर्देशांक्ष और निर्देशांक-तल
बिंदु O पर प्रतिच्छेदित करने वाले तीन परस्पर लंब तलों की कल्पना कीजिए। ये तीनों तल रेखाओं X’OX, Y’OY और Z’OZ पर प्रतिच्छेदित करते हैं जिन्हें क्रमशः x-अक्ष, y-अक्ष और Z-अक्ष कहते हैं। हम स्पष्टतः देखते हैं कि ये तीनों रेखाएँ परस्पर लंब हैं। इन्हें हम समकोणिक निर्देशाकं निकाय कहते हैं। XOY, YOZ और ZOX तलों को क्रमशः xy-तल, yz-तल, तथा zx-तल, कहते हैं। ये तीनों तल निर्देशांक तल कहलाते हैं।
अंतरिक्ष में एक बिंदु के निर्देशांक
अंतरिक्ष में निश्चित निर्देशांक्षों, निर्देशांक तलों और मूल बिंदु सहित निर्देशांक्ष निकाय के चयन के पश्चात् दिए बिंदु के तीन निर्देशांक (x, y, z) को ज्ञात करने की विधि तथा विलोमतः तीन संख्याओं के त्रिदिक दिए जाने पर अंतरिक्ष में संगत बिंदु (x, y, z) के निर्धारण करने की विधि की अब हम विस्तार से व्याख्या करते हैं।
अंतरिक्ष में स्थित बिंदु P से हम निर्देशांक तलों के समांतर तीन तल खींचते हैं, जो x-अक्ष, y-अक्ष और z-अक्ष को क्रमशः A, B तथा C बिंदुओं पर प्रतिच्छेदित करते हैं। यदि OA= x, OB = y तथा OC = z हो तो बिंदु P के निर्देशांक x, y और z होते हैं और इसे हम P (x, y, z) के रूप में लिखते हैं।
टिप्पणी:
बिंदु व् के निर्देशांक (0, 0, 0) हैं। x-अक्ष पर स्थित किसी बिंदु के निर्देशांक (x, 0, 0) और YZ तल में स्थित किसी बिंदु के निर्देशांक (0, y, z) होते हैं।
एक बिंदु के निर्देशांकों के चिह्न उस अष्टांश को निर्धारित करते हैं जिसमें बिंदु स्थित होता है।