एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 गणित मेला अध्याय 14 सूरजकुंड मेला
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 गणित मेला अध्याय 14 सूरजकुंड मेला के सवाल जवाब अभ्यास के सभी प्रश्न उत्तर शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 3 गणित पाठ 14 में मेले के माध्यम से गणित के विभिन्न पहलुओं को समझाने का प्रयास किया गया है। सरल और मनोरंजक तरीके से सिखाया गया यह पाठ विद्यार्थियों को गणित का आनंद उठाने में मदद करेगा।
कक्षा 3 गणित मेला अध्याय 14 सूरजकुंड मेला के प्रश्न उत्तर
कक्षा 3 गणित मेला अध्याय 14 के लिए एनसीईआरटी समाधान
सूरजकुंड मेला: एक सांस्कृतिक अनुभव
सूरजकुंड मेला का आकर्षण: सूरजकुंड मेला हर वर्ष हरियाणा के फरीदाबाद जिले में आयोजित होता है और यह मेला विभिन्न राज्यों की संस्कृति और हस्तकला का संगम है। इस मेले में हर आयु वर्ग के लोग विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों, हस्तशिल्प और भोजन के साथ-साथ आनंद लेने के लिए आते हैं। यह अध्याय बच्चों को मेले की विभिन्न गतिविधियों और कलाओं के बारे में जानकारी देता है, जिससे वे न केवल मनोरंजन पाते हैं, बल्कि गणित के विभिन्न पहलुओं को भी समझते हैं।
माले और सममिति की समझ
अध्याय में सोनी और अवि की माला बनाने की गतिविधि का उल्लेख है। बच्चे विभिन्न रंगों के मोतियों का उपयोग करके माला बनाते हैं और सममिति की अवधारणा को समझते हैं। सममिति वह गुण है जिसमें वस्तु के दोनों भाग समान होते हैं। बच्चों को यह सिखाया जाता है कि कैसे सममितीय माला बनाई जा सकती है और क्यों कुछ मालाएँ सममितीय होती हैं और कुछ नहीं। यह गतिविधि बच्चों को ध्यानपूर्वक अवलोकन करने और अपने हाथों से काम करने का अवसर देती है।
रंगोली और उसके पैटर्न
अध्याय में एक और महत्वपूर्ण गतिविधि रंगोली बनाना है। सोनी और अवि तमिलनाडु के स्टॉल पर एक रंगोली देखते हैं। रंगोली बनाने में सममिति का भी उपयोग होता है। बच्चे रंगोली के पैटर्न को देखकर समझते हैं कि कैसे एक रेखा खींचकर दो समान भाग बनाए जा सकते हैं। इस गतिविधि के माध्यम से बच्चे विभिन्न प्रकार के सममितीय और असममितीय पैटर्न के बारे में सीखते हैं, जो उनके गणितीय सोच को विकसित करने में सहायक होते हैं।
मुखौटा बनाना: एक कला और विज्ञान का संगम
मुखौटा बनाना एक और गतिविधि है जिसमें बच्चे कागज का उपयोग करके एक सुंदर मुखौटा बनाते हैं। इस प्रक्रिया में वे समझते हैं कि कैसे सममिति मुखौटे को सुंदर बनाती है। सोनी का मुखौटा सममितीय है जबकि अवि का नहीं। इस गतिविधि के माध्यम से बच्चों को सममिति और असममिति का वास्तविक जीवन में प्रयोग समझ में आता है, जो उनके रचनात्मक और विश्लेषणात्मक कौशल को विकसित करता है।
मानचित्र और दिशाओं की समझ
सोनी और अवि मेले में अपने दादा-दादी को ढूंढने के लिए मानचित्र का उपयोग करते हैं। इस प्रक्रिया में वे विभिन्न दिशाओं को समझते हैं और कैसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा जा सकता है। यह गतिविधि बच्चों को मानचित्र पढ़ने और दिशाओं को समझने में मदद करती है, जो उनके रोजमर्रा के जीवन में बहुत उपयोगी होती है।
भूलभुलैया का खेल
अध्याय में अंत में एक भूलभुलैया का खेल शामिल है, जिसमें बच्चों को एक जटिल मार्ग से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढना होता है। यह खेल बच्चों की समस्या समाधान क्षमता को बढ़ावा देता है और उन्हें धैर्यपूर्वक सोचने और काम करने की शिक्षा देता है।
कक्षा 3 गणित मेला के पाठ 14 के हल
अध्याय के अंत में बच्चों को यह बताया गया है कि सूरजकुंड मेले के विभिन्न पहलुओं के माध्यम से उन्होंने सममिति, दिशाएँ, पैटर्न और समस्या समाधान जैसे गणितीय अवधारणाओं को सीखा है। इन सभी गतिविधियों के माध्यम से बच्चे न केवल गणित की बुनियादी अवधारणाओं को समझते हैं, बल्कि उनका व्यावहारिक प्रयोग भी करते हैं। तिवारी अकादमी पर इस अध्याय के सभी प्रश्नों के हल भी सरल भाषा में उपलब्ध हैं, जिन्हें बच्चे अपने अभ्यास के लिए देख सकते हैं।